तनावमुक्त जीवन जीना सीखे।

 हम कहीं एक शहर से दूसरे शहर का रास्ता तय करने की ओर जाए तो हो सकता है रास्ते में आपको कहीं-न-कहीं एक बोर्ड जरूर नजर आए जहां लिखा हो तनावमुक्त जीवन जीना सीखे। आप कहीं बुक स्टोर की ओर चले जाइये, वहां पर भी आपको सेल्फ हेल्फ की बुक्स नजर आएगी साथ ही लिखा होगा कि आप कैसे तनाव मुक्त जीवन जी सकते हैं। कारर्पोरेेट कल्चर में ऐसी ट्रेनिंग सेशन के साथ वहां के ग्रुप को लेकर चला जाता है, जहां पर तनाव मुक्त जीवन के की स्थितियों के साथ चला जाए। शिक्षका है, वहां पर तनाव को कैसे कम करने वाले होंगे, उसके पूरे ही सेशन रहे हैं। हम इन शब्दों के साथ में अपने जीवन को लगातार देखते चले जा रहे हैं और इस जड़ तक नहीं पहुंच पाते कि तनाव जीवन में आ कहां से रहे हैं। 

आप एक, दो, तीन या चार वर्ष के बच्चे को देखेंगे तो उसको भावुकता के साथ में या तो सिर्फ हंसना आता है या फिर इमोशन को जाहिर करने के लिए रोना आता है। हंसने और रोने के बीच का जो सफर है यहां पर तनाव है। हम यदि रोना चाहते हैं, एक उम्र के बाद में आकर और मन के भीतर का इतना भारीपन है कि कहीं-न-कहीं आंसुओं का निकलना आवश्यक है। वहां पर भी व्यक्ति उस तनाव के साथ में है, कि लोगों के सामने मैं कमजोर नहीं हो सकता। वहीं कहीं खिलखिलाकर हंसना चाहता है किन्तु सभ्यता के साथ में है कि यहां हंसी को रोकना जरूरी है। नहीं तो शायद मुझे लोग एक अलग फ्रेम के साथ में जोडऩे वाले होंगे। ये सारी ही स्थितियां हम जीवन के अंदर देखते हैं। कोई आपको देखकर क्या राय बना रहा है। आप मुखर नहीं हो पाते। कामकाज में जा रहे हैं वहां पर पिछले तीन से चार दिनों तक तनाव रहते हैं। 

एक छोटा-सा उदाहरण अपने जीवन का या कॉलेज लाइफ का याद कीजिये जब 30-35 बच्चों के समूह में खड़े होकर नाम पूछा जाता था, आपका नाम क्या है। हम हमारा नाम बचपन से जानते हैं। किन्तु बारम्बार उसकी प्रेक्टिस किया करते थे। मुझे खड़े होकर अपने नाम को पूरी तरीके से अच्छे से बताना है। अंग्रेजी में या फिर हिन्दी में। किन्तु पूरी कक्षा के जब नाम लिए जा रहे हैं, एक भी नाम हम याद रखने वाले नहीं होते थे। क्योंकि एक प्रश्न की दुनिया के साथ बहुत बड़ा तनाव बना चुके होते हैं। ऐसी ही स्थितियां छोटे-छोटे तनाव के साथ पूरे जीवन चलती है। फैशीनेसन के साथ में किसी और की लाइफ को देखा, वहां से भी तनाव ले लिए। आप ज्यादातर चर्चाओं के साथ देखेंगे तो यह मिलेगा कि उसका इतना पैकेज, उसने इतनी जमीन हासिल कर ली, फ्लैट ले लिया। ये हासिल कर लिया। इन सारी स्थितियों से अपने जीवन के अंदर न जाने कहां से एक तनाव लेकर आता है। हम यदि ऐसी प्रवृतियों से दूर रहना चाहते हैं, हम ऐसी स्थितियों से दूर रहना चाहते हैं तो सबसे पहले जीवन को सरल करने की ओर जाएं। कम्परीजन से दूर हटें। तनाव मुक्त जीवन की सीधी साधारण परिभाषा है जो भी जज्बात भीतर है, उसको खुलकर रखा जाए। जो हम चाहते हैं उसको उसी स्वरूप में लोगों के सामने रखा जाए। 

मैं अपने भीतर के मंथन के साथ जब भी होता हूं तो प्रयास करूं कि जो विचार आते हैं उनको आपके सामने रखूं, कई बार गलत और कई बार सही होऊंगा। कई बार विरोध में होंगे, किन्तु इससे दूर हटकर मैं अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन तनाव मुक्त होकर कर रहा हूं। और यहीं से सफर को और अच्छे से बेहतर तरीके से आगे लेकर चलने वाला होता हूं। जब मैं दैनिक राशिफल की समाप्ति के साथ में होता हूं, तो मन के भीतर यही मंथन चलता है कि आज जो कार्य किया वहां पर मेरे लिए संतुष्टि और जिम्मेदारी है। और वहीं से मेरी प्रसन्नता बारम्बार निर्मित हो रही है और तनाव किस तरह से जीवन से दूर रख सकते हैं इसके बारे में लगातार विचार करें। और यहीं से सारी ही स्थितियां स्पष्ट मानिये, सामने आती चली जाएगी। जहां खुलकर हंसना चाहते हैं, पुराने लोगों से जुडऩा चाहते हैं सारे ही आधार बनाकर चलिये तो कहीं पर भी किसी और एप्रोच की आवश्यकता रहेगी ही नहीं। अपने जीवन को पीछे मुड़कर देखना, आज के साथ संभालना और आगे आने वाले आधार के लिए लगातार अपने कर्म को निर्मित करते चले जाना ये भी तनाव मुक्त जीवन का एक बहुत बड़ा आधार है। यकीन मानिये, एक बार अपने साथ में बैठिये, एक बार एकांत में भावों को संग्रहित कीजिये। मालूम चल जाएगा कि जीवन किस ओर जा रहा है। हम किस तरह से स्ट्रेस फ्री लाइफ जी जा सकती है।

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