सावन के अंतिम सोमवार को बन रहे शुभ योग || Vaibhav Vyas


 सावन के अंतिम सोमवार को बन रहे शुभ योग

इस बार 8 अगस्त को सावन का अंतिम सोमवार है। इस दिन एकादशी तिथि का योग भी बन रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन रवि और पद्म नाम के 2 शुभ योग भी रहेंगे जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इस शुभ योगों में शिव पूजा से रोग, शोक और दोष खत्म हो जाते हैं। इस दिन प्रॉपर्टी संबंधी लेन-देन, निवेश और व्हीकल खरीदारी के लिए भी मुहूर्त रहेगा।

शिव चालीसा का पाठ करें- सावन के अंतिम सोमवार को सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करें। ये पूजा अपने घर पर भी कर सकते हैं या अपने आस-पास स्थित किसी मंदिर में भी किया जा सकता है। शिवजी की पूजा करने के बाद उसी स्थान पर बैठकर शिव चालीसा का पाठ करें। इस दौरान शुद्ध घी का दीपक जलते रहना चाहिए। इस उपाय से आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है।

भगवान शिव को इन चीजों का भोग लगाएं- सावन के अंतिम सोमवार भगवान शिव को कुछ खास चीजों का भोग लगाएं तो भी आपकी हर इच्छा पूरी हो सकती है। इस दिन भगवान शिव को गाय के दूध में भांग मिलाकर भोग लगाएं। इसके अलावा खीर का भोग भी लगा सकते हैं। चावल, शक्कर और दूध ये तीनों ही शुक्र से संबंधित हैं। शुक्र ग्रह के शुभ प्रभाव से ही जीवन में धन-दौलत और ऐशो-आराम मिलता है। खीर का भोग लगाने से शुक्र ग्रह बलवान होता है और इससे संबंधित शुभ मिलने लगते हैं।

शिवजी को चढ़ाएं एक मु_ी चावल- शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव को अगर चावल अर्पित किए जाएं तो धन लाभ के योग बनने लगते हैं। लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि ये चावल टूटे हुए न हो। सावन के सोमवार को यदि एकमुखी रुद्राक्ष धारण किया जाए तो इससे भी पैसों से जुड़ी परेशानियां खत्म हो सकती हैं, ऐसा शिवपुराण में लिखा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को तिल चढ़ाने से पापों का नाश हो जाता है। जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि होती है और गेहूं चढ़ाने से संतान वृद्धि होती है।

सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करें और उसमें गंगा जल को मिश्रित करके चढ़ाने से मन में संतुष्टि के भाव बनते हैं। शिव जी की पूजा के पश्चात घर या मंदिर में ही शिव जी के सिद्ध मंत्रों का जाप करना चाहिए। ऊँ नम: शिवाय और महामृत्युंजय मंत्र शिव जी के सिद्ध मंत्र हैं जिनके जाप से सभी तरह की बाधाएं-कष्ट और रोग-शोक दूर होकर मन को संतुष्टि मिलने वाली रहती है।

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