शनिवार को पीपल की पूजा से होंगी परेशानियां दूर || Vaibhav Vyas


 शनिवार को पीपल की पूजा से होंगी परेशानियां दूर

शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करने एवं जल अर्पण करने को बेहद शुभ माना जाता है। इससे परेशानियों से बचाव होता है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। पीपल के पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु और शिव जी का वास माना जाता है। शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल अर्पण करना शुभ होता है। पीपल के पेड़ की परिक्रमा करने से कष्ट दूर होते हैं।

हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का विशेष महत्व है। श्रीमद्भगवदगीता के अनुसार पीपल के मूल में ब्रह्मा जी, मध्य में विष्णु जी व अग्र भाग में भगवान शिव जी साक्षात रूप से विराजित हैं। यही वजह है कि पीपल पर रोजाना स्नान के बाद जल अर्पण करने से तकलीफों से छुटकारा मिलता है। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा विशेष फलदायी होती है, इसलिए कुछ खास उपाय करने एवं जल चढ़ाते समय कुछ बातों का ध्यान रखने से आपकी सारी दिक्कतें दूर हो सकती है। इससे पैसों को लेकर बनी हुई चिंताएं भी दूर होगी।

मान्यताओं के अनुसार शनिवार के दिन स्नान के बाद पीपल के पेड़ में एक कलश जल अर्पित करने से मन को शांति मिलती है। इसके अलावा पीपल के पेड़ की प्ररिक्रमा करने से भी लाभ होता है। माना जाता है कि इससे ईश्वर आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। इससे जीवन में आ रहीं परेशानियों से छुटकारा मिलता है। मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शनिवार के दिन पीपल के कुछ पत्तों को घर ले जाएं और धो लें। इसके बाद पानी में हल्दी घोलकर अनामिका उंगली से इस पर ह्रीं लिखें। अब इसे भगवान के पास रख दें इससे आपके सारे काम बन जाएंगे।

शनिवार के दिन सूर्यास्त के तुरंत बाद पीपल पेड़ के नीचे आटे का दीपक जलाएं। अब पेड़ के नीचे बैठकर एक कागज पर लाल स्याही या पेन से अपनी मनोकामना लिखें। अब इसे लाल कपड़े में लपेटकर इसे लाल कलावे से पेड़ पर बांध दें या वहां गाड़ दें। इससे आपकी इच्छा पूरी होगी और धन की किल्लत दूर होगी। शनिवार के दिन पीपल वृक्ष के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करना भी शुभ माना जाता है। इससे दोष दूर होते हैं और बाधाओं से बचाव होता है।

शनिवार के दिन पीपल के एक बड़े पत्ते अपनी मनोकामना लिखकर पत्ते वाली डाली पर 7 बार एक लाल कलावा बांध दें। अब लाल कलावे को 7 बार अपने हाथ में भी बांध लें। इससे आपकी मनोकामना पूरी होगी। शनिवार के दिन पीपल के पत्तों पर श्रीराम नाम लिखकर हनुमान जी को अर्पित करना भी शुभ माना जाता है।

साढ़ेसाती व ढैय्या से प्रभावित लोग शनिवार के दिन पीपल की अवश्य पूजा करें। पीपल की पूजा में सबसे पहले दूध व जल पीपल को चढ़ाएं और फिर पांच पीपल के पत्तों पर पांच तरह की मिठाई रखकर पीपल को अर्पित करें। इसके बाद धूप-दीप करके सात बार परिक्रमा करें। साथ ही पितरों के नाम का जल तर्पण करें और भोज करवाएं। ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं, जिससे वह आशीर्वाद देते हैं और पितृ दोष भी दूर होता है। शनिदेव को प्रसन्न और शनि दोषों को दूर करने के लिए काली वस्तुओं का दान करना भी श्रेष्ठतम उपाय माना गया है।

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