अमावस्या पर करें स्नान-दान और पितरों का तर्पण || Vaibhav Vyas


 अमावस्या पर करें स्नान-दान और पितरों का तर्पण

हिंदू धर्म में शुभ कार्यों के लिए तिथि, वार और शुभ मुहूर्त का होना जरूरी है, वैसे ही कोई भी अमावस्या हो उसका भी अपना खास महत्व होता है। अमावस्या के दिन स्नान-दान, पुण्य और पितरों को तर्पण किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, अमावस्या के दिन स्नान दान और पूजा पाठ का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।

शिवजी का करें अभिषेक- अमावस्या के दिन शिव जी की पूजा जरूर करें। शिवलिंग पर कच्चे दूध और दही से अभिषेक करें और काले तिल अर्पित करें। साथ ही इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक जरूर करें। इससे मन को तो संतुष्टि मिलेगी ही, साथ ही आपके अधूरे काम भी पूरे होंगे।

पितरों के लिए तर्पण करें- अमावस्या के दिन पितरों के लिए तर्पण करना चाहिए। इस दिन अपने पितरों का ध्यान करते हुए पीपल के पेड़ पर गंगाजल, काले तिल, चीनी, चावल, जल और पुष्प अर्पित करें साथ ही ऊँ पितृभ्य: नम: मंत्र का जाप करें। इससे पितर दोष से मुक्ति मिलेगी और आप पर पितरों का आशीर्वाद बना रहेगा।

भगवान विष्णु और पीपल के वृक्ष की करें पूजा- अमावस्या के दिन भगवान विष्णु और पीपल के वृक्ष की पूजा करें। पूजन से पहले खुद पर गंगाजल का छिड़काव करें। फिर पीपल के वृक्ष का पूजन करने के बाद पीले रंग के पवित्र धागे को 108 बार परिक्रमा करके बांधें।

सुहागिनें जरूर करें शिव-पार्वती पूजा- अमावस्या के दिन शिव पार्वती के पूजन का खास महत्व होता है। ऐसे में इस दिन सुहागिन महिलाएं कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें। इससे पति की सेहत संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।

पीपल का एक पौधा लगाएं- यदि संभव हो तो अमावस्या के दिन पीपल का एक पौधा जरूर लगाएं।  अमावस्या के दिन पीपल का पौधा लगाने से पितर देव बहुत खुश होते हैं। साथ ही इससे तरक्की के रास्ते भी खुल जाते हैं।

Comments