Pre-caution is Better then Cure..

 प्रि-कोसन इस बैटर दैन क्योर। यह हम सभी ने सुना है। हम अपने स्वास्थ्य को इतना संबल कर दें, अपने खान-पान पर ध्यान दे दें, अपने रुटिन को इतना बेहतर कर दें कि रोग कि संभावनाएं कम होती चली जाए। तो वहीं दूसरी स्थिति यह भी निकलकर आती है कि हम ज्योतिष विज्ञान के साथ में जब भी चर्चाएं करें तो वहां पर भी यही आधार रहता है। किसी बड़े निर्णय की ओर जा रहे हैं, कोई फाइनेंसियल बर्डन बढ़ा रहे हैं। समय किस तरह के प्रवाह के साथ है। मन के इंटयूशन क्या है। कहीं हम फैशीनेसन के साथ में डिसिजन लेने की ओर तो नहीं जा रहे हैं। यह सब कुछ स्पष्ट कर देना आवश्यक होता है।

मंगल जो कि ऊर्जा प्रदाता ग्रह रहे हैं, अग्नि कारक तत्व प्रधान ग्रह है। तो वहीं पर इनकी एप्रोच में सेनापति होने की वजह से एक स्ट्रेट फारवर्ड प्रोसेस है। इस बात को आज मैं इस वजह से चर्चाओं में ले रहे हूं। यदि षष्ट भाव में मंगल की स्थितियों की चर्चा करूं। जब भी महादशा या अंतरदशा आ जाए तो व्यक्ति को कहा जाता है कि आप ऋण संबंधी आधार से सावधान रहियेगा। क्योंकि वहां व्यक्ति की सोच में तीव्रता होती है। स्टेट फारवर्ड एप्रोच होती है। वो यहां और वहां देखना पसंद नहीं करता। उसे सिर्फ और सिर्फ ये ध्यान रहता है कि ये काम करना है और इसका सुगम मार्ग क्या है। इसके चलते फाइनेंसियल बर्डन बढ़ा लेता है जिसकी आवश्यकताएं नहीं होता। 

पहले कर्म किया उसके बाद अनुभव लिया और उसके बाद स्थितियों का विश्लेषण किया। इसको उलट दिया जाए, पहले विश्लेषण किया उसके बाद आधार को वहां पर रखा उसके बाद कर्म करने की ओर गए। ये स्टेप कई बार व्यक्ति को प्लीज आउट कर देता है। हम हासिल कुछ और करना चाहते हैं और हासिल कुछ और ही कर लेते हैं। इसमें बहुत बड़ी दुविधाएं आती है। इसीलिए बारम्बार आपसे कहता हूं कि जब आप एक मोबाइल भी पर्चेज करने जाते हैं तो पहले नेट पर सर्च कर लेते हैं, उसके फीचर देख लेते हैं फिर ही आगे बढऩे वाले होते हैं। यही आधार इस नव ग्रहीय व्यवस्था के साथ में आप थोड़ा सा समकक्ष रख कर देखे तो अलग प्रवृतियां आती है। ये नव ग्रह क्या है, बारह भाव क्या है, एक बार हम जाने और जो शुरुआती स्तर होता है उसका ज्ञान प्राप्त करके यदि हम निर्णय के अंदर इन दशाओं को समझ लें तो काफी हद तक अपने जीवन को सहूलियत देने वाले हो सकते हैं। 

मैं जब भी चार्टिंग के माध्यम से आता हूं। जब भी इन चचाओं के आधार से आता हूं तो प्रयास करता हूं कि आप तथ्यात्मक आधार तक पहुंचे। जब भी हमारे प्रयास तथ्यात्मक आधार को रखने के एक तरह से आसपास हो तो एक स्पष्टता आ पाती है। तो जिस तरह से षष्ट भाव के मंगल है। लग्न के सूर्य है। आत्मविश्वास के द्योतक के रूप में लेकर चलेंगे। वृहस्पति किसी भी त्रिकोण के साथ में है तो आपके जीवन में क्षमताएं निकलकर आएगी। इससे एक स्पष्टता मिलती है। आपको कहा गया फरवरी, 2022 तक इस कामकाज में संभलकर रहिये, आप संभलते भी हैं, वहीं से खुद को उस क्षेत्र विशेष के अंदर एक्सपर्टीज देने का प्रयास करते हैं। 

जब भी समय बेहतर आएगा हम अपने जीवन को वहीं से पूरे तरीके से परिवर्तित करके रख देंगे। कई बार व्यक्ति कहानियां सुनता है।  35 की उम्र में, 40 की उम्र में, 60 की उम्र में सफलता पाई, उसने समय का इंतजार किया किन्तु अपने कर्म और हुनर को नहीं छोड़ा और अंततोगत्वा वो विजय के आधार को प्राप्त करने वाला हुआ। इसी वजह से भीतर की लौ को समय के साथ में जोडऩा, संभावनाओं के साथ में जुडऩा और ज्योतिष जैसी सारी ही गणनाओं को सम्मुख रखता है उसको समझकर चलना कहीं न कहीं आवश्यक स्वरूप मात्र है।

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