दिसम्बर महीने का राशिफल कन्या राशि के जातकों के लिए

कन्या राशि के जातकों के लिए दिसम्बर माह का राशिफल किस तरह की गतिविधियां लेकर आ रहा है, इसका एक विवेचन। ग्रह गोचरीय व्यवस्थाओं का अध्ययन तथा साथ ही प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी हुई चर्चाओं का विश्लेषण बारह ही भावों के माध्यम से होने वाले परिवर्तनों को जानने का प्रयास करते चले जाएंगे। चन्द्रमा यहां राशि स्थान पर प्रतीकात्मक तौर पर दिखाया गया है। प्रस्तुत राशिफल चन्द्र राशि के ऊपर राशिफल आधारित होता है।

प्रथम भाव- प्रथम भाव और दशम भाव के आधिपति है वो पराक्रम भाव में शुरुआती 17 दिनों के लिए रहने वाले रहेंगे। व्यक्तिगत पराक्रम यहां बढ़ोतरी की ओर जाने वाला रहेगा। किसी भी इंटरव्यू की ओर जा रहे हैं। या कोई इंटरव्यू की प्रतीक्षा लम्बे समय से थी जहां से भाग्य का सहयोग नहीं मिल पा रहा था, ये समय वहां आपके लिए बेहतर स्थितियां निर्मित करने वाला रहेगा। ह्यूमन रिसोर्सेज, टेक्नोलॉजी की कंपनी जहां कम्युनिकेशन की आवश्यकता होती है, बुध की स्थितियां मंगल राशि स्थान में तथा शुक्र के साथ 11 से 17 दिसम्बर तक यह स्थिति रहने वाली रहेगी। पराक्रम भाव में मंगल राशि में ये प्रवृतियां बन रही हो तो व्यक्तिगत जीवन में ऐसी स्थितियों में बढ़ोतरी निकल कर आती है। पराक्रम के आधिपति 24 दिनों के लिए सप्तम में ही चलने वाले रहेंगे। अष्टम के आधिपति भी सप्तम में हो जाएंगे। ऐसे सारे ही क्षेत्रों के अंदर आपके लिए बुनियादी तौर पर परिवर्तन आ सकते हैं। परिवर्तन सुखद स्तर को भी निर्मित करने वाले होंगे। व्यापारिक जीवन में किसी महत्वपूर्ण परिवर्तन की ओर जाना चाहते हैं और एक्सपेटेशन यह है कि तत्काल आर्थिक गेन मिलता चला जाए तो वृहस्पति 20 नवम्बर के बाद से राशि भाव को सहयोग देने वाले हैं वहीं पर ये जो 3-11 का संबंध है व्यापारिक जीवन में आपके निर्णय में तीव्रगामी तौर पर बेनिफिट सामने रखने वाला होगा। शिक्षा संबंधित कामकाज है, कंस्ट्रक्शन संबंधी कामकाज में आमूलचूल परिवर्तन लाना चाहते हैं तब भी संभावित तौर पर इस समय को 1 से 15 दिसम्बर तक बहुत अधिक प्रभावी मानकर चलियेगा। जब सूर्य देव पराक्रम के भीतर गतिमान रहेंगे, सेनापति के राशि स्थान में होंगे, शुरुआती स्तर पर बुद्धादित्य योग भी रहेगा। ऐसी तीव्रता के साथ में व्यक्तिगत जीवन में परिवर्तन अवश्यम्भावी तौर पर बेहतरी लेकर आते हैं, जो कि अर्थ में, सम्मान में, कुटुम्बीजनों में अलग मान देने वाले होते हैं। उसको स्वीकार करना आवश्यक है।

द्वितीय भाव- द्वितीयेश स्वयं यहां पराक्रम भाव में रहेंगे। धनेश और वाणी भाव के आधिपति कंठ भाव के भीतर रहेंगे इसी वजह से वोकल संबंधी किसी भी कामकाज के साथ में आप जुड़े हुए हैं और वहीं जो 11 से 17 दिसम्बर का अंतराल रहेगा यदि आप किसी भी कला संबंधी क्षेत्र विशेष के साथ में धनागमन की संभावनाओं को जीवन में देख रहे हैं वहां बेहतरी है। व्यापारिक जीवन में वाणी जब प्रखर ओज के साथ सामने आती है तो व्यक्तिगत जीवन में कई नए आधार लाती है वो पोजीशन भी बनी रहेगी। फैशन टेक्नोलाजी, जिस व्यापार में इनोवेशन की आवश्यकता होती है, खुद को अपडेट होकर चलना होता है वो सारे ही क्षेत्र विशेष आपके लिए वृद्धि के प्रतिमान लेकर आ रहे हैं। भाग्य का सहयोग भी 11 दिसम्बर के बाद से लगातार बना रहेगा। जिससे वृद्धि होती चली जाएगी। कुटुम्बीजनों में व्यवहारिक पक्ष में बहुत ज्यादा सावधानी बरतियेगा। कोई भी कामकाजी जीवन में नयापन देख रहे हैं तब भी संभलकर चलने की आवश्यकताएं रहेगी। शुरुआती 11 दिनों के लिए शुक्र की वजह से लक्षाधिपति योग भी बनेगा। आकस्मिक धन लाभ की संभावनाएं तो बहुत पहले आपने कार्य किया था, या कहीं पर पूंजी निवेश किया था, कोई ऐसा फ्लैट खरीद रखा था, आकस्मिक तौर पर ये सूचना मिलती है कि हम उसको सेल आउट की ओर जाते हैं, कोई व्यक्ति आवश्यकता में है, ऐसी संभावनाएं आपको एक सुखद शुरुआती 11 दिनों में दे सकती है। ऐसा कोई भी मौका सामने आता है तो उसको त्वरित गति से स्वीकार करके चलने का प्रयास जरूर कीजियेगा। वाणी के अंदर कहीं भी पर भी व्यंग्यात्मक शैली को जन्म देने वाली नहीं रहें।

