फाल्गुन मास में पूजा-आराधना से मिलते हैं मनोवांछित फल || Vaibhav Vyas


 फाल्गुन मास में पूजा-आराधना से मिलते हैं मनोवांछित फल

वैदिक पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास 12वां माह माना जाता है। वहीं अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार फरवरी और मार्च माह में फाल्गुन मास पड़ता है। हिंदू धर्म में फाल्गुन मास का विशेष महत्व है। क्योंकि इस मास में भगवान शिव का विशेष दिन महाशिवरात्रि पड़ती है। इसके साथ ही इस मास में रंगों का पर्व होली भी पड़ती है। फाल्गुन मास की शुरुआत 6 फरवरी से और समाप्ति 7 मार्च को हो रही है।

फाल्गुन मास में होती है इन देवी-देवता की पूजा- फाल्गुन मास में भगवान शंकर के अलावा माता सीता, श्री कृष्ण, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि इस मास में इन देवी-देवता की पूजा करने से हर कष्ट से छुटकारा मिल जाता है और सुख-समृद्धि, धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

फाल्गुन मास 2023 का धार्मिक महत्व- फाल्गुन मास में भगवान शिव और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। क्योंकि इस मास में भगवान शिव को समर्पित महाशिवरात्रि और भगवान विष्णु से संबंधित आमलकी एकादशी का व्रत रखा जाता है।

फाल्गुन मास में दान का महत्व- माघ मास की तरह फाल्गुन मास में भी दान का विशेष महत्व है। इस माह में जरूरतमंदों की अपनी योग्यता के अनुसार शुद्ध घी, सरसों का तेल, मौसमी फल, अनाज, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए। ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही पितरों के निमित्त तर्पण करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और पितर दोष सेे मुक्ति मिलने वाली रहती है।

फाल्गुन मास में पडऩे वाले प्रमुख व्रत त्योहार- 17 फरवरी 2023 शुक्रवार- विजया एकादशी

18 फरवरी 2023 शनिवार- महाशिवरात्रि, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी

20 फरवरी 2023 सोमवार- फाल्गुन अमावस्या, सोमवती अमावस्या

21 फरवरी, मंगलवार- फुलैरा दूज

3 मार्च 2023, शुक्रवार- आमलकी एकादशी

7 मार्च 2023, मंगलवार- होलिका दहन

8 मार्च 2023, बुधवार- होली का मुख्य त्यौहार मनाया जाएगा।

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