पूर्णिमा पर गंगा स्नान और दान-पुण्य से मिलती है सुख-समृद्धि || Vaibhav Vyas


 

पूर्णिमा पर गंगा स्नान और दान-पुण्य से मिलती है सुख-समृद्धि 

पूर्णिमा पर गंगा स्नान और दान-पुण्य से मिलती है सुख-समृद्धि ज्येष्ठ माह में आने वाली पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है। धार्मिक दृष्टिकोण से यह दिन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।  इस दिन गंगा स्नान करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।  ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन, गंगा या फिर किसी पवित्र नदी में स्नान करें। इसके बाद किसी ब्राह्मण को चंद्रमा से जुड़ी चीजें जैसे सफेद वस्त्र, शक्कर, चावल, दही या फिर चांदी का दान करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। पंचांग के मुताबिक ज्येष्ठ माह में पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 10 जून को सुबह 11 बजकर 35 मिनट पर हो रही है। इसका समापन 11 जून को दोपहर 1 बजकर 13 मिनट पर होगा। पूर्णिमा का व्रत 10 जून 2025, मंगलवार को रखा जाएगा। इसका कारण यह है कि पूर्णिमा तिथि का आरंभ 10 जून को दिन में हो रहा है और यह पूरी रात तक रहेगी, जिससे चंद्र दर्शन और पूजन आसानी से हो सकेगा। इस दिन चंद्रोदय का समय शाम 7 बजकर 40 मिनट रहेगा। वहीं, स्नान-दान और अन्य पुण्य कर्म 11 जून 2025, बुधवार को किए जाएंगे। ज्येष्ठ पूर्णिमा के उपाय  ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा निकलने के बाद एक बर्तन में दूध भरकर उसमें चीनी और कच्चे चावल मिलाकर चंद्रमा को अघ्र्य देना चाहिए और इस दौरान चंद्रमा के मंत्र का जाप करना चाहिए। माना जाता है कि इससे आर्थिक परेशानियां दूर होंगी और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।  मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए पूर्णिमा के दिन 11 कौडिय़ों को लाल कपड़े में लपेटकर मंदिर में देवी लक्ष्मी के चरणों में रखा जाता है। इसके बाद मां लक्ष्मी की पूजा करें और चौकी पर हल्दी या केसर से तिलक करें। थोड़ी देर बाद ढक्कन हटाकर अपने कपड़ों के साथ तिजोरी में रख देना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और घर में धन की कमी नहीं होती है।  उसी कौड़ी को दोबारा निकालकर उसकी पूजा करें और वापस तिजोरी में रख दें। इच्छा पूरी करने के लिए यदि आपके मन में ऐसा है तो आपको ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन चंद्र देव की पूजा करनी चाहिए और दूध में शहद और चंदन मिलाकर चंद्रमा को अघ्र्य देना चाहिए। माना जाता है कि इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी। पीपल पर जल दें ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर पीपल के पेड़ को मिठाई और जल चढ़ाना चाहिए। इससे आपके जीवन की परेशानियां दूर होंगी और मां लक्ष्मी की कृपा भी होगी।

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