बाल गोपाल की पूजा से होती मनोकामनाएं पूर्ण || Vaibhav Vyas


 बाल गोपाल की पूजा से होती मनोकामनाएं पूर्ण

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, नौवें माह को अगहन या मार्गशीर्ष मास से जानते हैं। हिंदू धर्म में इस मास का काफी अधिक महत्व है, क्योंकि यह मास भगवान श्री कृष्ण के प्रिय माह में से एक माना जाता है। इसलिए इस माह में भगवान श्री कृष्ण और उनके स्वरूपों की विधि विधान से पूजा अर्चना करना शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इस मास में भगवान कृष्ण के दर्शन करने मात्र से हर कामना पूर्ण हो जाती है। वहीं जो व्यक्ति रोजाना भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप बाल गोपाल की विधिवत पूजा करता है। उसकी हर कामना पूर्ण हो जाती है और हर रोग, दोष और भय से छुटकारा मिल जाता है।

ऐसे करें बाल गोपाल की पूजा

अगहन मास के हर एक दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद साफ सुथरे वस्त्र धारण करके बाल गोपाल का स्मरण करें।

सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें। उन्हें स्नान कराने के बाद फूल. माला, सिंदूर, अक्षत के साथ-साथ भोग लगाएं।

अब बाल गोपाल की पूजा आरंभ करें। सबसे पहले बाल गोपाल को विधिवत तरीके से स्नान कराएं। स्नान के लिए गंगाजल, पंचामृत या फिर शुद्ध जल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

स्नान कराने के बाद वस्त्र धारण कराएं। इसके बाद फूल-माला आदि चढ़ाएं।

अब बाल गोपाल को जनेऊ, तुलसी, आदि चढ़ाएं। फिर चंदन, अक्षत आदि लगाएं।

इसके बाद बाल गोपाल को नारियल, तुलसी डला हुआ पंचामृत, सूखे मेले, पान, लौंग, छोटी इलायची, दक्षिणा, माखन-मिश्री आदि चढ़ाएं।

अब घी का दीपक और धूप जलाकर विधिवत श्री कृष्ण के मंत्र कृं कृष्णाय नम:, ऊँ नमो भगवते गोविन्दाय, ऊँ नमो भगवते नन्दपुत्राय या ऊँ कृष्णाय गोविन्दाय नमो नम: मंत्र का जप करें।

बाल गोपाल को माखन-मिश्री का प्रसाद अर्पित करें।

अंत में विधिवत आरती करने के बाद भूल चूक के लिए माफ मांग लें। फिर प्रसाद सबको बांट दें।

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