तांबे का छल्ला पहनने से होते हैं फायदे || Vaibhav Vyas

तांबे का छल्ला पहनने से होते हैं फायदे 


तांबे का छल्ला पहनने से होते हैं फायदे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की दृष्टि सहित ये ग्रह किसके साथ बैठे हैं, उसका आपके जीवन पर खास प्रभाव पड़ता है। इन्हीं के प्रभावों को बढ़ाने या कम करने की दृष्टि से तमाम तरह के रत्नों को धारण करने के लिए कहा जाता है। वहीं एक खास बात और है कि केवल रत्न ही नहीं बल्कि विभिन्न धातुएं भी सबको खास प्रभावित करती हैं। इसका कारण किसी भी धातु पर उस ग्रह का प्रभाव होता है जो उस धातु से जुड़ा माना गया है। जैसे सोना बृहस्पति तो चांदी आपके चंद्र को प्रभाव देती है, वहीं लोहा शनि के। इसकी के चलते आपको तांबे का आपके जीवन में असर बताने जा रहे हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोना और तांबा शुद्ध धातु माने गए हैं। तांबा एक ऐसी धातु है जिसे ज्योतिष और विज्ञान दोनों में मान्यता है। ऐसे में माना जाता है कि तांबा धारण करने से या इस्तेमाल करने से कई बीमारियों से बचा रहता है। जानकारों के अनुसार तांबा एक ऐसी धातु है जो पानी से लेकर हर चीज में मौजूद कीटाणुओं को खत्म कर देता है। इसीलिए ज्योतिष में नौ ग्रहों के बारे में बताया गया है, साथ ही हर ग्रह के लिए किसी एक धातु को विशेष मान्यता दी गई है। वहीं तांबे को सूर्य व मंगल दोनों से जुड़ा माना जाता है। ऐसे में इसकी अंगूठी कई लिहाज से लाभदायक मानी जाती है। इसके साथ ही तांबा वास्तु के अनुसार भी फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में स्वास्थ्य और त्वचा के लिए भी तांबा खास है। जानकारों के अनुसार नाखून और त्वचा से जुड़ी बीमारियों को ठीक और स्वस्थ करने में तांबा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। तांबे और सूर्य का ज्योतिष अनुसार एक जोड़ बताया गया है, तांबे की अंगूठी से समाज में प्रभाव बढ़ता है। जिसमें ज्योतिष मानते हैं कि इससे घर-परिवार में मान-सम्मान बढ़ता है। इसके अलावा तांबे का प्रभाव आपके मंगल पर भी पड़ता है। धर्म में तांबे को सभी धातुओं में सबसे अधिक शुद्ध माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार तांबे की बनी अंगूठी के अनेकों स्वास्थ्य लाभ होते हैं। क्योंकि तांबे को सूर्य व मंगल दोनों की धातु माना गया है। तांबे की अंगूठी पहनने से व्यक्ति को धार्मिक लाभ के साथ अनेकों स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। ये है खास फायदे- खून की सफाई- तांबे की अंगूठी पहनने से माना जाता है कि रक्त का प्रवाह सुचारु रूप से चलता है। इससे खून से प्रदूषित तत्व भी दूर होते हैं जिससे हृदय रोगों की संभावना कम हो जाती है। मानसिक तनाव में कमी- वहीं ये भी माना जाता हे कि तांबे की अंगूठी या तांबे का छल्ला पहनने से मानसिक और शारीरिक तनाव में कमी आती है। इससे गुस्से को नियंत्रण में रखने में भी सहायता मिलती है। त्वचा रोगों से मुक्ति- त्वचा आदि से संबंधित रोग होने पर तांबे की बनी अंगूठी या छल्ला पहनने से त्वचा के रोगों में बहुत तीव्रता से आराम मिलता है। शरीर का तापमान- तांबे के आभूषणों को पहनने के संबंध में कहा जाता है कि इससे शरीर का तापमान नियंत्रण में बना रहता है और साथ ही इससे शरीर में ऊर्जा का उत्पादन जरूरत के अनुसार होता रहता है। प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत- यह भी कहा जाता है कि तांबे के गहने जैसे अंगूठी, छल्ले या नथुनी आदि पहनने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत बनी रहती है। प्रतिरक्षा प्रणाली के मजबूत होने से एलर्जी आदि समस्याओं के सुरक्षा हो जाती है। कॉपर की कमी दूर करें- जानकारों का यह भी कहना है कि शरीर में कॉपर की समस्या आदि होने पर तांबे की अंगूठी पहनने से शरीर में कॉपर की समस्या दूर हो जाती है। तांबे की अंगूठी या फिर तांबे या कड़ा पहनने से इसके गुण त्वचा के द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है औऱ शरीर में कॉपर की कमी आसानी से पूरी हो जाती है। हड्डियों का दर्द कम- जानकारों की माने तो कॉपर का कड़ा या ब्रेसलेट पहनने से शरीर के जोड़ों और गठिया से जुड़े हर तरह के दर्द से आराम मिलता है। इसके अलावा तांबा आर्थराइटिस के मरीजों के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। आजकल घुटने का दर्द उम्र देखकर नहीं होता है कम उम्र से ही बच्चे इस दर्द से जूझ रहे है, तो ऐसे में कॉपर ब्रेसलेट पहनने से आपको राहत मिल सकती है। तांबे का उपयोग लाभकारी तो है फिर भी, कई ग्रहीय स्थितियों के चलते तांबा धारणा करना सही है या नहीं, इसके लिए किसी जानकार ज्योतिष से विमर्श के बाद ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे इसका सही फायदा लिया जा सके।

Comments