सावन पूर्णिमा पर किए उपाय से शीघ्र लाभ || Vaibhav Vyas


सावन पूर्णिमा पर किए उपाय से शीघ्र लाभ 

सावन पूर्णिमा पर किए उपाय से शीघ्र लाभ इस साल सावन के महीने को बहुत खास माना जा रहा है, क्योंकि अधिक मास की वजह से इस बार सावन दो महीने का है। ऐसे में सावन में पडऩे वाले व्रत और त्योहार की संख्या भी बढ़ गई है। दो महीने का सावन होने की वजह से पूर्णिमा भी दो बार पड़ रही है। सावन की पहली पूर्णिमा 1 अगस्त को और सावन की दूसरी पूर्णिमा 30 अगस्त को है। पूर्णिमा के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान-दान आदि का विशेष महत्व होता है। सावन और अधिक मास का संयोग होने की वजह से पूर्णिमा तिथि बहुत खास मानी जाती है। इस दिन कुछ उपाय करने से जीवन में खुशियां आती हैं। सावन अधिक मास की पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीपल के पेड़ पर ब्रह्मा, विष्णु, महेश इन तीनों देवताओं का वास होता है। साथ ही पीपल के पेड़ पर हर वक्त माता लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए पूर्णिमा के दिन पीपल की पूजा करने पर विशेष लाभ प्राप्त होता है। इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा जरूर करें।   पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने से पितृदोष से मुक्ति मिल जाती है। ऐसे में सावन अधिक मास की पूर्णिमा के दिन जल में काला तिल मिलाकर पीपल के पेड़ पर अर्पित करें। जिस भी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष हो उसे सावन अधिक मास की पूर्णिमा पर पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। इससे शनि दोष का प्रभाव कम हो जाता है और उन्नति के अवसर प्राप्त होते हैं। जिन लोगों के दांपत्य जीवन में समस्या आ रही है उन्हें पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को दूध से अघ्र्य देना चाहिए। इस उपाय को करने से दांपत्य जीवन में मिठास घुल जाती है और पति-पत्नी के बीच मधुरता बढ़ जाती है। अधिक मास की पूर्णिमा के दिन व्रत रखने वालों को चन्द्र दर्शन कर व्रत का पारणा करना चाहिए। इस दिन चन्द्रोदय के समय चन्द्र देव को अध्र्य देकर उनकी पूजा करनी चाहिए। अघ्र्य देते समय चन्द्रदेव के मंत्रों का जाप करना उत्तम माना गया है।

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