दो मिनट ऊँ का उच्चारण देता मन को सुकून || Vaibhav Vyas


दो मिनट ऊँ का उच्चारण देता मन को सुकून 


दो मिनट ऊँ का उच्चारण देता मन को सुकून ऊँ ऐसा चमत्कारिक शब्द है जो कुछ ही दिनों में आपकी तमाम परेशानियों को खत्म करके आपके पूरे जीवन को बदलाव लाने की शक्ति रखता है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां मानसिक तनाव एक आम बात सी लगती है। इसके निवारण के लिए भगवान का ध्यान, पूजा पाठ, योग व प्राणायाम के लिए समय नहीं निकाल पाते। ऐसे में कम से कम सुबह उठकर और रात में सोते समय शांति से बैठकर दो मिनट के लिए ऊँ का जाप करना चाहिए। ये ऐसा चमत्कारिक शब्द है जो कुछ ही दिनों में आपकी तमाम परेशानियों को खत्म करके आपके पूरे जीवन में बदलाव की शुरुआत कर सकता है। धार्मिक रूप से ऊँ शब्द को बहुत शक्तिशाली माना गया है। मान्यता है कि इसमें पूरा ब्रह्मांड समाया हुआ है। जब हम किसी मंत्रोच्चारण से पहले इस शब्द को बोलते हैं तो उस मंत्र का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। वैज्ञानिक भी इस बात को मानने लगे हैं कि ऊँ शब्द बोलते समय हमारे गले और शरीर में एक तरह का कंपन होता है, इसकी वजह से थायरॉयड, बीपी, लंग्स, पेट की समस्याएं ठीक होती हैं और शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बेहतर होती है। उनक अनुसार ऊँ के नियमित जाप से तनाव, डिप्रेशन, गुस्सा, अनिद्रा जैसी समस्याएं काफी नियंत्रित हो जाती हैं। ऊँ केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि ध्वनि है। जब हम इसका जाप करते हैं तो बोलते समय उत्पन्न हुई उस ध्वनि से ही हमें कई तरह के फायदे होते हैं। इसलिए इसका जाप हमेशा ऐसी जगह पर करना चाहिए जहां कोई शोरशराबा न हो बिलकुल शांत चित्त होकर इसका जाप किया जा सके। ऊँ का उच्चारण करते समय स्वर को जितना ऊंचे रखेंगे और जितनी गहराई से इसे बोलेंगे, आपको इसके उतने ही बेहतर लाभ मिलेंगे। ऊँ का उच्चारण करने से पहले जमीन पर आसन लगाएं और पद्मासन में बैठें। इसके बाद आंखें बंद करके सांस खींचें और फिर पेट से ऊँ की आवाज को निकालते हुए सांस छोड़ते चले जाएं। शास्त्रों के अनुसार दिन के चौबीस घंटों में से कुछ घंटों का समय ऐसा होता है जब ईश्वरीय शक्ति अपने चरम पर होती है। इस समय में किया गया जाप, पाठ, आराधना अधिक फलित होते हैं। इसलिए ऊँ का जाप भी सुबह जल्दी और रात सोने से पहले करना चाहिए ताकि इसका पूरा फायदा मिल सके।

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