शनि देव हो रहे हैं अस्तगत ।

                                                      शनि देव हो रहे हैं अस्तगत

सूर्य पुत्र शनि देव 7 जनवरी, 2021 को मकर राशि में ही चलते हुए जो कि उनका स्वराशि स्थान है, अस्तगत हो चुके होंगे। 9 फरवरी, 2021 तक जो इनका प्रभाव है वो अस्तगत स्थितियों में ही रहेगा। ये विषय तकनीकी भी है तो महत्वपूर्ण भी है। आप पाएंगे कि जो ये नवग्रहीय व्यवस्था है वहां दो ग्रह प्रकाश की स्थितियों में चलते हैं जहां पर सूर्य देव और चन्द्रमा प्रमुखता से है इसी वजह से प्रकाश ग्रहों की संज्ञा दी गई है। पांच तारा ग्रह है। दो प्रमुख ग्रह राहू और केतु वो छायावादी पापी ग्रह हैं जो कि अंतरचेतनाओं को प्रभावित कर देते हैं और भौतिक रूप से इनका कोई भी अस्तित्व नहीं है। मंगल की स्थिति, बुध है, वृहस्पति, शुक्र और शनि देव है ये तारे ग्रह की श्रेणी में आते हैं। जब भी सूर्य देव उदित होते हैं तो आप देखेंगे कि आकाश मंडल में तारे अपने आप ही अस्तगत हो चुके होते हैं, वो नजर नहीं आते। वैसे ही जब प्रकाश ग्रह है शनि देव है इनकी स्थितियां धनु राशि में चलते हुए सूर्य देव के प्रभाव में आ जाएगी। धनु से मकर में गमन करने वाले होंगे। 7 जनवरी की एप्रोच में सूर्य देव का प्रभाव मकर पर भी होने वाला होगा तो शनि देव अस्तगत हो चुके होंगे। वहीं से 9 फरवरी तक इनके प्रभाव के साथ यही संज्ञा चलेगी। देव गुरु वृहस्पति 17 जनवरी को अस्तगत स्थितियों में आ जाएंगे। 

जब सूर्य देव 14 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर संक्रांति त्यौहार रहेगा उसके तीन दिन बाद दूसरे प्रमुख तारा ग्रह अस्तगत स्थितियों में आ जाएंगे। प्रभाव क्या निकलकर आता है। जिन भी राशि के जातकों को ढैय्या और साढ़े साती चल रही होती है, इसमें साढ़े साती के अंतिम प्रवास को अलग कर दीजिये, वहां जो आपको लगातार संघर्ष करने पड़ रहे थे, कर्म जो किए उसी के आधार पर अब फल प्राप्त हो रहे हैं, किन्तु संघर्षों के साथ में मिल रहा है, यहां थोड़ी आसानी इन दिनों में आने लगेगी। जिन राशि के जातकों के लिए कर्म निर्बाध गति से पूर्ण हो रहे थे, वहां थोड़ा-सा धीमापन आ सकता है। ये सेग्रिगेशन 12 ही राशि के जातकों के सामने रहने वाला होगा। शनि देव की स्थितियां वो व्यक्ति के जीवन में न्यायोचित मार्ग को दिखाने वाली होती है। जो व्यक्ति कर्म के पथ पर लगातार अग्रसर है, अंततोगत्वा उसको सुखद परिणाम भी प्राप्त होते हैं। सूर्य देव देवगुरु वृहस्पति शनि देव की स्थितियां यहीं मकर राशि के अंदर चलायमान रहने वाली होगी। 14 जनवरी के बाद से वहां का प्रभाव अलग है, किन्तु 7 से 14 जनवरी तक का प्रभाव भी शनि देव के इस आधार पर बिलकुल अलग है। तकनीक संबंधी विषयक क्षेत्र में है, न्याय व्यवस्था के साथ जुड़े हुए हैं, कंस्ट्रक्शन, रियल स्टेट, बड़े भूखंड को लेना और उसे छोटे छोटे हिस्सों में करक बेचने के कार्य के साथ है, तकनीक के अंदर गूढ़ स्थितियां होती है, बहुत गहरे उतरकर नया लाना है उस क्षेत्र विशेष में भी शनि देव का प्रभाव बहुत गहरे से निकलकर सामने आता है। मंद चाल के आधिपति है जो भी आपको परिणाम मिलता है वो ठोस और धीमा मिलता है किन्तु अस्तगत स्थितियों के अंदर वो प्रभाव और ज्यादा कमी के साथ में सामने आता है। आप प्रयास कर रहे हैं नैसर्गिक तौर पर किन्तु लग रहा है कुछ ऐसा अटकाव है जो मेरे बूते का नहीं है जिसको मैं नहीं हटा सकता। वहीं पर व्यक्ति अनंत प्रयास करता है और आखिरकार सफलता प्राप्त करता है। ऐसी ही कुछ स्थितियां रहेगी। इस समय हनुमंत उपासना और दशरथ कृत शनि स्तोत्र और सुंदर कांड का पाठ जरूर करना चाहिए।

