माघ पूर्णिमा पर संगम स्नान और दान करें || Vaibhav Vyas


 माघ पूर्णिमा पर संगम स्नान और दान करें

हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। वैसे तो साल में 12 पूर्णिमा पड़ती हैं और सभी का अपना अलग-अलग महत्व है, किन्तु माघ मास में पडऩे वाली पूर्णिमा को बड़ी पूर्णिमा के रूप में मान्यता है। इस दिन स्नान-ध्यान और दान आदि का विशेष महत्व है। इस दिन नदियों में और संगम में शाही स्नान होता है। इस बार माघ पूर्णिमा 16 फरवरी के दिन पड़ रही है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन देवी-देवता धरती के गंगा घाट पर आते हैं, इसलिए यहां शाही स्नान का मेला लगता है। इस दिन पूजा-पाठ और दान आदि का विशेष फल मिलता है। ज्योतिषियों का कहना है कि इस बार माघी पूर्णिमा पर खास संयोग बन रहे हैं। अगर इन खास संयोग के दौरान कुछ खास उपाय कर लिए जाएं, तो मां लक्ष्मी की कृपा मिलने के साथ ही साथ धन संबंधी सभी समस्याओं से निजात मिलती है।

हिंदू पंचाग के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन स्नान-दान का मुहूर्त 16 फरवरी सुबह 9.42 मिनट से रात 10.55 मिनट तक होगा। माघ पूर्णिमा के दिन कर्क राशि में चंद्रमा और आश्लेषा नक्षत्र की युति होने से शोभन योग बन रहा है। किसी भी उपाय के लिए ये योग बेहद शुभ माना जाता है. वहीं, इस दिन राहु काल का समय दोपहर 12.35 मिनट से 1.59 मिनट तक है, इस वक्त शुभ कार्य नहीं करने चाहिए।  इस समय विशेष के मध्य स्नान के बाद दान करना विशेष फलदायी माना जाता है। अगर किसी नदी या संगम आदि पर स्नान-दान संभव नहीं हो तो घर पर स्नान करते समय गंगाजल मिलाकर उस पानी से स्नान करने के पश्चात समय विशेष में दान करने से कई गुना फल प्राप्त होने वाला माना गया है।

मानसिक शांति के लिए पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के समय कच्चे दूध में चीनी और चावल डालकर ऊँ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमसे नम: या ऊँ ऐं क्लीं सोमाय नम:  मंत्र का जाप करते हुए अघ्र्य देना चाहिए। आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए मां लक्ष्मी को 11 कौडिय़ां अर्पित करें, इसके बाद इन कौडिय़ों पर हल्दी से तिलक लगाएं और इनकी पूजा करे। अगले दिन इन कौडिय़ों को  लाल कपड़े में बांधकर जहां आप पैसा रखते हैं वहां रख दें, माना जाता है जिससे धन में बढ़ोतरी होने वाली रहती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं। पूजा करने के बाद मां के मंत्रों का जाप करें, साथ ही तुलसी में घी का दीपक जलाने से मां की कृपा प्राप्त होती है।  शास्त्रों के मानें तो पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष में लक्ष्मी जी का वास होता है, ऐसे में सुबह के समय स्नान के बाद पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें। मां लक्ष्मी की पूजा करें। इससे मां आपके सभी कष्ट दूर करेंगी। माघ पूर्णिमा की सुबह स्नान के बाद तुलसी जी को भोग लगाएं, उनके सम्मुख घी का दीपक जलाएं और जल अर्पित करें, ऐसा करने से रात्रि में मां लक्ष्मी का आगमन होता है, जिससे मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और सुख-समृद्धि और वैभव का वास होने वाला होता है।

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