भगवान श्री कृष्ण को भाए माखन-मिश्री || Vaibhav Vyas


 भगवान श्री कृष्ण को भाए माखन-मिश्री

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हर साल पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है। भगवान श्रीहरि विष्णु के सर्वकलामयि अवतार श्रीकृष्ण की जयंती है। यशोदा-नन्द के लाला और देवकी-वसुदेव के पुत्र कन्हैया का जन्म रोहिणी नक्षत्र में भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि को मध्य रात्रि वृष लग्न में हुआ था।

मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण ऐसी चीजें अर्पित करनी चाहिए, जो उन्हें लुभाने वाली हो। जैसे भगवान श्री कृष्ण को बचपन से माखन-मिश्री का शौक था, जिसके लिए वे ग्वालिनों के घर जाकर चुराकर भी माखन खा लिया करते थे। ऐसे में यदि उनकी प्रिय वस्तुओं का भोग उन्हें प्रतिदिन लगाया जाए तो श्रीकृष्ण की कृपा सदैव बनी रहती है।

 मान्यताओं के अनुसार प्रेम में सफलता प्राप्त करनी हो तो कृष्ण भगवान को गाय के दूध से भोग लगायें पँचामृत से अभिषेक करें। भौतिक सुख-सुविधा और ऐश्वर्य को बढ़ाना है तो श्रीकृष्ण को मक्खन का भोग लगायें कच्ची लस्सी से अभिषेक करें। किसी तरह की मन में मनोकामनाएं को संजोए हुए हैं तो श्री कृष्ण भगवान को मिश्री का भोग लगायें गन्ने के रस से अभिषेक करें। रोगों से मुक्ति पाने के लिए दूध में तुलसी डालकर भगवान को भोग लगायें कच्चे दूध के साथ अभिषेक करें। विवाह में विलम्ब की समस्या से जूझ रहे हैं तो जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण भगवान के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल को झूला झूलायें केसर की बर्फी से भगवान को भोग लगायें गुलाब के शरबत से कृष्ण जी का अभिषेक करें।

बनते काम बिगड़ रहे हों या फिर कामकाज में बारम्बार बाधाएं आ रही हैं तो भगवान श्री कृष्ण जी को लडडू का भोग लगायें, गन्ने का रस से अभिषेक करायें कार्य बनते चले जाएंगे। धन-वैभव की अभिलाषा रखने वालों को इस दिन श्रीकृष्ण को मक्ख्नन का भोग लगाना चाहिए साथ ही कच्ची लस्सी से अभिषेक करें तो सुख-समृद्धि और वैभव प्राप्त होने लगेगा। शत्रु पक्ष सता रहे हों तो श्री कृष्ण भगवान को गाय के दूध से भोग लगायें और पँचामृत से अभिषेक करें। ऐसा करने से दूश्मन दूर होंगे। लम्बे समय से घर-परिवार या हितैषी जनों के साथ मनमुटाव जैसी स्थितियां चल रही हैं और उनका समाधान नहीं मिल रहा है तो जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण जी को बेसन की बर्फी से भोग लगायें और दूध से अभिषेक करने से मनमुटाव दूर होंगे।

विद्यार्थी वर्ग का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है या फिर जो पढ़ा वह भूल जाते हैं याद नहीं रह पाता है तो जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा करें, गंगाजल से अभिषेक से करें और भगवान को झूला झूलायें और फिर मक्खन का भोग लगायें, अच्छी पढाई हो सकेगी। मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए श्री कृष्ण को शुद्ध घी की मिठाई से भोग लगायें, पँचामृत से अभिषेक करें मनोकामनायें पूरी होगी। व्यापार में नित नए उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं और सफलता नहीं मिल पा रही है तो ऐसे में श्रीकृष्ण भगवान की पूजा करें और उन्हें केसर युक्त दूध से अभिषेक करवाएं और प्रसाद के रूप में बेसन की बर्फी से भोग लगायें व्यापार में सफलता मिलने लगेगी।

श्री कृष्ण को बांसुरी से अत्यधिक प्रेम था। उनकी बांसुरी की धुन सखियां तो भावविरोभ होती ही थी, साथ ही साथ गायें भी अपना सब कुछ भूल श्री कृष्ण की बांसुरी की धुन में सुध-बुध खो बैठती थी। जन्माष्टमी के दिन बांसुरी के खास उपाय आजमाए जाएं तो वह कार्य पूर्णता की ओर जाने वाला माना जाता है। यदि प्रेम में सफलता नहीं मिल रही है तो श्री कृष्ण को झूला झूलायें कृष्ण भगवान को चाँदी की बाँसुरी अर्पित करें प्रेम में सफलता मिलेगी। व्यापार में लाभ के लिए दो मोर पँख लें एक कृष्ण जी को अर्पित करें दूसरा मोर पँख उनके मुकुट में लगाकर तिजोरी में रखें अपार धन प्राप्त होगा।

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