मेष : कर्म भाव के साथ शनि देव का प्रधानक स्तर जुड़ा हुआ है। यात्राएं और लगातार भागदौड़ को लेकर चल रहे थे, रुकावट-थकावट नहीं थी, वहां थोड़ी सी रुकावट मिल सकती है। वहीं ऐसा लगने लगेगा ये भागदौड़ किस वजह से है, हम कहां पहुंचेंगे। ये निराशा के भाव कई बार व्यक्ति के कर्म की जाग्रति को कम करते हैं, वहां ख्याल रखना होगा। कंस्ट्रक्शन संबंधी कामकाज, बिल्डिंग मेटेरियल के कामकाज में जो भी सौदेबाजी कर रहे हैं उसमें थोड़ा-सा धीमापन बनाकर रखने का प्रयास जरूर करें। आजीविका के साधन विकसित किए थे, मलमास के पहले या सितम्बर-अक्टूबर में काय की शुरुआत की, सफलता की गुंजाइश आप जनवरी और फरवरी के महीने में देख रहे थे, वहां थोड़ा-सा धीमापन सामने आ सकता है। कतई विचलित होने की आवश्यकताएं नहीं है। 14 जनवरी से 9 फरवरी तक का समय अंतराल है आप ज्यूडिशियल सर्विस की तैयारी कर रहे थे, न्यायोचित आधार पर प्रमोशन की आशा थी, वहां धीमापन सामने आ सकता है, विचलित नहीं हो। गृहस्थ जीवन के साथ डोमिनेट करने वाली एप्रोच थी, क्लेसेज इस वजह से थे कि हम एक-दूसरे को सुन नहीं पा रहे थे, वहां पर जब शनि देव अस्तगत होंगे उनकी दसवीं दृष्टि गृहस्थ भाव पर रहेगी आपके लिए वहां सुलझने सामने निकलकर आ सकती है।

वृषभ : आध्यात्मिक चिंतन लगातार बढ़ रहा था, आप प्रत्येक कार्य में आनंद को खोज रहे थे, प्राप्त भी हो रहा था, वहां धीमापन आ सकता है। भाग्य के साथ में भले ही संघर्ष हो किन्तु व्यक्ति अपने आधार के ऊपर कर्म को आगे बढ़ा रहा था, वहां हल्का-सा धीमापन आ सकता है। जन्मकुंडली में देखियेगा कि क्या शनि देव अस्तगत स्थितियों में है, अस्तगत है तो यहां आपको ज्यादा जोर आजमाइश करनी पड़ेगी। नौकरी पेशा जीवन में परिवर्तन चाह रहे थे, वहां थोड़ा-सा धीमापन आ सकता है। धैर्य बनाकर रखें। बहुत ज्यादा बदलाव की स्थितियों को मन मस्तिष्क पर हावी होकर नहीं चलना चाहिए। उच्च शिक्षा में समस्याएं बनेगी वो कहीं-न-कहीं भीतर मंथन की ताकत देंगे। यहां जल्दबाजी दिखाने की आवश्यकता नहीं है। न्याय व्यवस्था या ज्यूडिशियल सर्विस के साथ जुड़ाव है, तो जो कामकाज की रफ्तार बननी थी, अभी-अभी के अंदर वहां थोड़ा-सा धीमापन फिर से आपके लिए आ सकता है, विचलित नहीं हो। अस्थि जनित विकार, वायुजनित विकार होते हैं उससे भी सावधान रहना होगा।

