सूर्य उपासना से शिक्षा संबंधी बाधाएं होती दूर || Vaibhav Vyas


 सूर्य उपासना से शिक्षा संबंधी बाधाएं होती दूर

ऐसी मान्यता है कि अगर सुबह अच्छी खबरें सुनने को मिल जाए तो पूरा दिन अच्छा गुजरता है। ऐसे ही सुबह-सुबह सूर्योदय से पूर्व उठकर सूर्य की पूजा-उपासना की जाए तो पूरे दिन सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है और मन में ताजगी रहती है। रविवार यानी सूर्य की उपासना का दिन है इसीलिए सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए सुबह-सुबह अघ्र्य देने के साथ ही इस दिन मंत्रों का जाप भी विशेष फलदायी माना गया है। वैसे तो सूर्य देव की पूजा-उपासना के लिए कई मंत्र प्रचलित हैं, जिनका जाप किया जा सकता है, लेकिन इसमें भी कई दिव्य मंत्र हैं जो भिन्न-भिन्न साधनों के लिए की जाती है। वैसे ही शिक्षा और करियर बनाने के लिए भी दिव्य मंत्र हैं जिनके जाप से व्यक्ति जीवन को सर्वोत्तम बना सकता है। विशेषकर शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान पाने के लिए सूर्य उपासना सबसे अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और शिक्षा का गहरा संबंध है। सूर्य शिक्षा और ज्ञान का स्वाभाविक स्वामी है। कुंडली में सूर्य शिक्षा की स्थिति को स्पष्ट करता है। सूर्य ये भी बताता है कि आप शिक्षा के प्रति कितने गंभीर हैं।  सूर्य व्यक्ति को शिक्षा ग्रहण करने योग्य भी बनाता है। सूर्य के कमजोर होने से शिक्षा प्राप्त करने में समस्याएं आती हैं। शिक्षा के लिए सूर्य देव की उपासना सर्वोत्तम मानी गई है। 

सूर्य कैसे देंगे शिक्षा का वरदान- सुबह जल्दी उठ कर साफ-सुथरे तरीके से रहने पर सूर्य की प्रसन्नता मिलती है। सूर्य की रोशनी का पूरा लाभ उठाना चाहिए। पिता और गुरुजनों का सम्मान करते रहना चाहिए। खान-पान शुद्ध रखना चाहिए। सूर्योदय के बाद देर तक सोते नहीं रहना चाहिए। अंधेरे घर में या कमरे में नहीं रहे। लेटकर पढऩे-लिखने पर और ज्यादा पेट भरकर खाने पर शिक्षा से दूरी बनती है। उत्तम शिक्षा पाने के लिए नित्य सूर्य की उपासना करना, रोजाना सूर्योदय से पहले ही शुद्ध होकर स्नान कर लेना चाहिए। नहाने के बाद सूर्यनारायण को तीन बार अघ्र्य देकर प्रणाम करें। संध्या के समय फिर से सूर्य को अघ्र्य देकर प्रणाम करें। सूर्य के किसी भी मंत्र का श्रद्धापूर्वक जाप करें। आदित्य हृदयम् स्तोत्र का नियमित पाठ करें। रविवार को तेल और नमक नहीं खाना चाहिए। इस दिन एक समय ही भोजन करना चाहिए। इस प्रकार सूर्य उपासना से शिक्षा और करियर से जुड़ी हर समस्या का समाधान होने वाला रहता है। इनमें से किसी भी मंत्र का जाप आपके जीवन को सूर्य के समान कांतिमान बना सकता है।

ऊँ सूर्याय नम:

ऊँ भास्कराय नम:

ऊँ रवये नम:

ऊँ मित्राय नम:

ऊँ भानवे नम:

ऊँ खगय नम:

ऊँ पुष्णे नम:

ऊँ मारिचाये नम:

ऊँ आदित्याय नम:

ऊँ सावित्रे नम:

ऊँ आर्काय नम:

ऊँ हिरण्यगर्भाय नम:

इनमें से किसी एक मंत्र की एक माला का जाप कर लिया जाए तो शिक्षा संबंधी हर तरह की विघ्न-बाधाएं दूर होकर उन्नति का मार्ग प्रशस्त होने लगता है।

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