वैशाख मास में श्री हरि की पूजा से दूर होंगे कष्ट || Vaibhav Vyas


 वैशाख मास में श्री हरि की पूजा से दूर होंगे कष्ट

वैशाख मास में भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। इस महीने में भगवान हरि की उपासना करने से व्यक्ति को कष्टों से मुक्ति मिलती है साथ ही व्यक्ति की उन्नति होती है। वैशाख माह हिंदू धर्म के अनुसार, दूसरा महीना है। वैशाख मास में दान और गंगा स्नान करने से व्यक्ति को विशेष फल प्राप्त होता है। वैशाख मास में नदी-संगम में स्नान और दान करने का विशेष महात्म्य कहा गया है। मान्यताओं के अनुसार वैशाख मास में गंगा नदी में स्नान करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होकर उसे मोक्ष की प्राप्ति होने वाली रहती है। इस पूरे महीने में धार्मिक आयोजनों के साथ जुडऩा और धार्मिक आयोजन करने से श्री हरि की कृपा मिलने वाली रहती है। इसी के साथ जरूरतमंदों को दान-पुण्य करने की भी शास्त्रों में महिमा गाई गई है। जितना दान-पुण्य बिना दिखावे के किया जाता है उसे ही वास्तविक दान-पुण्य की श्रेणी में माना जाता है। इसलिए कहा भी कहा गया है कि एक हाथ से करे तो दूसरे हाथ को भी पता नहीं लगना चाहिए। तभी दिया गया दान सार्थक कहा जाता है।

वैशाख मास को माधव मास के नाम से भी जाना जाता है। जिसका मतलब होता है भगवान श्रीकृष्ण का मास। इस महीने में भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। भगवान विष्णु की पूजा अर्चना से व्यक्ति का जीवन सुखमय बना रहता है।

पंचांग के अनुसार, वैशाख मास का आरंभ पूर्णिमा के हिसाब से 7 अप्रैल से और संक्रांति के हिसाब से 15 अप्रैल आरंभ माना जाता है। क्योंकि, चैत्र मास का समापन संक्रांति के बाद से माना जाता है। जबकि हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा के बाद से वैशाख मास का आरंभ होता है जो इस बार 7 अप्रैल से है। ऐसे में वैशाख मास का आरंभ 7 अप्रैल से हो रहा है।

वैशाख मास का महत्व- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख मास में भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। इस मास में स्नान दान करना उत्तम माना जाता है। कहते हैं इस मास में पूजा पाठ करने से व्यक्ति को अपने कष्टों से मुक्ति मिलती है।

वैशाख मास पूजा विधि- वैशाख मास में भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि विधान के साथ करनी चाहिए। इस दौरान ओम माधवाय नम: मंत्र का जप करें। इस मंत्र का जप करने से व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि आती है साथ ही अगर किसी के कैरियर में समस्या चल रही है तो इस मंत्र के जप से समस्याएं समाप्त होती हैं और कैरियर में उन्नति होती है। इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी के पत्तों और पंचामृत का इस्तेमाल जरूर करें। साथ ही वैशाख मास में गीता का पाठ करना चाहिए या फिर सुनना चाहिए।

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