जन्माष्टमी पर मंत्र जाप से पाएं सुख-समृद्धि || Vaibhav Vyas


 जन्माष्टमी पर मंत्र जाप से पाएं सुख-समृद्धि

दुनिया से बुराई और पाप को नष्ट करने के लिए भगवान विष्णु ने कृष्ण के अवतार के रूप में भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्म लिया था। इसके बाद हर वर्ष इस दिन जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 18 अगस्त तो कहीं 19 अगस्त को मनाया जाएगा। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा के लिए कुछ उपाय अपनाए जाएं, तो जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।

किसी भी काम में बार-बार बाधाएं आ रही हो या बनते काम बिगड़ रहे हो तो श्री कृष्ण के निम्न मंत्र का जाप करने से समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। मंत्र-

ऊँ श्रीं नम: श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा।

यदि आपका कोई कार्य लंबित चल रहा है, या फिर आप करने में असफल हो रहे हैं, तो जन्माष्टमी पर इस मंत्र का आपको जाप करना चाहिए। श्रीकृष्ण की पूजन के समय इस मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है।

संतान प्राप्ति के लिए मंत्र्-

देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते,

देहिमे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:

क्लीं ग्लौं क्लीं श्यामलांगाय नम:

विवाह के बाद संतान प्राप्ति में अगर किसी तरह की परेशानी आ रही है तो पति-पत्नी को जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते समय इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। इससे आपकी संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण होती है।

शीघ्र विवाह के लिए मंत्र-

ओम् क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्ल्भाय स्वाहा।

यदि विवाह में देरी हो रही है, या फिर किसी तरह की रुकावट आ रही है तो इस मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है। इस मंत्र का 108 बार करना चाहिए, इससे भगवान श्रीकृष्ण से शीघ्र विवाह का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

करियर में सफलता के लिए मंत्र-

गोवल्लभाय स्वाहा

इस मंत्र के जाप करने मात्र से हर बिगड़े काम बन जाते हैं। इस मंत्र से आर्थिक समृद्धि के साथ सुख शांति प्राप्त होती है। जन्माष्टमी पर इस मंत्र का जाप करना बेहद लाभकारी होती है।

कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण भगवान को मोर पंख अर्पित करना शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, जन्माष्टमी की रात्रि तकिए के नीचे सात मोर पंख रखने से कालसर्प दोष से मुक्त हो सकते हैं। मान्याओं के अनुसार घर में मोर पंख रखने से सुख समृद्धि का वास होता है।

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