अमावस्या के दिन उपायों से होंगे ग्रह दोष दूर || Vaibhav Vyas


 अमावस्या के दिन उपायों से होंगे ग्रह दोष दूर

हिंदू धर्म में अमावस्या का एक विशेष महत्व है। वहीं इस बार वैशाख माह की अमावस्या 20 अप्रैल के दिन पड़ रही है। इस दिन स्नान-दान का भी खास महत्व रहता है। कहा जाता है कि अमावस्या के दिन कुछ खास उपाय कर लिए जाएं तो कई ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है। इन दोषों का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर खास तौर से पड़ता है। अगर समय रहते, विशेषकर अमावस्या के दिन, इन उपायों को दूर कर लिया जाए तो, व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वैशाख अमावस्या की तिथि 19 अप्रैल सुबह 11 बजकर 23 मिनट से 20 अप्रैल सुबह 09 बजकर 41 मिनट तक रहेगी। 20 अप्रैल को सूर्योदय होने के समय वैशाख अमावस्या मनाई जाएगी।

ज्योतिष के अनुसार वैशाख अमावस्या के दिन भारत में शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस दिन शनि देव का जन्म दिवस होता है। कहा जाता है कि इस दिन किए गए कुछ विशेष उपाय साढ़ेसाती और ढैय्या के साथ शनि दोषों से मुक्ति दिलाते हैं।

शनि की साढ़े साती, ढैय्या व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियां लेकर आती हैं। ऐसे में इस दिन शनि देव की विधिवत पूजा करने से शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन मंदिर में जाकर काला तिल, सरसों का तेल, काला या नीला कपड़ा चढ़ाएं। साथ ही शनि कवच और शनि चालीसा का पाठ करें।

पितृ दोष- शास्त्रों में कुंडली में पितृ दोष को बड़ा दोष माना गया है। कहा जाता है इससे पूरा परिवार परेशानियों से घिरा रहता है। इससे व्यक्ति का वंश आगे नहीं बढ़ पाता। इसलिए वैशाख की अमावस्या के दिन पितरों को जल से तर्पण करें और पिंडदान करें। पितरों का ध्यान करके दान करें। इससे पितृ तृप्त होकर वंशजों को आशीर्वाद देते हैं। साथ ही पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।

कुंडली में राहु-केतु का अन्य सात ग्रहों के साथ विशेष स्थिति से कालसर्प दोष बनता है। ये आपके कार्यों में बाधाएं उत्पन्न करते हैं। ऐसे में आप वैशाख अमावस्या के दिन कालसर्प दोष का उपाय करें।

ज्योतिष के अनुसार वैशाख अमावस्या के दिन सुबह 5 बजकर 51 मिनट से ही सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। माना जाता है कि इस योग में किए गए कार्य व्यक्ति को सफल बनाते हैं। साथ ही व्यक्ति को दोषों से मुक्ति मिलती है।

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