प्रेम संबंधों में मिठास के लिए फाल्गुन मास विशेष || Vaibhav Vyas


 प्रेम संबंधों में मिठास के लिए फाल्गुन मास विशेष

हिंदू कैलेंडर का आखिरी महीना फाल्गुन के महीने में प्रकृति खिलखिला उठती है। इसी के साथ मौसम परिवर्तन की शुरुआत होने लगती है। चारों ओर प्रेम की बयार बहती है। सारा वातावरण रंगीन दिखाई पड़ता है। बसंत का प्रभाव होने से फाल्गुन महीने में प्रेम और रिश्तों में बेहतरी आती जाती है।

मान्यता है कि इस महीने प्रेम, विवाह और वैवाहिक जीवन के लिए  किए गए प्रयोग-उपाय विशेष सफल होते हैं। प्रकृति के नजरिए से फाल्गुन का महीना जितना महत्वपूर्ण है उतना ही इसका धार्मिक महत्व भी है। ये महीना श्रीकृष्ण, शिव, मां लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा को समर्पित है। इसलिए फाल्गुन मास में इनकी पूजा-आराधना शीघ्र फलदायी मानी जाती है। पूजा-उपासना के साथ इस महीने उपाय किए जाएं तो उनका शुभाशुभ फल शीघ्र मिलने वाला रहता है।

आर्थिक लाभ के लिए फाल्गुन माह में दान का खास महत्व है। कहते हैं जो फाल्गुन में शुद्ध घी, तेल, सरसों का तेल, मौसमी फल, वस्त्र, जूते, का दान करते हैं उनकी आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन सुधरती जाती है और दरिद्रता दूर होती है। साथ ही पितरों का आशीर्वाद मिलता है जो वंश वृद्धि और खुशहाली प्रदान करता है।

प्रेम संबंधों में मिठास के लिए भी फाल्गुन का महीना विशेष फलदायी रहता है क्योंकि यह महीना श्रीकृष्ण को अति प्रिय है। राधा-कृष्ण का प्रेम जगजाहिर है। कहते हैं फाल्गुन में रोजाना गुलाब के फूल से श्रीकृष्ण की पूजा करने से प्रेम संबंधों में मधुरता आती है और मनचाहा जीवनसाथी मिलता है।

वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और समृद्धि के लिए भी फाल्गुन माह में की गई पूजा-आराधना शीघ्र फलदायी मानी गई है। फाल्गुन में महाशिवरात्रि पर शंकर-पार्वती का मिलन हुआ था। शिव-पार्वती सुखी दांपत्य का सबसे उत्तम उदाहरण है। कहते हैं इस दिन भोलेनाथ को बेलपत्र और देवी पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है।

फाल्गुन में होली जैसा रंगों का त्यौहार चहुं ओर प्रेम और उल्लास का वातावरण बनाने वाला होता है, जिससे इस महीने में प्रेम संबंधों में आई खटास को भी प्रेम में परिवर्तित करने में सक्षम माना जाता है।

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