नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाने से मिलती मां की कृपा || Vaibhav Vyas

नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाने से मिलती मां की कृपा 


नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाने से मिलती मां की कृपा मां शब्द की ध्वनि कहते ही एक अलग ही अलौकिक सुख का अहसास होता है क्योंकि मां स्वभाव से ही दयालु और करुणामयी होती है। ऐसे में नवरात्रि के दिनों में मां की पूजा-उपासना सच्चे मन से करने से जीवन के संकट तो दूर होते ही हैं, साथ ही परमधाम की प्राप्ति का मार्ग भी प्रशस्त होने वाला होता है। ऐसे में प्रतिदिन मां की पूजा-आराधना भक्ति भाव से करने के साथ ही इन दिनों में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना के साथ अखंड ज्योति लगाई जाती है। मान्यता है कि मां दुर्गा के सामने नौ मिट्टी के दीपक में अखंड ज्योति जलाने से मां दुर्गा विशेष कृपा बरसाती हैं। ये अखंड ज्योति बुझनी नहीं चाहिए। जो भी संकल्प लें, उसे हाथ में जल लेकर दीपक के पास छोड़ दें। इसके अलावा नवरात्रि के दिनों में हर दिन हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए। इस दौरान पान के पत्ते पर लौंग और बताशा रखकर हनुमान जी को अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से कष्टों से शीघ्र मुक्ति मिलती है और मनोकामना पूर्ण होकर घर-परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते समय पुष्प, रोली-मोली के साथ ही पांच सूखे मेवे चुनरी में रखकर अर्पित करने चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मां दुर्गा की कृपा से मनोकामना पूरी होती है। घर-परिवार में आने वाली विपदाओं से बचा जा सकता है। नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना के साथ ही प्रतिदिन सात इलायची, मिश्री का भोग लगाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से सुख और वैभव की प्राप्ति होती है। नवरात्रि के दिनों में मां दु्र्गा की कृपा प्राप्ति के लिए चंदन की माला लेकर प्रतिदिन ऊँ दुं दुर्गाये नम: मंत्र की एक माला जाप अवश्य करना चाहिए। मंत्र जाप के साथ ही मां के पाठों यथा-दुर्गा सप्तशती, चंडी पाठ आदि का वाचन-श्रवण और हवन करने से मां शीघ्र प्रसन्न होकर सभी विघ्न-बाधाओं को हरने वाली होती है। इन दिनों बालिकाओं का पूजन कर उन्हें खाना खिलाने और यथासंभव सामग्री देने से भी मां की कृपा मिलती है। साथ ही नवरात्रि में पूजा के दौरान मखाने के साथ सिक्के रखकर माता रानी को अर्पित करें। इसके बाद ये जरूरतमंदों को बांट दें। मान्यता है कि ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसलिए कहा भी कहा भी गया है जो सच्चे मन से मां का ध्यान लगाते हैं उनका बेड़ा पार होता है। यानि इहलौकिक और पारलौकिक दोनों ही लोक में यश-समृद्धि पाने वाला होता है।

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