वैशाख में विष्णु के मधुसूदन स्वरूप की पूजा फलदायी || Vaibhav Vyas


 
वैशाख में विष्णु के मधुसूदन स्वरूप की पूजा फलदायी

वैशाख में विष्णु के मधुसूदन स्वरूप की पूजा फलदायी वैशाख माह हिंदू कैलेंडर का दूसरा महीना है। पंचांग के अनुसार, इस माह की पूर्णिमा तिथि पर विशाखा नक्षत्र होने के कारण इसका नाम वैशाख पड़ा है। इस माह को माधव के नाम से भी जानते हैं। वैशाख के महीने में भगवान विष्णु के मधुसूदन स्वरूप की पूजा करते हैं। श्रीहरि ने मधु नामक राक्षस का वध किया था, उसकी वजह से उनका एक नाम मधुसूदन भी है। वैशाख का महीना बहुत ही पुण्य फलदायी माना जाता है। इस माह में स्नान, दान और पूजा से संबंधित कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी माना गया है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 13 अप्रैल दिन रविवार  से हो रहा है। वैशाख माह में बन रहे शुभ योगों में की गई पूजा-आराधना शीघ्र फलदायी होने के साथ-साथ श्री हरि विष्णु का आशीर्वाद भी प्राप्त होने वाला रहता है। स्कंद पुराण के अनुसार, वैशाख माह सभी महीनों से श्रेष्ठ माना जाता है। इसके समान कोई दूसरा महीना नहीं है। इस माह को पुण्यार्जन मास कहा जाता है। कहा जाता है कि वैशाख के महीने में सभी देवी और देवता का वास जल में होता है। भगवान विष्णु ने सभी देवी और देवताओं को ऐसा करने के लिए कहा था। वैशाख माह में संकट दूर करने के लिए करें ये चार काम- 1. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख माह में जल का दान करना सबसे बड़ा दान माना जाता है। कहते हैं कि वैशाख माह में जो भी व्यक्ति जल का दान करेगा, उसे कई तीर्थों के करने के पुण्य के समान फल प्राप्त होता है। स्कंद पुराण में जल दान के महत्व को बताया गया है। 2. जो व्यक्ति वैशाख के महीने में राहगीरों को जल पिलाता है, उनके लिए प्याऊ लगाता है, पशु-पक्षियों के लिए दाने की व्यवस्था करता है, उसके जीवन में सुख और समृद्धि आती है। 3. वैशाख माह में भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति के सभी संकट दूर होते हैं और उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विष्णु पूजा में तुलसी के पत्ते का उपयोग जरूर करें। इस माह में सूर्योदय से पहले स्नान करें, फिर विष्णु पूजा, दान, जाप और तप करें, इससे सुख-समृद्धि प्राप्त होने वाली रहती है।

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