जन्माष्टमी पर उपायों से मनोकामनाओं की पूर्ति || Vaibhav Vyas


 जन्माष्टमी पर उपायों से मनोकामनाओं की पूर्ति

भाद्र मास का सबसे महत्वपूर्ण उत्सव कृष्ण जन्माष्टमी इस बार कुछ स्थानों पर 18 अगस्त को और कुछ स्थानों पर 19 अगस्त को मनाई जाएगी। माना जाता है कि 5000 वर्ष से भी अधिक समय से पहले देवकी और वासुदेव ने मथुरा की जेल में आधी रात को एक दैवीय बालक को जन्म दिया था। वह दैवीय बालक कोई और नहीं विष्णु अवतार भगवान कृष्ण थे। उस दिन भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी थी। इस उपलक्ष्य में हर साल कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मनाया जाता है।

इस दिन कान्हाजी के साथ लक्ष्मी स्वरूपा राधाजी की पूजा करके सभी भक्तजन विशेष लाभ प्राप्त कर सकते हैं। वैसे भी शास्त्रों में बताया गया है कि बिना राधाजी की पूजा किए कान्हाजी कहां प्रसन्न होते? इस अवसर पर कान्हा के साथ राधाजी की पूजा से सुख समृद्धि और खुशहाली का वास रहता है।

जन्माष्टमी के दिन आप कुछ उपायों को अपनाकर अपनी समस्याओं से भी निजात पा सकते हैं। अगर तमाम कोशिशों के बावजूद आपकी कमाई नहीं बढ़ रही है या फिर नौकरी में प्रमोशन नहीं हो रहा है तो जन्माष्टमी पर 7 कन्याओं को घर बुलाकर खीर या सफेद मिठाई खिलाएं। इसके बाद लगातार पांच शुक्रवार तक सात कन्याओं को खीर या सफेद मिठाई बांटें। सुखद परिणाम मिलने वाले रहेंगे।

जन्माष्टमी से शुरू कर 27 दिन लगातार नारियल व बादाम किसी कृष्ण मंदिर में चढ़ाने से सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। यदि पैसे की समस्या चल रही हो तो जन्माष्टमी पर सुबह स्नान आदि करने के बाद राधाकृष्ण मंदिर जाकर दर्शन करें व पीले फूलों की माला अर्पित करें। इससे आपकी परेशानी कम हो सकती है।

सुख-समृद्धि पाने के लिए जन्माष्टमी पर पीले चंदन या केसर में गुलाब जल मिलाकर माथे पर टीका अथवा बिंदी लगाएं। ऐसा रोज करें। इस उपाय से मन को शांति प्राप्त होगी और जीवन में सुख-समृद्धि आने के योग बनेंगे। लक्ष्मी कृपा पाने के लिए जन्माष्टमी पर कहीं केले के पौधे लगा दें। बाद में उनकी नियमित देखभाल करते रहे। जब पौधे फल देने लगे तो इसका दान करें, स्वयं न खाएं।

जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को पान का पत्ता भेंट करें और उसके बाद इस पत्ते पर रोली (कुमकुम) से श्री यंत्र लिखकर तिजोरी में रख लें। इस उपाय से धन वृद्धि के योग बन सकते हैं। भगवान श्रीकृष्ण को सफेद मिठाई या खीर का भोग लगाएं। इसमें तुलसी के पत्ते अवश्य डालें। इससे भगवान श्रीकृष्ण जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं।

जन्माष्टमी पर दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें। इस उपाय से मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। ये उपाय करने वाले की हर इच्छा पूरी हो सकती है।

कृष्ण मंदिर जाकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र की 11 माला जप करें। इस उपाय से आपकी हर समस्या का समाधान हो सकता है।

क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरि:परमात्मने प्रणत:क्लेशनाशाय गोविंदय नमो नम:।

भगवान श्रीकृष्ण को पीतांबर धारी भी कहते हैं, जिसका अर्थ है पीले रंग के कपड़े पहनने वाला। जन्माष्टमी पर पीले रंग के कपड़े, पीले फल व पीला अनाज दान करने से भगवान श्रीकृष्ण व माता लक्ष्मी दोनों प्रसन्न होते हैं। जन्माष्टमी की रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें तो जीवन में सुख-समृद्धि आने के योग बन जाते हैं। जन्माष्टमी को शाम के समय तुलसी को गाय के घी का दीपक लगाएं और ऊं वासुदेवाय नम: मंत्र बोलते हुए तुलसी की 11 परिक्रमा करें।

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