मिथुन : ढैय्या का अंतराल चल रहा है और 7 जनवरी से 9 फरवरी, 2021 तक के समय को आप खुद के लिए रिलीफ के रूप में देख सकते हैं। व्यक्ति को कहीं-न-कहीं सुकून की आभा मिलने लगती है कि संघर्ष तो है किन्तु इन संघर्षो के साथ कुछ समय ऐसा आया है जो थकावट लिए हुए नहीं है ये प्रवृति स्पष्ट तौर पर ऐसे संकेत देने वाली होती है। कर्म के साथ में निराशाएं बनी हुई थी, वहां थोड़ी सी कमी आने लगेगी। धनागमन को लेकर बारम्बार फैशीनेट और फस्र्टेशन हो रहा था, ऐसे सारी ही प्रवृतियों से मन थोड़ा-सा दूर होने लगता है। शिक्षा में, शेयर मार्केट के अंदर एक रोटेशन नहीं बन पा रहा था, संतान पक्ष के साथ में जो उलझनें बनी हुई थी, उनके जीवन को लेकर चिंताएं आपके सामने थी, और जहां से समाधान सम्मुख नहीं था, वहां पर भी आप एक रिलीफ की पोजीशन को जरूर प्राप्त करेंगे। मैटल संबंधी कामकाज, कंस्ट्रक्शन संबंधी कामकाज में बहुत पहले थे, आज सक्रिय होना चाहते हैं, अष्टम के शनि देव की स्थितियां सूर्य देव के आवरणीय प्रभाव में अस्तगत स्तर पर आएगी वहीं पर इनका सीधा दृष्टि संबंध कर्म के साथ मेें, धन और क्षमताओं के साथ होने वाला होगा। बुध प्रधान राशि के जातकों के लिए ये समय चेतना का है। जागकर लगातार कार्य करने का है। भीतर का सम्प्रेषण इक_ा किए हुए थे, ये समय एक मजबूत आधार लेकर चल रहा है। इस मौकों को हासिल करने की ओर जरूर अपने कार्यों के साथ में लेकर जाइयेगा।

कर्क : गृहस्थ जीवन के आधार पर सावधान रहने की आवश्यकताएं रहेगी। छोटी-छोटी बातें, जो कई बार व्यक्तिगत जीवन के अंदर बहुत बड़ी परेशानियां लाती है, उससे आप बचें। जब व्यक्ति घर से संतुष्ट होकर निकलता है तो उसकी परर्फोमेंस में चार चांद लगने लगते हैं। हासिल करने और कर्म की प्रवृति में चरमोत्कर्ष आने लगती है, यही प्रवृतियां चल रही थी, थोड़ी सी न्यून हो सकती है। शांत रहने का प्रयास करना चाहिए। शब्दों के चयन में समझदारी रखें। भूमि संबंधित कामकाज, वो भी कोई पुरानी भूमि संबंधित सौदा हुआ था, यहां हो सकता है आपको धैर्य के साथ में थोड़ा-सा इंतजार करना पड़े। 7 जनवरी से लेकर 9 फरवरी तक ये प्रवृतियां रहेगी।

सिंह : वायुजनित विकारों और कोई भी अस्थि से संबंधित परेशानी चल रही थी, वहां सावधानी रखें। कर्ज संबंधी स्थितियां परेशान कर रही थी, यहां पर आपके लिए थोड़ी-सी तकलीफ बढ़ सकती है, किन्तु ये तकलीफ भी समाधान के आधार लेकर आएगी। जब भी व्यक्ति किसी परेशानी से बार-बार दूर होने का प्रयास कर रहा है, और वहीं पर उसको ये लगने लगता है कि अब तो इस परेशानी का सामना करना ही होगा। आप यकीन मानिये समाधान का स्तर प्राप्त करने की ओर जा रहे हैं। यही प्रवृति सामने रहने वाली है। शत्रु परेशान कर रहे थे, आप उनको हावी होने का मौका नहीं दे। कलिग है जो प्रत्येक जगह निगाह रखे हुए है कि कैसे कार्य कर रहे हैं, वहीं आप थोड़ा-सा धैर्य लेकर चलते हैं, उसकी प्रत्येक बात को समझने का प्रयास करता है, वो कैसे नजर रखे हुए है उस पर भी गौर करते हैं और अपने कामकाज में अनुशासन लेकर आते हैं, नकारात्मक वायदे से बचकर चलते हैं तो नौकरी और व्यापार में स्थायित्व भी रहेगा। एक्सपोर्ट संबंधी कामकाज में बड़े निवेश से आपको बचकर चलने का प्रयास करना चाहिए।

कन्या : शेयर मार्केट संबंधी कामकाज होते हैं उसमें आप लोंगर टर्म की एप्रोच में चल रहे थे, अब सिस्टेमिटक के साथ चेंजेंज चाहते हैं, शार्ट टर्म की ओर बढ़ रहे है तो 9 फरवरी तक थोड़ा रुककर चलने का प्रयास करना चाहिए। संतान पक्ष के साथ छोटी छोटी बातों में क्लेसेज आते हैं उसको भी एवाइड करियेगा। नौकरी पेशा जीवन में फस्र्टेशन में कोई निर्णय नहीं लें। ये समय एक बैटर एप्रोच के साथ चल रहा था, हल्का-सा ब्रेक लग सकता है, किन्तु उससे परेशान नहीं हो। जो स्थितियां सामने है उसको सजग रह कर स्वीकारें। गृहस्थ के साथ डोमिनेट एप्रोच होती है वहां बेहतरी रहेगी। धनागमन के रास्ते निर्बाध गति से बन रहे थे, वो यहां पर फ्लो में थोड़ी-सी कमी ला सकते हैं, उससे भी विचलित और चिंतित होने की आवश्यकताएं नहीं है।

