भक्ति-भाव और समर्पण से करें मां की आराधना || Vaibhav Vyas


 भक्ति-भाव और समर्पण से करें मां की आराधना

शेर पर सवार, हाथों में त्रिशुल, आखों में तेज, पापियों का संहार और दुखियों के कष्ट हरने वाली आदिशक्ति मां दुर्गा को संसार की जननी माना गया है। मां के 9 रुप हैं, जिनकी पूजा अलग-अलग रूपों में की जाती है। नवरात्रि में भक्त मां दुर्गा की पूरे मन से पूजा-अर्चना व उपवास करते हैं तो मां की कृपा के पात्र बनने वाले होते हैं। हिंदू धर्म में किसी भी अन्य देवता की तुलना में शक्ति के रूप की पूजा करना अति लाभकारी व फलदायी माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अगर कोई सच्चे मन से मां दुर्गा की विधिवत पूजा करे तो उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। मां दुर्गा को दुर्गतिनाशिनी भी कहा जाता है जो जीवन से दुर्गति का नाश करती हैं। भक्त के जीवन से सारे दुख मां हर लेती हैं।

मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए तो पूर्ण विधि-विधान से किए गए उपाय फल देते ही हैं, किन्तु इतना सम्भव नहीं हो तो मां दुर्गा के मंत्रों का जाप नियमित और सात्विकता के साथ किए जाएं तो भी देवी मां शीघ्र प्रसन्न होने वाली होती हैं। वैसे तो कई मंत्र हैं फिर भी ऊँ ह्लीं दुं दुर्गाये नम: मंत्र की एक माला का जाप रोजाना ही कर लिया जाए तो भी देवी मां प्रसन्न होकर उसके दुख-कष्ट हरने वाली होती है।

वैसे किसी भी दुख को हरने के लिए मां दुर्गा के नाम का जाप ही काफी है। शास्त्रों के मुताबिक किसी भी लोक का हर पापी दुर्गा के नाम से डरता है। यदि जीवन में कोई परेशानी चल रही है तो आप मां दुर्गा के किसी भी मंत्र का जाप करें, विशेषकर मां दुर्गा के बीज मंत्र का जाप करना विशेष फलदायी माना गया है वो भी यदि रात्रि में किया जाए तो और अधिक फलदायी होता है।

मां दुर्गा को जपापुष्ण का फूल बेहद पसंद होता है। इसलिए मां दुर्गा का जाप करते वक्त उन्हें जपापुष्प का फूल अर्पित करें। ऐसा करने से मां प्रसन्न होती है। साथ ही मां दुर्गा के पूजा के समय आप पानी वाला नारियल, सुपारी, लौंग, इलायची , रोली, चावल, गुलाब (लाल रंग), देशी घी, अगरबत्ती आदि समाग्री का चढ़ावा कर सकते हैं।

मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए चंडी पाठ या फिर दुर्गा सप्तशती पाठ करना बेहद महत्व माना गया है। यह दोनों ही पाठ यदि कोई नियमानुसार पढ़ लें तो उस पर मां दुर्गा की अपार कृपा होती है। मां दुर्गा संसार के सभी जीव-जंतु व प्राणी से प्यार करती हैं। इसलिए पूजा पाठ के अलावा गरीबों को दान करना चाहिए। साथ ही भूखे-प्यासे जानवरों की मदद करने से भी मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए आप पूरे नवरात्रि व्रत करने के साथ ही प्रत्येक शुक्रवार के दिन उपवास भी कर सकते हैं।

मां की कृपा पाने के लिए कोई भी कैसा भी उपाय किया जाए उसमें केवल मन के भावों से ही पूरी तन्मयता से की जाए तो वह भी विशेष फलदायी होती है। कहा भी गया है कि भगवान भाव के भूखे हैं। ऐसे में मां तो दया, करुणा का सागर है, जो अपने भक्तों की पीड़ा हरने के लिए तत्पर ही रहती है। ऐसे में भक्ति-भाव और पूरे समर्पण के साथ मां को पुकारा जाए तो भक्त की पुकार सुनकर मां उसकी मनोकामनाओं को शीघ्र पूरा करने वाली होती है।

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