ज्येष्ठ मास में हनुमान जी की पूजा शीघ्र फलदायी || Vaibhav Vyas



ज्येष्ठ मास में हनुमान जी की पूजा शीघ्र फलदायी 

 ज्येष्ठ मास में हनुमान जी की पूजा शीघ्र फलदायी हनुमान जी की उपासना के लिए ज्येष्ठ मास में बड़ा मंगल व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मास में चार मंगलवार के दिन को बड़ा मंगल कहा जाता है और इस दिन व्रत रखा जाता हैं, जिनका अपना एक विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो व्यक्ति बड़ा मंगल के दिन पूजा-पाठ और उपवास का पालन करता है, उन्हें जीवन में सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी प्रकार के कष्ट और दोष दूर हो जाते हैं। मंगलवार के दिन हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना के साथ ही कुछ उपाय कर लिए जाएं तो उनका शीघ्र लाभ मिलने वाला रहता है। बड़ा मंगल के दिन करें यह उपाय- शास्त्रों में बताया गया है कि हनुमान जी की उपासना करने से कई प्रकार के ग्रह दोष दूर हो जाते हैं। इन सब में मंगल दोष भी एक है। बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी को लाल रंग का फूल अर्पित करें। साथ ही 'ऊँ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:' इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप जरूर करें। ऐसा करने से समस्याएं दूर होंगी और लाभ प्राप्त होगा। आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए बड़ा मंगल के दिन तुलसी की माला से श्री राम मंत्र का जाप जरूर करें। इस दौरान श्री राम नाम मंत्र या 'राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे. सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने..' इस मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ प्राप्त होगा और धन-ऐश्वर्य की वृद्धि होगी। बड़ा मंगल के दिन हनुमान जी की उपासना के दौरान बजरंगबली को बूंदी या बेसन के लड्डू भोग के रूप में अर्पित करें। साथ ही इस दौरान हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ जरूर करें। ऐसा करने से जीवन में आ रही सभी प्रकार के संकट दूर हो जाते हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस विशेष दिन पर दान पुण्य का भी विशेष महत्व है। इसलिए किसी जरूरतमंद व्यक्ति को बड़ा मंगल के दिन गुड़ का दान जरूर करें। ऐसा करने से मानसिक तनाव दूर रहता है और मन शांत रहता है. साथ ही व्यापार और कार्य क्षेत्र में उन्नति प्राप्त होती है। जीवन में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए और हनुमान जी की विशेष कृपा पाने के लिए बड़ा मंगल के दिन घर में सुंदरकांड का पाठ करें और हनुमान जी की विधिवत उपासना करें। ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और इससे कई प्रकार के ग्रह दोष भी दूर होते हैं।

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