तृतीय भाव- शुरुआती 15 दिनों के अंदर नौकरी पेशा जीवन में ये समय सुखद आधार लेकर आ रहा है। इसका अर्थ यह है कि आप लम्बे समय से नौकरी पेशा जीवन के अंदर सक्रिय नहीं थे, पराक्रम आपको इस क्षेत्र विशेष में सक्रिय कराने वाले हो सकते हैं। दूसरे आधार पर भाग्य का सहयोग भी रहेगा। प्रकाश संबंधी कामकाज या नौकरी पेशा जीवन में भय डर चल रहा था, मल मास नहीं आता है उसके पहले का समय शुरुआती 15 दिन बेहद खास कहे जा सकते हैं। आप अनुशासन संबंधी किसी कामकाज के साथ जुड़े हुए हैं तो वहां पर और अच्छे से बेहतरी रहेगी। जॉब के अंदर एक्टिव पोजीशन नहीं आ पा रही थी, यहां पर इंटरव्यू कॉल आता है वो सफलता की ओर ले जा सकता है। 11 से 17 दिसम्बर, 2020 के मध्य छोटी-छोटी यात्राएं बड़ा फायदा देने वाली रहेगी। महत्वाकांक्षाओं पर नियंत्रण की आवश्यकताएं रहेगी वहीं ग्रहीय व्यवस्थाएं तृतीय भाव में देख रही है भाइयों के साथ संबंधों में तल्खियां नहीं आए ये भी मन में स्पष्ट करके चलने की आवश्यकताएं रहेगी। धैर्य की कमी हो सकती है, जो ये 15 से 31 दिसम्बर, 2020 का समय है आप एंक्सेइशनेस के शिकार हो सकते हैं। सूर्य उपासना और गणपति आराधना एक महत्वपूर्ण साधन है आपके लिए जो मन को स्थिरता देते चले जाएंगे।

चतुर्थ भाव- द्वाददेश सूर्य है वो 15 दिसम्बर के बाद से यहां धनु राशि स्थान के भीतर रहेंगे। हृदय संबंधी किसी भी रोग से ग्रसित रहे हैं कि प्रोपर बेस के मेडिसन के साथ चलने का प्रयास जरूर करें। सोलर संबंधी किसी भी कामकाज में आप निवेश करना चाहते हैं, ये समय वहां वास्तविक तौर पर बेहतरी देने वाला होगा। कोई ऐसी टेक्नोलाजी है जो विदेश में प्रचलित है उसको स्वदेश में लाकर व्यापारिक स्तर पर उन्नति के रूप में देख रहे हैं, तब भी ये समय खर्चों को लेकर आयेगा किन्तु वास्तविक तौर पर कर्म के साथ जुड़ाव हुआ आर्थिक गेन है उसको भी बढ़ाता चला जाएगा। दूसरे पखवाड़े में कर्मशील रहेंगे, किन्तु कर्म में किस ओर बढऩा है यहां पर एक स्पष्टता रखने की पूरी-पूरी आवश्यकताएं हैं। माता स्थान के साथ में थोड़ी सी दुराव की स्थितियां आ सकती है। कोई भी कामकाज चल रहा था वहां डिस्टरबेंस नहीं आए इसका भी ख्याल रखना होगा। कामर्शियल व्हीकल के कामकाज में सावधानी बरतें। 17 से 31 दिसम्बर के मध्य मानसिक सुख में कमी आएगी। इसी वजह से फस्र्टेशन किस वजह से है उसको पहचानना आवश्यक है। सर्विस इंडस्ट्री के कामकाज में वृद्धि के सरोकार बने रहेंगे।

