धन प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी के ये मंत्र जाप बेहद फलदायी || Vaibhav Vyas


धन प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी के ये मंत्र जाप बेहद फलदायी 

धन प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी के ये मंत्र जाप बेहद फलदायी हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी को धन की देवी माना जाता है। कहते हैं जो व्यक्ति इनके मंत्रों का विधिवत जाप करता है उसके जीवन में पैसों की कभी दिक्कत नहीं होती। अगर जीवन में धन संबंधी परेशानियां हमेशा बनी रहती हैं तो लक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप आपके लिए फलदायी साबित हो सकता है। शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी समुद्र मंथन के समय आठवें रत्न के रुप में अवतरित हुई थीं। मॉं लक्ष्मी को भाग्य और धन की देवी के रुप में पूजा जाता है। मां लक्ष्मी के ये मंत्र सबसे प्रभावशाली मंत्र माने जाते हैं जो बेहद फलदायी माने गए हैं। ऊँ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नम: इस मंत्र के जाप से आत्मविश्वास में वृद्धि होने के साथ-साथ आर्थिक परेशानियों का अंत होने की मान्यता है। माता लक्ष्मी के मंत्र- ऊँ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात ऊँ। मॉं लक्ष्मी का बीज मंत्र- ऊँ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नम: इस मंत्र के जाप से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। आर्थिक परेशानियों का अंत हो जाता है। दुखों का नाश होता है। इस मंत्र से माता लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं। इस बीज मंत्र का अर्थ होता है कि हे परमपिता परमात्मा, हे महामाया, हे माता लक्ष्मी मेरे दुखों को हरकर मेरे जीवन को समृद्धि दें। लक्ष्मी गायत्री मंत्र- ऊँ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ऊँ। कहते हैं जो व्यक्ति इस मंत्र का सच्चे मन से जाप करता है उसके जीवन के सारे दुख दूर हो जाते हैं। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस मंत्र का निरंतर जाप आपके जीवन में सकारात्मकता लाने का काम करता है। महालक्ष्मी मंत्र- ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्ये नम:। मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है। खासतौर से इस मंत्र के जाप से कर्ज से मुक्ति मिलने की मान्यता है। कहते हैं अगर कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का हर दिन जाप किया जाए तो किसी भी तरह के कर्ज से छुटकारा मिल जाता है। मंत्र जाप की विधि- मंत्र जाप करने से पहले घर के मंदिर में शुद्ध घी का दीपक जला लें। माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप स्फटिक या कमलगट्टे की माला से करना चाहिए। मंत्र उच्चारण करते समय कम से कम 3 माला जाप अवश्य करें। मंत्र का जाप किसी आसन पर बैठकर करें। जाप पूरा करने के बाद माला अपने स्थान पर वापस रख दे।

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