ऊँ माधवाय नम: मंत्र का जाप फलदायी || Vaibhav Vyas


 ऊँ माधवाय नम: मंत्र का जाप फलदायी

7 अप्रैल 2023 से वैशाख महीने की शुरुआत हो चुकी है। इस महीने में कुछ खास काम करने से विष्णु और मां लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होते हैं और घर धन-धान्य से भर जाता है। सनातन धर्म के अनुसार इस महीने को धर्म-कर्म आदि के लिए सर्वोत्तम माना गया है। इस महीने में अपने इष्टदेव की आराधना कर उनका आशीर्वाद सहजता से प्राप्त किया सकता है। ऐसे ही वैशाख माह में ये 5 उपाय कर लिए जाए तो धन में होगी वृद्धि, मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलेगा। वैशाख माह में जहां जल का महत्व अत्यधिक है, वहीं सुबह-सुबह की स्नान का भी महत्व माना गया है। कथा-पुराणों के अनुसार तो इस महीने सूर्योदय से पहले स्नान करने मात्र से ही विष्णु लोक की प्राप्ति सुगम हो जाती है। इस पूरे ही महीने सूर्योदय से पूर्व स्नान करके उदित होते सूर्य भगवान को अघ्र्य देना चाहिए जिससे शारीरिक स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ धार्मिक लाभ भी प्राप्त होने वाले रहते हैं।

वैशाख का महीना सभी अन्य महीनों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस महीने में भगवान विष्णु के परशुराम, नृसिंह, कूर्म, वराह और बुद्ध अवतार की पूजा की जाती है। वैशाख महीने में वैसे तो श्री हरि विष्णु की पूजा का ही विधान है, लेकिन इसमें भी विशेषकर विष्णु के माधव स्वरूप की पूजा-आराधना शीघ्र फलदायी मानी गई है। इसलिए वैशाख माह में नित्य नियमपूर्वक रोजाना 11 बार ऊँ माधवाय नम: मंत्र का जाप करने मात्र से घर परिवार पर आने वाले सभी संकटों का नाश होता है।

वैशाख माह में जल, आम, गुड़, सत्तू और तिल का दान करने से पितृ दोष दूर होता है। समस्त पापों का नाश होता है। आरोग्य का वरदान मिलता है।

इस महीने में अक्षय तृतीया का दिन मांगलिक कार्य और शुभ चीजों की खरीदारी के लिए श्रेयस्कर है। कहते हैं जो इस दिन सोना, चांदी, वाहन, भूमि, आदि की खरीदी करता है उन चीजों में वृद्धि होती है और घर में संपन्नता आती है। मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इस दिन विवाह, सगाई, गृह प्रवेश करने से उसमें सफलता मिलती है। इस दिन की गई पूजा-आराधना अक्षय फल प्रदान करने वाली मानी गई है।

वैशाख के महीने में पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था, जरुरतमंदों को छाता, गर्मी से त्रस्त व्यक्ति को पंखा, जूते-चप्पल का दान, छायादार वृक्ष की सेवा, करना चाहिए। मान्यता है इससे दस हजार राजसूय यज्ञ करने के समान फल प्राप्त होता है।

वैशाख मास में दिन में सोना, कांस्य के पात्र में भोजन करना, तेल लगाना, खाट पर सोना, घर में नहाना, तला हुआ पदार्थ खाना, रात में खाने का त्याग करना चाहिए। इससे रोग और शोक मिट जाते हैं।

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