पंचम भाव- शनि देव पंचमेश है तो भाषाविद संबंधी किसी भी कामकाज के साथ में जुड़ाव है या फिर केलकुलेशन में महारथ हासिल है शनि देव वहां वृद्धि देने वाले हो सकते हैं। देव गुरु वृहस्पति भले ही नीचस्थ हो किन्तु शनि देव की स्थिति के चलते जहां व्यक्ति धीमा होता है, अनुभव के साथ खड़ा होता है, वहां एकाग्रता अपने आप पनपती चली जाती है। आकस्मिक धन लाभ की बहुत ज्यादा अपेक्षा आप यहां पर शेयर मार्केट संबंधी कामकाज से नहीं करें। लम्बे समय की एप्रोच को अपने भीतर समाहित करके रखना जीवन का एक प्रमुख उद्देश्य रहता है तो ज्यादा बेहतरी रहेगी। जो निवेश किया है, इंतजार किया, केलकुलशन की ये प्रवृतियां यहां पर रखियेगा। संतान पक्ष के साथ दुराव थे, वहां पर एक कमी आएगी। सप्तमेश पंचमेश में रहेंगे तो किसी रिलेशन में चल रहे थे, लव मैरिज, अपनी पसंद के साथ चलते हैं तो घर-परिवार भी स्वीकार करता है, ये पोजीशन आपके लिए बनी रहेगी। उसको स्वीकारोक्ति की ओर लेकर आया जाएगा। शिक्षा संबंधित स्थितियों में  लिटरेचर में ज्यादा मेहनत की आवश्यकताएं रहेगी। मेहनत-मशक्कत परिणाम संभावित तौर पर इसी माह के अंदर लेकर आ सकती है।

षष्ट भाव- वायुजनित विकारों से सावधान रहना होगा। स्टमक को रिलेट करती हुई प्रोबल्म्स उसमें भी आंतों जनित रोगों में देव गुरु वृहस्पति की प्रधानता रहती है वहीं वायुजनित रोग बोन्स को इफेक्ट पहुंचाने वाले होती है वहां शनि देव की स्थितियां रहती है। गोचर में ये दोनों ही प्रवेश कर चुके हैं। 15-16 जनवरी तक का समय है, संभलकर चलना होगा ऐसे रोग की स्थितियों के साथ में। ऋण संबंधी परेशानियां थी, 1 से 17 दिसम्बर के मध्य वहां पर आपको सहूलियत मिल सकती है। सकारात्मकता के सरोकार रहेंगे, चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। कोई भी नया ऋण व्यापारिक वृद्धि के आधार पर चाहते हैं, तब भी 1 से 15 दिसम्बर, 2020 तक का समय अंतराल अति महत्वपूर्ण कहा जा सकता है। इस भाव की लार्डशिप वह स्वयं से द्वादश होकर पंचम भाव के भीतर रहेगी। जो शत्रु पनपे हुए थे, आपके ज्ञान के आधार पर मान लीजिये नौकरी पेशा जीवन में शत्रु पनपा हुआ था, परेशान कर रहा था, वहां पर भी एक मेजर रिलीफ मिल सकती है क्योंकि आप कर्म प्रधान होकर निरन्तर तौर पर चल रहे हैं।

सप्तम भाव- गृहस्थ जीवन के अंदर आप बहुत ज्यादा संभलकर चलने का प्रयास कीजियेगा। गृहस्थ में 1 से 24 दिसम्बर, 2020 के मध्य किसी भी तरह का मनमुटाव सामने आता है तो वहां उसको आप हटाने का प्रयास कीजियेगा। वहां पर अपने सेल्फ जस्टिफिकेशन के साथ चलना हानिकारक हो सकता है। व्यक्ति जब एक दूसरे की नहीं सुने तो विवाद बढ़ते हैं। एक दूसरे की सुनते हैं तो वहां पर एक तरह से समाधान की ओर जाते हैं उसका नाम है चर्चा। वहीं दोनों ही लोग बोल रहे हैं, उसके अर्थ अपने-अपने हिसाब से निकाल रहे हैं तो उसका नाम हो जाता है विवाद। ऐसे विवादों का गृहस्थ जीवन का लेना देना नहीं है, उससे आपको संभलने की पूरी-पूरी आवश्यकताएं रहने वाली है। गृहस्थ जीवन के साथ में कोई भी कामकाज चल रहा है, वृद्धि के संकेत स्पष्ट तौर पर मिलते चले जाएंगे। व्यापारिक साझेदारियां है कहीं पर भी मनमुटाव निकलकर आने वाला नहीं रहे, सावधान रहें। व्यापारिक जीवन में कोई भी नएपन की शुरुआत करना चाहते हैं, भरपूर ऊर्जा उस क्षेत्र विशेष में मिलती चली जाएगी। मेडिको फील्ड, फार्मास्यूटिकल क्षेत्र और ऐसे ही कोई सर्जिकल इक्यूपमेट के कामकाज में जुड़ाव रहा है या ऐसा कार्य जहां पर व्यक्ति अपने शारीरिक सौष्ठव को बढ़ाने की ओर जाता है, जिम आदि हो गए ऐसे इक्यूपमेंट की खरीदारी में वृद्धि के स्पष्ट संकेत मौजूद रहेंगे।

