रविवार का उपयोग किस तरह से करें ।

क्या थकान हटाने के लिए रविवार आते हैं या फिर ऊर्जा से पुन: भरने के लिए रविवार आते हैं। हम अपने बाकी बचे हुए कार्यों को रविवार के दिन पूर्ण करें या फिर पूर्णतया विश्राम करें। इसके साथ में ही जीवन में बहुत बड़ा बदलाव लेकर आना चाहते हैं तो इस रविवार का उपयोग किस तरह करें। ये सब कुछ हमारी सोच के ऊपर निर्भर करता है। यदि शारीरिक स्तर पर थके हुए हैं तो माना जा सकता है, कि रविवार का दिन थकान उतारने के लिए है, किन्तु मानसिक स्तर पर थके हुए हैं तो यह समझना जरूरी है कि कहीं-न-कहीं हमारे कार्य क्षेत्र में हमारे साथ या हमारे लिए कुछ गलत हो रहा है या फिर हम संदेह की स्थितियों को स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं। वहीं पर ऊर्जा से भरने का आशय सिर्फ इतना ही है कि जो थकावट रही, ब्रेक की आवश्यकता थी, क्या उस ब्रेक के साथ यह रविवार चल रहा है। तीसरे स्तर पर ये देखें कई कार्य पीछे छूट जाते हैं उन्हें पूर्ण करना संभव नहीं हो पाता। पारिवारिक जनों को पूरा समय दें, संतान शिक्षा ले रही है, क्या उनके साथ समय बीत रहा है। ये भी प्रमुख कार्य है जो संवेदनाओं से जुड़ा हुआ है। 

जो भावी जीवन की खुशियों से जुड़ा हुआ है। साथ में आप लम्बे समय से नौकरी पेशा जीवन में है व्यापार में जाने का माध्यम खोज रहे हैं। इन दो दिन या एक दिन को हम कैसे यूटिलाइज करते हैं अपनी प्लानिंग के लिए ये भी आधार समय के आधार पर सुनिश्चित होता चला जाता है। जो भी दिवस हो, जो भी समय हो या जो भी अवकाश की स्थिति हो हम जिस तरह से मेंटल फ्रेम में होते हैं वैसे ही उसका उपयोग करने वाले होते हैं। आप एक यूथ फुल ऐज में है। शिक्षा और जॉब साथ में चल रही है, तो ये समय शिक्षा पर ध्यान देने का होता है, वहीं पर आप फिजिकल फिटनेस रहने वाले व्यक्ति हैं, कुछ नया देखते हैं, सीखते हैं, अनुशासन के अंदर शारीरिक सौष्ठव को बढ़ाने वाले होते हैं, यह भी स्थिति हो सकती है। इस समय प्रोपर बेस पर उपयोग में कैसे लाएंगे इसकी योजना बनाते हैं तब भी ऐसे दिनों को सार्थक कर पाता है। कहने को तो वर्ष के अंदर बावन रविवार होंगे। 

दूसरे अर्थों के अंदर एक महीने बाईस दिन का समय हमारे पास होगा जो बारह महीनों में एक बड़ी अवधि है। जिस तरह से हम उसका उपयोग करेंगे वैसे ही जीवन के आगे आने वाले वर्षों के अंदर हम स्वयं को एक नए सांचे के अंदर देख पाएंगे। इसी तरह से हम अवसरों की तलाश करे रहें। हम चिंताओं से दूर हटकर संभावनाओं को जाग्रत करते रहें। ये रविवार भले ही हो थोड़ा सा समय घर परिवार के साथ बीते, एकांत के साथ बीते, जीवन की यात्रा किस ओर जा रही है उस सोच के साथ में बीते यह आवश्यक है।

Comments

  1. Too good. Sir ji pls display your vichar of 30th January 2021.

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  2. Sachmuch Vaibhav ji aap boht hi achhe vichar dete hai jo jeevan mein badlav lane ka kam kr rhr hai

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