माघ महीने में धार्मिक कार्यों से मिलती शुभ फलों की प्राप्ति || Vaibhav Vyas


माघ महीने में धार्मिक कार्यों से मिलती शुभ फलों की प्राप्ति 

माघ महीने में धार्मिक कार्यों से मिलती शुभ फलों की प्राप्ति व्रत-त्योहार के लिहाज से माघ का महीना बहुत खास माना जाता है। माघ में किए गए पूजा-पाठ और दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मान्यताओं के अनुसार माघ में किए धार्मिक कार्य से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। इस बार माघ का महीना 24 फरवरी 2024 को समाप्त होगा। इस माह तिल के किए गए कुछ उपाय कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं और इन्हें करने से घर में संपन्नता आती है। माघ के महीने में करें ये काम माघ में कल्पवास की परंपरा है। इस दौरान करीब महीने भर तक हजारों लोग संगम किनारे रहकर व्रत रखकर संगम में स्नान करते हैं। यह महीना कृष्ण भगवान को समर्पित होता है। ऐसे में इस माह में प्रतिदिन कान्हा की पूजा करनी चाहिए। इस माह गीता पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। माघ मास में तिल का विशेष महत्व होता है। इस महीने में रोज तिल खाने और जल में तिल मिलाकर स्नान करने से बहुत पुण्यदायी माना जाता है। माघ मास में गुड़, तिल और कंबल का दान बेहद फलदायी माना जाता है। मान्यताओं के मुताबिक ऐसा करने से हर तरह के रोग दूर होते हैं। माघ माह का शनिवार बहुत खास माना जाता है। इस दिन काले तिल, काली उड़द को काले कपड़े में बांधकर किसी गरीब व्यक्ति को दान करने से शनि देव की खास कृपा मिलती है। यह उपाय शनि के दोषों से राहत दिलाने के साथ ही आर्थिक तंगी से छुटकारा भी दिलाता है। अगर आपके पास धन नहीं टिकता है या फिर धन की हानि होती है तो इसे रोकने के लिए मुठ्ठी भर काले तिल को परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर सात बार उतारकर घर के उत्तर दिशा में फेंक दें। इससे आर्थिक नुकसान नहीं होगा। इस माह के शनिवार को दूध में काला तिल मिलाकर ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय का जप करते हुए इसे पीपल पर चढ़ाएं. इससे बुरा वक्त जल्दी खत्म होता है। माघ मास में हर दिन एक लोटे में शुद्ध जल और काले तिल डालकर इसे शिवलिंग पर चढाएं। इस दौरान ऊँ नम: शिवाय मंत्र जाप करते रहें, इससे पुरानी चल रही बीमारियों से छुटकारा मिलता है।

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