कार्य के प्रति जुनून ही दिलाता है जीवन में सफलता।

कई बच्चे एक साथ में मिलकर एक मैदान में खेलने के लिए जाते हैं, किन्तु दो से तीन घंटे बाद थक जाते हैं और घर लौट जाते हैं। किन्तु एक बच्चा जितने भी समूह खेलने के लिए आते हैं, उनसे जुड़ता रहता है। सुबह से शाम तक खेलता रहता है। बारिश भी आई तब भी और सर्दियों का मौसम आया तब भी वह सुबह मैदान पर होता है। जब अपना जुनून पसीने के साथ में मिलकर तरबतर होता है तो वहीं से एक नया नाम प्रखरता को स्थापित करता नजर आता है। ठीक उसी तरह से कई लोगों को गाने का शौक होता है, किन्तु एक व्यक्ति प्रत्येक दिन सुबह 4 बजे उठकर रियाज की ओर जाता है। अपने अभ्यास को जगह देता है और जाग्रति स्वत: जाग्रति, किसी को उठाने की आवश्यकता नहीं है। 

लेखन का शौक कुछ लोगों को होता है, किन्तु कुछ पन्ने लिखने के बाद रुक जाता है, किन्तु विचार लगातार 24 घंटे चलते रहे, और डायरी में लिखना शुरू करते हैं वहीं से लेखक जन्म लेता है। ये जुनून की स्थितियां है। वक्ता होते हैं, निरन्तर अभ्यास के साथ चलते हैं न जाने कितने समय खुद के साथ बिताते हैं और लगातार जुनून के साथ चलते हुए समूह को संबोधित करने वाले होते हैं, मंत्रगुग्ध करने वाले होते हैं। ये साधना और अभ्यास की स्थितियां है। जुनून जीवन को नया रंग देता है। 

जब भी हम किसी क्षेत्र विशेष के साथ में थोड़े से समय चलते हुए रुक जाते हैं, तो वहां यह समझ लेना चाहिए कि कहीं-न-कहीं हमारी रुचि किसी और क्षेत्र के साथ जुड़ी हुई है। दूसरे लोगों से उलट लगातार चलते रहें, दूसरी स्थितियों के साथ देखते हैं जहां कुछ लोग ऐसे होते हैं उसको अपने जीवन के भीतर उतार देते हैं। जो भी नई अपडेशन होती है, उसके साथ चलने वाले होते हैं। जब भी आप अपने जीवन को ऐसे तारतम्य के साथ जोडऩे वाले होते हैं जहां जिज्ञासाएं अपने चरम को लिए हुए हो, जहां मन के भीतर ऊर्जा लगातार ये कहे कि तुमको रुकना नहीं है, थकना नहीं है। जब आपको अलार्म क्लाक नहीं उठाए, आप उसके पहले ही उठकर कामकाज की तैयारी कर चुके हों, वहां और उसी क्षेत्र के अंदर आप बड़े नाम की तैयारी कर रहे हैं। आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों, जब ये समय सहयोग के साथ में आता है, जब दशाएं व्यक्ति को एक नया आयाम देने वाली होती है, तब तक क्या वो व्यक्ति रुका हुआ है और उसी क्षेत्र में अभ्यास कर रहा है, वहीं से सफलता के सारे ही स्तर निहितार्थ होते चले जाते हैं।

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