मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए मल मास में करें शिव पूजा || Vaibhav Vyas


 मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए मल मास में करें शिव पूजा 

शास्त्रों के अनुसार तीन साल बाद एक बार आने वाले मलमास या अधिक मास को शुभ कार्य नहीं करने चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने से मलमास का अशुभ महीना प्रारंभ हो जाता है जो 14 जनवरी को सूर्य की राशि बदलने के बाद ही यह महीना खत्म होगा और फिर से मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी। शास्त्रों में शुभ कार्यों के लिए मल मास वर्जित माना जाता है, लेकिन पूजा-अर्चना के लिए हमेशा ही श्रेष्ठ माना गया है। वैसे तो इस माह में सूर्य उपासना और श्री विष्णु हरि की पूजा-उपासना शीघ्र फलदायी मानी गई है, किन्तु साथ ही यह मास भगवान शिव की आराधना के लिए भी विशेष फलदायी होता है। अगर लंबे समय से कामकाज में अवरोध या समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा और सफलता की कामना के लिए इस मलमास शिव अराधना श्रेयष्कर मानी गई है।

ऐसी मान्यता है कि रुके हुए कार्यों को बनाना हो तो मलमास में पडऩे वाले हर सोमवार या मलमास महीने की मासिक शिवरात्रि को तेल से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। संतान सुख से वंचित पति पत्नी मलमास में सोमवार या फिर मासिक शिवरात्रि पर शिव मंदिर जाएं और मिलकर शिवलिंग पर घी अर्पित करें। आर्थिक रूप से तंगी चल रही हो तो मलमास के दौरान शिवलिंग की पूजा करें। गन्ने के रस से शिव अभिषेक करें और पूरे मन से शिव अराधना करें। करियर में अड़चन आ रही हो या ऑफिस में माहौल सही ना चल रहा हो तो शिवलिंग पर जलधारा चढ़ाएं। भगवान शिव को जलधारा अत्यंत प्रिय है। ऐसा करने से बिगड़े हुए काम बनने लगतते हैं। लंबे समय से रोग आपका पीछा नहीं छोड़ रहे हैं तो शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करें। संभव हो तो इसके बाद कुछ गरीबों में दूध का दान भी करें। भगवान शिव की कृपा से आपको रोगों से छुटकारा मिलेगा।

इसके अलावा विवाह बाधा को समाप्त करना हो तो शिवलिंग पर शहद चढ़ाएं। इसके बाद सच्चे मन से भगवान शिव से प्रार्थना करें। मलमास में हर सोमवार ऐसा करने से हर मनोरथ सफल होने वाला रहता है। मल मास में पडऩे वाले प्रत्येक सोमवार या मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा-उपासना के साथ ही शिवलिंग पर पवित्र जल और दही अर्पित करें। आपको जिस भी कार्य में सफलता चाहिए उसके लिए प्रार्थना करें। शिव कृपा से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होने वाली मानी गई है।

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