माघी पूर्णिमा पर करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न || Vaibhav Vyas


 माघी पूर्णिमा पर करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न

शास्त्रों में वैसे तो सभी पूर्णिमाओं का विशेष महत्व है लेकिन माघ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को विशेष फलदायी मानी गई है। मान्यता है कि माघ मास में भगवान विष्णु जल में निवास करते हैं इसलिए माघी पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है। इस दिन सत्यनारायण की भगवान की पूजा व कथा की जाती है। साथ ही पूर्णिमा का संबंध माता लक्ष्मी से माना जाता है इसलिए पुराणों में धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं। इन उपाय के करने से जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता मिलती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।

शास्त्रों में माघी पूर्णिमा को भाग्यशाली तिथि बताया गया है। इस दिन ब्रह्ममुहूर्त में घर की साफ-सफाई करके पूरे घर में गंगाजल से छिड़काव करें मुख्य द्वार पर अशोक या आम के पत्तों का तोरण लगाएं और फिर घर की दहलीज पर हल्दी व कुमकुम लगाएं। इसके बाद मुख्य द्वार के दोनों ओर स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर रोली-अक्षत लगाएं और फिर दहलीज पर घी का दीपक जलाकर प्रणाम करें। इसके बाद तुलसी की पूजा करें, उनको जल, दीपक और भोग अर्पित करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

माघी पूर्णिमा के दिन जप-तप व दान का विशेष महत्व बताया गया है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस दिन गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति को तिल, कंबल, घी, फल आदि चीजों का दान करें। इसके साथ ही पूजा घर में घी का अखंड दीपक जलाएं और उसमें चार लौंग रख दें। ऐसा करने से कभी धन-धान्य की कमी नहीं होगी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

माघ पूर्णिमा के दिन भगवद्गीता, विष्णु सहस्त्रनाम या फिर गजेंद्र मोक्ष का पाठ करना चाहिए। पुराणों में पूर्णिमा के दिन इन तीनों का पाठ करना बहुत चमत्कारिक बताया गया है। ऐसा करने से सभी संकट दूर होते हैं और परिवार के सदस्यों की तरक्की होती है। साथ ही घर या आपके आसपास मौजूद नकारात्मक शक्ति नष्ट हो जाती है और आपके आसापास सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे आपके सभी कार्य बनने लग जाते हैं। माघी पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष में माता लक्ष्मी का आगमन होता है। इसलिए इस दिन सुबह पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और घी का दीपक जलाएं। साथ ही कुछ सफेद फूल अर्पित करके भोग लगाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और आरोग्य की प्राप्ति होती है। माघी पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय होने पर चंद्रमा को अघ्र्य देने से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है और उनका रिश्ता जीवन भर अटूट बना रहता है।

भगवान कृष्ण की प्रिय तिथि माघी पूर्णिमा के दिन श्रीकृष्ण और चंद्रमा को सफेद फूल जैसे सफेद गुलाब, चमेली, कुमुदनी अर्पित करें। इसके साथ ही सफेद मोती, सफेद फल, सफेद वस्त्र, चावल, सफेद मिठाई जैसे खीर या नारियल की मिठाई आदि भी अर्पित करें। ऐसा करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है और कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है, जिससे मानसिक शांति और तरक्की मिलती है।

माघ पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें। इसके लिए आप माता लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर के सामने 11 कौडिय़ों पर हल्दी का ले लगा लें और फिर उनको माता लक्ष्मी के चरणों में रख दें। इसके बाद धूप-दीप व फल चढ़ाएं और हल्दी व केसर का तिलक लगाकर माता लक्ष्मी के साथ इनकी पूजा अर्चना करें। श्रीसूक्त या कनकधारा स्तोत्र का भी पाठ करें। सायंकाल के समय भी आरती करें और फिर कौडिय़ों को लाल कपड़े में बांधकर जहां आप धन रखते हों, जैसे अलमारी या तिजोरी में इनको रख दें। ऐसा करने से धन कोष में वृद्धि होती है और धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता।

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