व्यक्ति अपने कर्म के साथ जीवन में सुकून खोजता है।

 व्यक्ति आज में रहकर भविष्य को देखता है। और बहुत कुछ हासिल करना चाहता है। किन्तु जब भी अपनों के साथ में बैठता है तो पुराने दिन की स्मृतियों को सामने लाता है। हम उस गांव में थे। हम उस शहर में थे जहां पर इस तरह के संघर्षों के साथ अपना जीवन जीते थे। किन्तु खुश थे। आज तथाकथित तौर पर बहुत कुछ हासिल कर लिया है, किन्तु संघर्ष, मानसिक स्तर पर लगातार तनाव को लेकर आते हैं। जबकि वहां पर प्रत्येक दिन की जद्दोजहद थी, आप किसी भी चालीस, पैंतालीस, पचास वर्ष के व्यक्ति से मिलिये वो मन के उद्गार आपके सामने रखने वाला होता है कहता है कि हम उस शहर में इस तरह गुजारा करते थे। दोस्तों की टोली होती थी। गांव में इस तरह के संघर्ष करते थे और वहां एक सुखद आधार वो अपने लिए बनाता है। उन क्षणों में सुकून खोजता है किन्तु आज बैठकर ये सोचता है कि इस तरह का फ्लैट लेना है, बंगलो बनाना है। मैं आज वी.पी. की पोजीशन पर हूं तो डायरेक्टर बनना है। ये सपने जिंदगी के साथ रहेंगे। ये सपने रहने भी चाहिए क्योंकि आपका कर्म लगातार वो सारे ही रास्ते आपको दिखा रहा है, किन्तु इस क्षण अपने कर्म के साथ में व्यक्ति जितना सुकून खोजता है। 

आप किसी भी रुचिकर स्तर के साथ में है, पुरानी स्मृतियां खुशी देती है तो सप्ताह, दस या पन्द्रह दिन के भीतर पुराने मित्रों से बात करने की आवश्यकता है। आपको कोई न कोई हुनर रुचि देता रहा है तो वहां पर जुडऩे की आवश्यकता है। वहां से सुकून खोजने की आवश्यकता है। आपको मूवीज आदि के साथ बहुत लगाव रहा है। आज समय आपको श्रम और परिश्रम के साथ में लेकर चल रहा है किन्तु वहां पर आप अगर जुड़ सकते हैं तो जरूर जुडिय़े। स्पोर्टस में रुचि रही है, पचास वर्ष की उम्र हो चुकी है, खुद इतना अच्छे से नहीं खेल सकते। फिर भी मैदान पहुंचेंगे थोड़ा सा समय वहां व्यतीत करेंगे खुद के भीतर की गूंज को महसूस करने वाले होंगे। किन्तु इस ब्रेक में जो सुकून मिलता है आपको तरोताजा करने वाला होता है। 

जहां पर भी हों, आप जब भी ऐसी स्थितियों को खोजते हैं यकीन मानिये, आज के तनाव से मुक्त करके तथाकथित तौर पर कल क्या करना है, परसों क्या हासिल करूंगा, वर्षों की मेहनत मुझको क्या देने वाली होगी। इससे थोड़ी सी देर के लिए ब्रेक मिल पाता है। लोगों के कम्पेरीजन से दूर हो पाते हैं कि उन्होंने क्या हासिल कर लिया। मेरे साथ में चले थे और मैंने क्या हासिल कर लिया जो आज तक मैं यहां चला हूं। ऐसी सारी स्थितियों से जब आपको एक दूरी मिले, सुकून मिले उसको कतई छोडऩे की आवश्यकता नहीं है। सर्वप्रथम उसी को हासिल करना वहां रुक जाना महत्वपूर्ण है। आप यकीन मानिये, यहीं से जीवन आपको अलग तरीके का वातावरण देने लगता है, जहां सिर्फ आनंद है। व्यक्तिगत जीवन में कामनाएं बहुत सारी है। संभावनाएं बहुत सारी है। कर्म के सिरे लगातार अग्रसर हैं, किन्तु इसके साथ में एक महत्वपूर्ण स्थिति है आनंद को प्राप्त करते चले जाना और वो कहीं न कहीं सुकून के साथ जुड़ा हुआ है।

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