तुला : ये समय अति महत्वपूर्ण कहा जाएगा। ढैय्या का अंतराल और चतुर्थ शनि देव की स्थितियां है। भूमि संबंधित कामकाज अटके हुए थे, 20 नवम्बर के बाद से 7 जनवरी और मलमास समाप्त हो जाएगा, आपके लिए अधिक रिलीफ रहने वाली रहेगी। कर्म के साथ निराशा और आलस्य बना हुआ था, व्यक्ति का बड़ा कार्य पूर्ण नहीं हुआ, वो छोटे कार्य में भी उत्साह नहीं बन पा रहा है, वहीं इन दिनों में लगने लगेगा कि जो भी सामने है उसको हासिल करने की ओर जाना है ये प्रवृतियां कहीं-न-कहीं मानसिक स्तर पर संतुष्टि देने वाली हो जाती है। यही आभा और आधार रहेगा। सर्विस इंडस्ट्री के कामकाज में निवेश की ओर जाना चाह रहे थे, नौकरी पेशा जीवन जो कि कंस्ट्रक्शन या कोई ऐसा क्षेत्र विशेष जो कि शनि देव के साथ चलायमान रहता है, उनका आधिपत्य रहता है ऐसे क्षेत्र में परिवर्तन की ओर जा सकते हैं। आत्मविश्वास फिर से बढ़ोतरी की ओर रहने वाला होगा।

वृश्चिक : कामकाजी जीवन में ïफ्लो बना हुआ था। नौकरी पेशा जीवन में जो भी कह रहे हैं वो स्वीकारोक्ति के साथ चल रहा था वो थोड़ी सी शनि देव के अस्तगत प्रभाव से कम होने वाली हो सकती है। भाइयों के साथ संबंधों में बड़ी मुश्किल, दोस्तों के साथ संबंधों में सुधार आए थे, वहां फिर से थोड़ी-सी दुविधाएं आ सकती है। आपको संभलकर चलने की आवश्यकताएं है। विदेश संबंधी कार्यों में छोटे-छोटे व्यवधान होते हैं, कई बार डिस्ट्रबेंस की ओर ले जाते हैं, उससे भी गेप बनाकर रखने का प्रयास करें। संतान पक्ष की शिक्षा को लेकर बहुत बड़ा निर्णय लेना है, 9 फरवरी के बाद ही उस ओर गमनशील होना चाहिए, उसके पहले रुकना हितकर रहने वाला होगा। तत्काल तौर पर कोई भी निर्णय नहीं लेने से बचें। रफ्तार कम करके रखना हितकर रहने वाला होगा। छोटी-छोटी यात्राएं जितनी स्पष्टता के साथ में की जाए उतना ही उत्तम है।

धनु : साढ़े साती का अंतिमप्रवास चल रहा था, जिसने सकारात्मक परिणाम को बनाया था ये समय सिस्टेमेटिक फ्लो लाएगा। 7 से 9 फरवरी के समय को, 14 जनवरी से लेकर 7 से 9 फरवरी का अंतराल है यहां आपके लिए और अधिक तीव्रता रह सकती है। धनागमन जो अटका हुआ था, उसके लिए बारम्बाार प्रयास कीजियेगा और जिस भी व्यक्ति के साथ संबंधों के अंदर दिक्कत थी, वहां पर भी सुधार का प्रयास विश्वास के साथ कीजियेगा। पुरानी भूमि संबंधित कोई भी सौदेबाजी, वो भी शनि देव संबंधी कार्य आधार पर जुड़ी होती है, वो सौदेबाजी एक रिलीफ नहीं दे पा रही थी, आपको कहीं-न-कहीं पूंजी की आवश्यकता थी, यहां पर की गई मेहनत आपको फिर से फ्लो की ओर लेकर आ सकती है। हिडन प्रोबलम्स यहां साइड लाइन होती चली जाएगी। लाभ की प्रवृतियां बढऩी चाहिए उसमें भी गति और प्रगति दोनों ही निहितार्थ रहने वाली है। संघर्षों के बाद जीवन में सुकून आने लगता है, तो लगता है कि कोई भटकाव तो नहीं है, ऐसा बिलकुल नहीं है। जो संघर्ष किए हैं, जीवन का दर्शन इतने वर्षों से देखा है, अब ये समय आगे बढ़ेगा विश्वास मानिये धनु राशि के जातकों के लिए समाधान की प्रगति को लाने वाला होगा। कर्म के साथ सफलता दूर थी, लग रहा था शायद सफलता हमारे लिए है ही नहीं, इस गलत फहमी को हटाए और अपनी रफ्तार को पुन: प्राप्त कीजिये, ये समय आपका है।

