चन्द्रमा-मंगल का परिवर्तन, परन्तु दोनो ही ग्रह नीचस्थ || Vaibhav Vyas

 चन्द्रमा-मंगल का परिवर्तन, परन्तु दोनो ही ग्रह नीचस्थ

ये सर्वविदित हैं कि जब भी मंगल कर्क में होंगे, तो नीचस्थ होंगे, जो कि चन्द्रमा का राशिस्थान हैं, तो वहीं चन्द्रमा, मंगल के राशिस्थान में यानि वृश्चिक राशिस्थान में नीचस्थ होंगे। अब किसी भी कुण्डली में ये दोनो ही ग्रह इस तरह नीचस्थ हो, तो एक तरफ तो नीचत्व का प्रभाव हुआ, परन्तु दूसरी ओर दोनो का परिवर्तन योग हुआ, मानसिक तौर व्यक्ति भले ही कुछ दुविधाओं का शिकार हो, चिंताएं, क्रोध आते-जाते रहते हो, परन्तु ये भी स्पष्ट रहता हैं कि ऐसा व्यक्ति इस परिवर्तन की वजह से आर्थिक तौर पर अपने लिए लगातार सक्षम स्थितियां देखने वाला होता हैं। तकनीकी तथा मेड़िकल फील्ड़ में लोगों के विद्रोह का सामना भी करना पड़ता हैं।

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