होली पर मंत्र सिद्ध करने कि विधि || Vaibhav Vyas


 होली पर मंत्र सिद्ध करने कि विधि

हर आदमी के अलग अलग इष्टदेव होते है इसलिए जिस देव का मंत्र सिद्ध करना होता है तो सब से पहले जब होली दहन का कार्यक्रम पूर्ण हो जावे तब शरीर शुद्व होना आवश्यक होता हैं सबसे पहले स्नान करके होलिका के आगे कुशा आसन लगा कर होलिका कि पूजा करें तथा धूप व आरती करे व प्रसाद चढावे आप उस समय तिल धी खांड गिरी बूरा दे से यज्ञ कर ऊँ नम: भगवती वासुदेवाय नम: की 101 आहुतियां भी दे सकते है,या इस मंत्र की माला भी फेर कर अपने कष्ट से छूटकारा पा सकते है। तथा लक्ष्मी प्राप्ति हेतु इस दिन श्रीसूक्त पाठ लक्ष्मी सूक्त,महालक्ष्मी अष्टांग व सिद्वि लक्ष्मी के पाठ दुर्गा के पाठ,शक्रादय स्तुति का पाठ करने से लक्ष्मी प्राप्ति व घर मे सुख शान्ति रहती तथा दुर्गा के पाठ व हनुमान जी के पाठ करने से अनिष्ट ग्रहों की शान्ति होती है घर से बीमारी दुर रहती हैं आप पर कोई तान्त्रिक प्रयोग नहीं कर सकता हैं।  अगर आप कोई मंत्र  अथवा झाड़ा सिद्ध करना चाहते है तो इस दिन आप अपने इष्ट जैसे हनुमानजी,भैरव जी,दुर्गा जी का मंत्रों से यज्ञ आहुति भी दे कर तथा पूजन कर व मन लगाकर माला फेरे तो आपका मंत्र तथा झाड़ा सिद्ध हो जायेगा।

ज्योतिष के उपाय-  त्यौहार का समय हर कार्य के लिए शुभ माना जाता है और यदि इसी दौरान कुछ धार्मिक कार्य भी किए जाएं तो उसका अधिक फल मिलता है। होली की रात तो वैसे भी पूजा और ज्योतिष के उपाय करने के लिए बहुत शुभ मानी जाती है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें करने से आपको आने वाले पूरे वर्ष में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होगी।

होली के मंत्रों का जप-

होली के दौरान कुछ मंत्रों का जप करने से आप महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। होली की रात देवी महालक्ष्मी सहित इष्ट देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करनी चाहिए। मंत्र जप 108 बार या 1008 बार किया जा सकता है। मंत्र जप के लिए कमल के गट्टे की माला का उपयोग करना चाहिए।

इस मंत्र का जप करें - मंत्र:-1. ऊँ श्रीं महालक्ष्म्यै नम:।

मंत्र के जप एवं पूजन विधान से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। यह बातें यदि निर्देशानुसार मानी जाएं, तो आपकी ये पूजा असफल नहीं होगी। सबसे पहली बात पूजा आरंभ करने से पहले शास्त्रानुसार नहाकर साफ वस्त्र पहनकर तैयार हो जाएं।

होली पूजा की सामग्री- पूजा करने के लिए इस तरह की सामग्री का प्रयोग करें - महालक्ष्मी को कमल के फूल, चंदन, केसर, पीला वस्त्र, इत्र व मिठाई अर्पित करें। इसके बाद कुश के आसन पर बैठकर कमल गट्टे की माला से मंत्र का जप करें। होली के बाद हर शुक्रवार महालक्ष्मी का विशेष पूजन और इस मंत्र का जप करते रहना चाहिए।

होली की रात महालक्ष्मी उपाय-

महालक्ष्मी के इन उपायों को होली की रात करने से आने वाला समय सुख एवं स्मृद्धि से युक्त होगा। किंतु जीवन से जुड़े अन्य पहलुओं संबंधी उपाय भी होली की रात किए जा सकते हैं, उदाहरण के लिए विवाह बाधा दूर करने का उपाय-

होली की रात एक आसान पूजा से विवाह में आ रही बाधा को दूर किया जा सकता है। यदि कोई व्यक्ति विवाह योग्य है और कुंडली के दोषों के कारण कई प्रयासों के बाद भी विवाह नहीं हो पा रहा है तो होली की रात आगे बताया जा रहा उपाय कर सकते हैं। इस उपाय से कुंडली के दोष शांत हो सकते हैं।

शिवलिंग पर अर्पित करें ये चीज़ें-

होली पर पान का 1 साबूत पत्ता, 1 साबूत सुपारी एवं हल्दी की गांठ लेकर शिव मंदिर जाएं। पान के पत्ते पर सुपारी और हल्दी की गांठ रखकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके बाद अपने घर लौट आएं। घर लौटते समय पीछे पलटकर न देखें। यही प्रयोग अगले दिन फिर करें।

लेकिन किन्हीं कारणों से आप यह पूजा नहीं कर सकते, तो एक और छोटा सा उपाय है जो विवाह में आ रही रुकावट को दूर कर सकता है। इसके लिए ना किसी शुभ मुहूर्त की आवश्यकता है और ना ही पूजन के लंबे विधि-विधान की।

शिव मंदिर जाएँ

इसके लिए जातक को केवल होली की रात को किसी शिव मंदिर में शिवलिंग के पास दीपक जलाना है। ऐसी मान्यता है कि रात के समय शिवलिंग के पास दीपक जलाने से महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसा भी कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति यह उपाय करता है उसके जीवन की कई परेशानियां समाप्त हो सकती हैं।

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