बुध ग्रह की शांति के उपाय || Vaibhav Vyas


 बुध ग्रह की शांति के उपाय

बुध ग्रह को वाणी, विद्या, धन, व्यवसाय और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है। शुभ बुध ग्रह वाले व्यक्ति का व्यक्तित्व अत्यंत प्रभावशाली होता है। अगर बुध ग्रह किसी कारणवश रुष्ट हो जाते हैं तो इसका नुकसान जातक को भुगतना पड़ता है, जैसे धन की हानि, बुद्धि का भ्रमित होना और असाधारण रोग आदि। बुध की खराब स्थिति से त्वचा संबंधी विकार, शिक्षा में एकाग्रता की कमी, गणित विषय में कमजोरी और लेखन कार्य में परेशानी आती है। वहीं बुध के शुभ प्रभाव से जातक को बुद्धि, व्यापार, संचार और शिक्षा में उन्नति मिलती है।

बुध ग्रह से संबंधित कई उपाय हैं, जिन्हें करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। यदि आप बुध के अशुभ प्रभाव से पीडि़त हैं तो इससे संबंधित उपायों को करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

अनिष्ट बुध की शांति का सर्वोत्तम उपाय बुध मंत्र के अनुष्ठान सहित नित्य विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना है।

पुरुष सूक्त के द्वारा भगवान विष्णु की षोडशोपचार पूजा भी बुध कृत समस्त अरिस्टों को शांत करती है। संतान कष्ट, गर्भ दोष, वाणी दोष एवं मानसिक कष्ट दूर हो जाते हैं एवं सुख शांति में वृद्धि होती है।

नित्य शालिग्राम पूजन करके तुलसी-पत्र का सेवन करें तथा बुधमंत्र का जाप करें, चमत्कारी लाभ होगा।

बुध पीड़ा के कारण कलह, शत्रुता, हानि, मानसिक तनाव आदि से ग्रस्त जातक श्रीमद्भागवत गजेंद्र मोक्ष या रामरक्षास्त्रोत का पाठ करें, उन्हें अवश्य लाभ मिलेगा।

बुध के कारण शत्रु बाधा एवं अभीचार कर्मों के शमन के लिए प्रत्यंगिरा जप तथा हवन अमोघ है।

शिक्षा में बाधा एवं वाणी दोष के लिए वैदिक मार्ग प्रेमी सारस्वत मंत्र एवं तंत्र प्रेमी नील सरस्वती मंत्र का जप एवं अनुष्ठान करें, शीघ्र लाभ होगा।

बुध को मजबूत करने एवं शारीरिक व्याधियों को दूर करने के लिए स्वर्ण युक्त पन्ना यंत्र अपने हाथ की सबसे छोटी कनिष्ठा अंगुली में धारण करें।

बुधवार को इलायची एवं तुलसी का भक्षण करें तथा एक हरी इलायची बहते हुए जल में प्रवाहित करें।

बुध स्थान को मजबूत करने एवं धन प्राप्ति हेतु पन्ना युक्त बुध यंत्र धारण करें।

स्वर्ण का दान करें तथा 11 एकादशी व 11 बुधवार का व्रत रखें।

ब्राह्मणों को प्रति बुधवार दूध का दान करें एवं मु_ी भर मूंग भिखारियों को दान करें।

हरी चीजों का दान देना एवं उन्हें बहते हुए जल में प्रवाहित करना।

गणपति जी का दर्शन एवं पूजन बुध शांति के लिए लाभकारी होता है।

अपने घर के रेडियो, टेलीविजन, घडिय़ां, गाने-बजाने के यंत्र ठीक रखें यदि वह बिगड़ी या खराब अवस्था में हों तो उन्हें घर पर न रखें।

तांबे के पैसे में सुराख कर के बहते हुए पानी में बहाना।

बकरी एवं तोते की सेवा करना एवं पन्ना धारण करना। पन्ना के अभाव में कली धातु धारण करें।

लड़की, बहन, बुआ, साली की सेवा करना और आशीर्वाद लेना।

कोडिय़ों को जलाकर बहते हुए पानी में बहाना।

हिजड़ों को हरी चूडिय़ां, हरे रंग के कपड़े दान देना एवं उनसे आशीर्वाद लेना।

भभूति, ताबीज, साधुओं की तस्वीर एवं धार्मिक ग्रंथ बंद करके न रखना।

बुध पीड़ा की विशेष शांति हेतु चावल, शहद, सफेद सरसों, गोबर एवं गोरोचन मिलाकर सात बुधवार तक स्नान करना।

हरिवंश पुराण के अनुसार अशुभ बुध से पीडि़त जातकों को महाविष्णु या अतिविष्णु यज्ञ कर कांस्य पात्र में दूध पीना चाहिए।

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