बेल पत्र के अलावा ये पांच पत्ते भी प्रिय है भोलेनाथ को || Vaibhav Vyas


बेल पत्र के अलावा ये पांच पत्ते भी प्रिय है भोलेनाथ को 

बेल पत्र के अलावा ये पांच पत्ते भी प्रिय है भोलेनाथ को भगवान शिव को सावन का महीना सबसे अधिक प्रिय है। कहते हैं जो व्यक्ति भगवान शिव की सच्चे दिल से सावन के महीने में उपासना करता है उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। सावन के महीने में जो व्यक्ति भगवान शिव का जलाभिषेक, दूध से अभिषेक, धतूरा, भांग और बेलपत्र आदि चढ़ाता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही महादेव भी प्रसन्न होते हैं। बेलपत्र भगवान शिव को बहुत ही प्रिय है यदि आपको बेलपत्र नहीं मिलता है तो आप इन 5 चीजों से पूजा करके भी महादेव की कृपा पा सकते हैं। शिव पुराण के अनुसार, भगवान शिव को शमी के पत्ते बहुत ही प्रिय हैं। भगवान शिव को इन्हें अर्पित करने से वह बहुत प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा भगवान शिव को शमी के पत्ते भी अर्पित कर सकते हैं। उनके साथ साथ भगवान गणेश को भी यह चढ़ाना चाहिए। शमी के पत्ते अर्पित करें। इसके लिए एक पीतल, तांबे या कांसे के लोटे में थोड़ा सा गंगाजल, सफेद चंदन, चावल आदि मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। इसके बाद शमी का पत्ता उन्हें अर्पित कर दें। यदि सावन में भगवान शिव पर आपको बेलपत्र चढ़ाने के लिए नहीं मिलता है तो आप पीपल का पत्ता भी चढ़ा सकते हैं। ऐसी मान्यताएं हैं की यदि सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पत्ते अर्पित करते हैं तो व्यक्ति को अपने सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। भगवान शिव का अभिषेक करने के साथ ही भांग का उपयोग भी किया जाता है। इसके साथ ही शिवलिंग पर भी आप भांग के पत्ते भगवान शिव को अर्पित करें। कहते हैं भगवान शिव को भांग अर्पित करने से महादेव प्रसन्न होते हैं। यदि आपको बेलपत्र न मिलें तो आप भांग अर्पित कर सकते हैं। शास्त्रों में पूजा और धर्म कर्म के कार्यों में दूर्वा का विशेष महत्व हैं। मान्यताओं के अनुसार, दूर्वा को अमृत के समान माना गया है। कहते हैं शिवलिंग पर दूर्वा चढ़ाने से व्यक्ति को दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। भगवान शिव को धतूरा और धतूरे के पत्ते बहुत ही प्रिय हैं। यदि आपको भगवान शिव को धतूरा चढ़ाने के लिए नहीं मिलता है  तो आप उसके फल भी चढ़ा सकते हैं। इससे भी आपको भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा।

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