मकर : संघर्षों के मध्य आधार के अंदर चल रहे थे, वहां हल्की-सी कमी महसूस होगी। खुद को सुकून के साथ में लेकर चल पाएंगे। गृहस्थ जीवन में डोमिनेट करने वाली एप्रोच होती है, लगता है कि हम ही सही है, कोई और सही नहीं हो सकता, अगला व्यक्ति गलत ही है, इस प्रवृति से निकलेंगे और कहीं-न-कहीं एक-दूसरे को समझने की ओर जा पाएंगे। पराक्रम में वृद्धि होगी। नौकरी पेशा जीवन में प्रमोशन अटकी हुई थी, शनि देव आपकी कुंडली के अंदर जो लग्न कालिक व्यवस्थाएं है उसके साथ में अस्तगत नहीं है, हमारे द्वारा प्रस्तुत चन्द्र राशि पर आधारित है, किन्तु अस्तगत व्यवस्थाओं से देखना होगा, ऐसी पोजीशन में अस्तगत नहीं है और आपके लिए जब अभी 7 जनवरी से लेकर 9 फरवरी तक का समय अंतराल आ रहा है, जो कर्म के साथ में निराशाएं पनपी हुई थी, उससे फिर से बाहर निकलेंगे। रफ्तार के साथ काबिज होते चले जाएंगे। भाइयों के साथ संबंधों में विचलित करने वाला आधार था, वहां भी कमी आएगी। व्यापारिक क्षेत्र में पूंजी निवेश की ओर जाना चाहते हैं, जहां रिश्क है, वहां पर भी बढ़ सकते हैं।

कुंभ : साढ़े साती का चलता हुआ प्रथम प्रवासकाल ये समझने का अवसर नहीं देता है कि ऐसा मेरे लिए हो क्यों रहा है, ये स्थितियां कहां से आ रही है, फ्लो में कमी क्यों रही है यहीं से आप अपने लिए समझ को विकसित करने वाले होंगे। धनागमन के अंदर फिर से बढ़ोतरी का आधार कुछ समय के लिए बनेगा। किन्तु यहां किसी भी तरह से कन्फ्यूज स्थिति में नहीं रहियेगा 9 फरवरी के बाद का समय निकलता है, संघर्षों के साथ आत्मसात कीजिये। जब भी चुनौतियां आती है वो व्यक्ति को मांझने वाली होती है। रिश्ते कौन से तथाकथित है और कौन से रिश्ते अपने है ये सब कुछ समय व्यक्ति के साथ विकसित होने लगती है। जरूरी नहीं है कि जो आदमी आपको बार-बार स्पष्ट कड़वा बोलकर परेशान करने की ओर लेकर जा रहा है, ऐसा आप समझ रहे हैं, जबकि वो व्यक्ति आपके जीवन अंदर निखार लेकर आ रहा है, संभावनाओं के शीर्ष की ओर पहुंचने का आधार बनता है वो कई बार साढ़े साती की नींव के साथ लगता है और यही प्रवृति यहां सामने है। अस्तगत शनि देव की स्थितियां कर्ज संबंधी स्थितियों में रिलीफ दे सकती है।

मीन : निर्बाध गति आप देख रहे थे, जिस फ्लो के साथ चल रहे थे, वहां कमी आ सकती है। शेयर मार्केट संबंधी कोई भी स्थायित्व के साथ जुड़ा निवेश है, वहां अपनी रफ्तार को थोड़ा-सा कम करके रखने का प्रयास जरूर कीजियेगा। संतान पक्ष के साथ छोटी छोटी बाधाएं बनी हुई थी, वहां पर भी एक कमी आती चली जाएगी। खुद की भावनाओं को बड़ी ही आसानी से सम्प्रेषित करते चले जा रहे थे, आप जो कह रहे थे, वही अगला समझ रहा था, अब जो कहेंगे व्यक्ति उसके उलटे अर्थ निकाल सकता है, सावधान रहना होगा। नौकरी पेशा जीवन में ओवर कमिट के साथ बचियेगा। आत्मविश्वास की झलक में थोड़ी सी कमी आ सकती है। विचलित होने से बचना चाहिए।

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