आखिरी सोमवार को करें रुद्राभिषेक || Vaibhav Vyas


 आखिरी सोमवार को करें रुद्राभिषेक 

आखिरी सोमवार को करें रुद्राभिषेक सावन अब समाप्ति की ओर है। इस साल अधिक मास के चलते सावन दो महीने का है, जिसमें 8 सावन सोमवार का संयोग बना। अभी तक 7 सावन सोमवार हो चुके हैं। अब आखिरी सावन सोमवार व्रत शेष है। जो लोग अभी तक शिव जी का जलाभिषेक या रुद्राभिषेक नहीं कर पाए हैं वह 8वें और आखिरी सावन सोमवार पर ये शुभ कार्य कर सकते हैं। मान्यता है इससे पूरे सावन में शिव पूजा करने के समान फल मिलता है। सालभर धन का अभाव नहीं रहता, शिव कृपा से ग्रहों की अशुभता दूर होती है। वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है। 28 अगस्त 2023 को सावन का 8वां और आखिरी सोमवार व्रत रखा जाएगा। इस दिन सावन पुत्रदा एकादशी का पारण होगा साथ ही सोम प्रदोष व्रत का संयोग भी बन रहा है। ऐसे में सावन का अंतिम सोमवार बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पंचांग के अनुसार 28 अगस्त 2023 को शाम 06.22 मिनट तक सावन माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इसके बाद त्रयोदशी तिथि लग जाएगी। ऐसे में व्रती सुबह सोमवार व्रत की पूजा के साथ शाम को प्रदोष व्रत का पूजन करने से मनोवांछित फल प्राप्त कर सकता है। सावन के आखिरी सोमवार पर सुबह स्नानादि के बाद शिवलिंग का जलाभिषेक करें। षोडोपचार से शिव का पूजन करें। उन्हें बेलपत्र, भस्म, भांग, धतूरा, पुष्प, भोग अर्पित करें। राहु ग्रह को मजबूत करने के लिए आखिरी सावन सोमवार पर शाम को प्रदोष काल मुहूर्त में जल में 7 दाना जौ मिलाकर अभिषेक करें। अगर कुंडली में शनि की गुरु की कमजोर स्थिति के कारण वैवाहिक जीवन में उथल-पुथल मची है, विवाह में देरी हो रही है तो जल में केसर डालकर जलाभिषेक करें। अक्षत को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए कभी भी देवी-देवता को टूटा हुआ चावल नहीं चढ़ाना चाहिए। शिव पर अक्षत अर्पित करने से धन लाभ के साथ मान-सम्मान प्राप्त होता है।

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