वैशाख में पीपल पेड़ की पूजा फलदायी
वैशाख में पीपल पेड़ की पूजा फलदायी वैशाख माह में भगवान श्री विष्णु हरि की पूजा-आराधना के साथ पीपल पेड़ की पूजा और जल सींचने से जहां श्री विष्णु हरि की कृपा मिलती है, वहीं ग्रह-दोष संबंधित बाधाओं का भी निवारण होने वाला रहता है। वैशाख माह में किसी भी शनिवार की शाम को स्वच्छ वस्त्र पहनकर पीपल के पेड़ की जड़ में जल और दूध अर्पित करें और फिर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। पीपल के पेड़ की पूजा करने के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें और पांच बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से शनि की दशा का प्रभाव कम होता है। शनिवार के दिन पीपल की पूजा करना बेहद लाभकारी माना जाता है। पीपल की पूजा करने से शनिदेव के अशुभ प्रभाव में कमी आती है और धन प्राप्ति के मार्ग बनते हैं। ज्योतिष शास्त्र में शनिवार के दिन पीपल की पूजा करने के विशेष महत्व बताए गए हैं। पीपल के इन उपायों के करने से जीवन में चमत्कारिक बदलाव होते हैं और कष्ट दूर होते है। शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित है। इस दिन हनुमानजी और शनिदेव के साथ पीपल की भी पूजा अर्चना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और शनि का अशुभ प्रभाव में भी कमी आती है। ब्रह्म पुराण में एक प्रसंग मिलता है, इसके 118वें अध्याय के अनुसार, शनिदेव ने कहा है कि शनिवार के दिन जो व्यक्ति पीपल को स्पर्श कर पूजा करते हैं, उनके सभी कार्य सिद्ध होते हैं और कष्ट भी दूर होते हैं। साथ ही ग्रहों की वजह से उत्पन्न पीड़ा भी दूर होती है। ज्योतिष शास्त्र में शनिवार के दिन पीपल के स्पर्श का महत्व बताते हुए कुछ उपाय भी बताए गए हैं। इन उपाय को करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और करियर में तरक्की के साथ धन प्राप्ति के मार्ग बनते हैं। पीपल के इस उपाय से होती है धन की प्राप्ति- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार के दिन पीपल के बिना कटे या फटे हुए 11 पत्तों की माला बनाकर शनि मंदिर में शनिदेव को अर्पित कर दें। इसके बाद सात बार परिक्रमा करते हुए कच्चे सूत के धागे को सात बार पेड़ से लपेट दें। फिर ऊँ शं शनैश्चराय नम: मंत्र का 108 बार जप करें। ऐसा करने से शनि के अशुभ प्रभाव में कमी आती है और धन प्राप्ति के मार्ग बनते हैं। साथ ही जीवन में उन्नति के योग बनते हैं। पीपल के इस उपाय से बाधा होती हैं दूर- शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 108 बार ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें। ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा से शनि ग्रह के साथ अन्य ग्रहों के दोषों में कमी आती है और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। दरअसल भगवान शिव शनिदेव के गुरु हैं इसलिए पीपल का स्पर्श करते हुए शिव मंत्र जप बहुत फलदायी माना जाता है। शनिवार के दिन काले तिल पीपल के पेड़ के पास अर्पित कर दें और जड़ में पानी में दूध व गुड़ मिलाकर चढ़ा दें। इसके बाद पांच तरह की पांच मिठाई अर्पित करें। इसके बाद 11 परिक्रमा करते हुए ध्यान करें और अपनी समस्याओं के बारे में अवगत कराएं। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है और नौकरी व व्यापार में उन्नति के योग बनते हैं।

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