मकर संक्रांति की शुभकामनाएं || Vaibhav Vyas


 मकर संक्रांति की शुभकामनाएं

राशि के अनुसार करें दान-पुण्य

14 जनवरी, 23 की शाम से ही सूर्य देव मकर में प्रवेश कर चुके होंगे। ये त्यौहार दान-पुण्य की स्थितियों के साथ जुड़ा हुआ है। सूर्य देव की उपासना के साथ जुड़ा ये पर्व अपनी अनुपम आभा लिए हुए होता है। 14 जनवरी की शाम से मकरस्थ प्रवेश कर रहे हैं पुत्र की राशि में। आदर्श शत्रुवत स्थितियां मकर में रहेगी। 17 जनवरी से सूर्य देव कुंभ में परिवर्तन कर रहे हैं। जब शनि देव कुंभ में प्रवेश करेंगे उसके पहले के प्रभाव में पूजा आराधना का महत्व बढ़ जाता है। 15 जनवरी को सूर्य को अघ्र्य, तुला दान और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करने से मन की संतुष्टि पाने वाला होता है। सूर्य गायत्री का पाठ और गायत्री मंत्र का जाप करते हुए ध्यान की ओर जाने से भीतर की निर्मलता प्राप्त होने वाली होती है जिससे व्यक्ति स्पष्ट हो पाता है और कर्म की ओर दृढ़ता से बढऩे वाला होता है। 15 जनवरी को तिल और गुड़ और राशि अनुसार दान-पुण्य की ओर जाया जा सकता है।

राशि अनुसार करें दान-पुण्य और पूजा-आराधना

मेष : मेष राशि के जातकों को मकर संक्रांति पर गुड़ व सफेद तिल का दान देना महत्वपूर्ण रहेगा। लाल वस्त्रों का दान भी कर सकते हैं। धातु के दान की ओर जाना श्रेष्ठ स्तर रहेगा। सुबह सुबह गायत्री मंत्र के पाठ के साथ शुरुआत करे।

वृषभ : वृषभ राशि के जातकों को इस दिन सफेद तिल, सफेद तरल पदार्थ का दान करे। गायत्री पाठ के साथ आदित्यम हृदय स्रोत का पाठ करें। सुबह सुबह सूर्य देव को अघ्र्य में मोली और कुंमकुंम अर्पित करे।

मिथुुन : मिथुन राशि के जातकों को मकर संक्रांति के दिन हरी वस्तुएं जिसमें हरी दाल और सफेद और काले तिल के साथ गुड़-शक्कर दान कर सकते हैं। सुबह सुबह सूर्य देव को अघ्र्य जरूर देवें।

कर्क : कर्क राशि के जातकों को इस दिन शर्करा, गुड़ एवं सफेद तिल का दान करना श्रेष्यकर रहेगा। सफेद तरल पदार्थ का दान किया जा सकता है। सोम गायत्री, और सूर्य गायत्री के साथ हनुमंत उपासना सूर्योदय से पूर्व की जा सकती है तो मन में व्यवस्थित ओज और आभा आने वाली रहेगी।

सिंह : सिंह राशि के जातकों को इस दन सुबह सुबह गुड़ का दान देने की ओर जाना चाहिए। धातु का दान देना भी महत्वपूर्ण रहेगा। आदित्यम हृदय स्तोत्र का पाठ पांच से सात बार करने के साथ ध्यान की ओर जाते हैं तो मन को शांति और ऊर्जा मिलने वाली रहेगी।

कन्या : इस दिन सुबह सुबह हरी दाल, धातु संबंधी दान करे। शर्करा और सफेद तिल का दान बेहतर क्रम रहेगा। सुबह सुबह सूर्य देव को अघ्र्य देवें जिसमें कुंमकुम और मोलि मिश्रित हो तो अच्छा रहेगा।

तुला : इस दिन तुला दान, अपने वजन के बराबर गेहूं का दान करना श्रेष्ठ रहेगा। काले तिल और गुड़ का दान बेहतर है। सूर्य देव को अघ्र्य देने के बाद आदित्यम हृदयम स्तोत्र का पाठ करना श्रेयष्कर रहेगा।

वृश्चिक : वृश्चिक राशि के जातकों को गुड़ और गेहूं का दान करना महत्वपूर्ण रहेगा। सूर्य देव को अघ्र्य देने के साथ उसमें कुंमकुंम और अक्षत मिश्रित करे। चावल दान भी किया जा सकता है।

धनु : इस दिन सफेद और काले तिल, गुड़ और धातुओं के दान पीतल के बर्तन में गेहूं का दान श्रेष्ठ रहेगा।

मकर : इस दिन काले तिल, गेहूं का दान करना श्रेष्ठ क्रम रहेगा। हनुमंत उपासना के साथ सूर्योदय के समय जोडऩे वाले रहे। रविवार और मकर संक्राति है इसी वजह से सुबह ध्यान की ओर बढऩा संतुष्टि देगा। 

कुंभ : इस दिन काले तिल के दान की ओर जाना चाहिए। आध्यात्मिक संतुष्टि के लिए आदित्यम हृदय के पाठ चलने से संतुष्टि रहेगी। सूर्य को अघ्र्य देने का क्रम निरन्तर अपनाया जा सकता है।

मीन : इस दिन गेहूं का दान और पीतल के धातु का देना श्रेष्ठ क्रम है। शिक्षा संबंधी स्टेशनरी आदि के दान की ओर जा सकते हैं तो बेहतरी रहेगी। सूर्य उपासना के साथ हनुमंत उपासना के साथ भी जुड़े।

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