तुलसी पूजन से मिलती मां लक्ष्मी की कृपा || Vaibhav Vyas


 तुलसी पूजन से मिलती मां लक्ष्मी की कृपा

कार्तिक का महीना पूजा-पाठ, ध्यान-सत्संग और भक्ति भाव से श्री विष्णु हरि को रिझाने वाला होता है। श्री विष्णु हरि को तुलसी जी अतिप्रिय है इसलिए इस मास में तुलसी पूजन का महत्व और भी बढ़ जाता है। कार्तिक के महीने में तुलसी पूजा को विधि विधान के साथ भक्त करते हैं। अगर कार्तिक पूर्णिमा के दिन तक आप पूरी श्रद्धा और भाव के साथ तुलसी पूजा करते हैं तो देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। मान्यताओं के अनुसार तुलसी में लक्ष्मी माता का वास माना गया है। ऐसे में तुलसी पूजन करने से तुलसी मां के साथ-साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा भी बरसती है, इसलिए लक्ष्मी मां को प्रसन्न करने के लिए तुलसी की पूजा करना विशेष फलदायी होता है।

हिंदू धर्म में तुलसी को सबसे ज्यादा पवित्र और पूजनीय माना गया है. तुलसी के बिना कोई भी पूजा अधूरी ही मानी जाती है। घर के हर एक शुभ काम में तुलसी का खास महत्व है। यही कारण है कि कार्तिक मास में तुलसी में जल चढ़ाने और उसके समीप दीपक जलाने से लक्ष्मी माता की कृपा होती है।

वेदों में भी इस बात का उल्लेख किया गया है कि ब्रह्मा जी ने स्वयं नारद जी को बताया था कि कार्तिक मास से ज्यादा पुण्य से भरा कोई भी महीना नहीं होता है। पुराणों में ये भी कहा गया है कि कार्तिक मास धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष आदि प्रदान करने वाला होता है।

कार्तिक महीने में तुलसी में हर रोज सुबह नहाकर जल चढाएं और तुलसी पूजा वाले दिन पौधे के चारों तरफ एक स्तंभ जैसा बनाकर उसको सजाएं। इसके बाद तुलसी के गमले पर स्वास्तिक बनाएं, पौधे के पास रंगोली बनाएं जिसमें कमल का चित्र बनाकर वहां शंख, चक्र और गाय के पैर भी बनाएं। अगर आंवले का पौधा भी है तो तुलसी के समीप उसको भी रखें, क्योंकि आवंले में भगवान विष्णु का निवास होता है। इसके बाद 'श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं वृन्दावन्यै स्वाहाÓ मंत्र का जाप करके पूजा प्रारम्भ करें। मां तुलसी के आगे घी का दीप जलाएं और सिंदूर, रोली, चंदन और नैवेद्य चढ़ाएं। मां तुलसी के आगे सुहाग की पिटारी चढ़ाएं, उनको वस्त्र आदि समर्पित करें। तुलसी के चारों ओर दीपदान करें।

तुलसी पूजन के पश्चात तुलसी नामाष्टक मंत्र का जप करना विशेष फलदायी रहता है-

वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।

पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।

एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।

य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।

कार्तिक महीने में इस तरह तुलसी पूजा करने से आप मनोकामनाएं पूर्ण होकर जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।

Comments