अष्टम भाव- अष्टमेश स्वयं से द्वादश होकर सप्तम भाव में रहेंगे। किसी क्षेत्र विशेष में बहुत अच्छे से रिसर्च की है और एक इनोवेशन के पायदान पर खड़े हैं तो वहां पर भी आपके लिए ये समय स्तर बहुत अच्छे संकेत लेकर आ सकता है। इसी समय के अंदर जो भीतर का हुनर होता है, जिसको आपने लगातार निखारा है, जिसके साथ में अपने कार्य किया है अब लोगों के सामने आना है और वही आपके लिए आजीविका का साधन भी बन सकता है, तो ये समय आपके लिए 1 से 24 दिसम्बर, 2020 के मध्य बेहतर से बेहतर स्थितियों को निर्मित करता चला जाएगा। 24 से 31 दिसम्बर, 2020 के मध्य अंतराल के अंदर विदेश संबंधी, टेक्नोलाजी से जुड़ी गतिविधियों  में वृद्धि देने वाला होगा।

नवम भाव- भाग्य भाव संशय में रखने वाला होगा। कामकाज पूर्ण होते चले जाएंगे। जब तक काम पूर्ण नहीं होगा तब तक मन में ऊहापोह को जन्म देने वाले रहेंगे उससे बचना चाहिए। अनुभव आपको धोखा दे सकते हैं। भौतिकता, आध्यात्मिक चिंतन के ऊपर बहुत ज्यादा हावी रहेगी। दूरदर्शिता भरे कोई भी निर्णय लेने हैं तो 1 से 15 दिसम्बर, 2020 के मध्य सकारात्मक कहा जाएगा, उसके बाद में संभलकर चलना आवश्यक है। उच्च शिक्षा के अंदर थोड़ी सी परेशानियां आ सकती है। किन्तु वृहस्पति की पांचवीं दृष्टि समाधान भी निर्मित करने वाली होगी।

दशम भाव- बुध पराक्रम भाव के भीतर रहेंगे वहां पर 17 दिनों की गतिविधियां कर्म में पराक्रम में वृद्धि देने वाली होगी। कर्म तत्काल रूप में परिणाम दे सकता है। किसी परिवर्तन की ओर जाते हैं ये समय मुफीद कहा जाएगा। इच्छाशक्ति की कमी महसूस कर रहे थे इन 17 दिनों में भरपूर ऊर्जा के साथ चलायमान होंगे। वर्किंग एक्सपरटीज फायदा देगी। कम्युनिकेशन फील्ड, इवेंट मैनेजमेंट के साथ जुड़े हुए थे, हाल की परिस्थितियों को देखते हुए एडोन करना चाहते हैं, तकनीक शामिल करना चाहते हैं तब भी ये समय बेहतर मानकर चल सकते हैं। प्रबंधन संबंधी कामकाज में आप प्रेसक्राब्ज स्थिति में चल रहे हैं। पिता के साथ कामकाज में संभलना होगा। फस्र्टेशन मन के भीतर आती है तो मन के भीतर से ऐसी सारी ही गफलतों को निकालने का प्रयास करना चाहिए।

एकादश भाव- वृहस्पति सातवीं दृष्टि से अपने उच्च राशि स्थान को देखने वाले होंगे। इसी वजह से जीवन के सर्वांगीण लाभ बढ़ते चले जाएंगे। जहां-जहां आपने अपने समय का और पूंजी का निवेश किया था, अब यही अंतराल आपके लिए वहां से पोजिटिविटी को लाने वाला हो सकता है। भावुक होकर निर्णय नहीं ले। कंस्ट्रक्शन संबंधी कामकाज में कोई भी निर्णय आपके लिए सुविधाजनक रहेगा, बढ़ोतरी की स्थितियों को लाने वाला रहेगा। संतान पक्ष की ओर से सुखद खबरें मिलती चली जाएगी।

द्वादश भाव- शुरुआत के अंदर तो आपकी पूरी ही ऊर्जा पराक्रम में लगने वाली होगी उसके बाद में हृदय उद्वेलित हो सकता है। एंग्जाइटी आ सकती है उससे संभलना होगा। कोर्ट-कचहरी के मामलात शुरुआती 15 दिन वहां समाधान ला सकते हैं, बाद में चिंताएं बढ़ सकती है। विदेश संबंधित कामकाज में पूरे माह स्थितियां ठीकठाक कही जाएगी।

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