नवमी तिथि पर करें मां सिद्धिदात्री की पूजा || Vaibhav Vyas


 नवमी तिथि पर करें मां सिद्धिदात्री की पूजा


नवमी तिथि पर करें मां सिद्धिदात्री की पूजा माघ महीने की गुप्त नवरात्रि को नवमी तिथि को नवरात्रि का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इसलिए इस दिन कुछ विशेष उपायों को करने से मां अंबे का आशीर्वाद मिलता है और वे अपने भक्त की हर मनोकामना पूरी करती हैं। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा से प्रकट हुईं 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है लेकिन गृहस्थ जीवन वालों को गुप्त नवरात्रि में सामान्य तरीके से नवमी तिथि पर मां सिद्धिदात्री की पूजा करनी चाहिए। गुप्त नवरात्रि के आखिरी दिन ऐसे उपाय करने चाहिए, जिससे जातक को धन, संपत्ति, सुख-समृद्धि मिले। वैवाहिक जीवन सुखमय बनाने के लिए- अगर किसी के वैवाहिक जीवन में कोई कष्ट है तो इसे दूर करने के लिए गुप्त नवरात्रि की नवमी तिथि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के पश्चात मां दुर्गा व गणपति जी की तस्वीर के सामने घी का दो मुखी दीपक जलाएं और फिर 108 बार ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम: मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से पति-पत्नी के संबंध में सुधार होने लगता है। संतान सुख और ग्रह बाधा- नवमी तिथि के दिन मां सिद्धिदात्री की विधि विधान से पूजा करने के बाद उन्हें खीर का भोग लगाना चाहिए। इसके साथ ही 9 कन्याओं को खीर खिलाना चाहिए, इसके बाद कन्याओं के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें। ऐसा करने से संतान सुख मिलता है साथ ही कुंडली के ग्रहों के अशुभ प्रभाव नहीं मिलते हैं। शत्रु बाधा के लिए- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुप्त नवरात्रि के आखिरी दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा रात्रि में यानी निशिता काल में की जाए तो पूजा का दोगुना फल मिलता है। निशिता काल मुहूर्त में दुं दुर्गायै नम: मंत्र की एक माला जाप करें। इससे शत्रु बाधा खत्म होती है।

Comments