गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व || Vaibhav Vyas


 गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व 

गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व दीपावली उत्सव पांच दिनों तक चलने वाला त्यौहार है। दीपावली पर गणेश जी, माता महालक्ष्मी और मां सरस्वती की पूजा का विधान है वहीं दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन गाय की पूजा की जाती है क्योंकि हिन्दू शास्त्रों में गायों को लक्ष्मी जी का ही स्वरूप माना गया है। जिस प्रकार मां लक्ष्मी हमें धन-वैभव सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं, ऐसे ही गाएं भी हमें और हमारे जीवन की रक्षा करती हैं। जैसे गाय का दूध निरोगी माना जाता है। इसके सेवन से कोई बीमारी नहीं होती और हमारी बुद्धि भी तेज होती है, उसी प्रकार गाय का गोबर जो पहले खाना और भोजन पकाने के काम भी आता था और गायों का बछड़ा बड़ा होकर खेत में हल जोतने के काम आता था। गोवर्धन पूजा मनाने के पीछे मान्यता है कि एक दिन गोकुल में सभी गांव वाले इंद्र देव की पूजा में व्यस्त थे तब छोटे से बाल गोपाल ने अज्ञानतावश पूछा की-  मैया ये किसकी पूजा कर रही हो- तब माता ने बड़े प्यार से बेटे को बताया कि हम देवराज इंद्र की पूजा कर रही है ताकि वो हमारी पूजा से प्रसन्न हो कर बारिश करे जिससे हमारी फसलें अच्छी होगी और अच्छी फसल होने से हमारे गांव में सुख और समृद्धि आएगी। तब भगवान् कृष्ण ने कहा की हमें गाय की पूजा करनी चाहिए न कि इंद्र देव की, उनकी इस बात से देवराज इंद्र नाराज हो गए और गुस्से में उन्होंने गोकुल में आंधी तूफान और वर्षा शुरू कर दी तब गोकुल निवासियों को बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपने हाथ की सबसे छोटी उंगली पर उठा लिया। सारे जानवर गांव वाले गोवर्धन पर्वत के नीचे आ गये तब उन्होंने अपने शेषनाग को बोला की वह अपना पूरा फन फैलाकर बारिश को आने से रोके। सात दिन बारिश नहीं रुकी। तब इंद्र देव को अपनी गलती का अहसास हुआ की ये कोई आम मनुष्य नहीं हैं। ये तो स्वयं विष्णु जी का अवतार हैं। उसके बाद इंद्र देव ने भगवान कृष्ण जी से माफी मांगी और तभी से गोवर्धन की पूजा शुरू हो गई। उस दिन के बाद से अन्न कूट और पूरी के प्रसाद से गोवर्धन को भोग लगाया जाता है। पूजा करने की विधि- इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद गाय का गोबर लाएं। जिस स्थान पर आप को गोवर्धन की पूजा करनी है उस स्थान को अच्छी तरह से साफ कर लें। फिर उस स्थान पर कृष्ण भगवान की आकृति या गोवर्धन बना लें और गाय की पूजा करनी चाहिए।

Comments