दिसम्बर माह का राशिफल: मेष राशि के जातकों के लिये

ग्रह गोचरीय व्यवस्थाओं का अध्ययन और उसके बाद प्रत्येक क्षेत्र विशेष के साथ में जुड़ी हुई चर्चाएं 20 नवम्बर के बाद से एक महत्वपूर्ण परिवर्तन हुआ देव गुरु वृहस्पति और शनि देव दोनों ही मेष राशि के लिए कर्म भाव में चलायमान हुए वहीं जो राशिभाव के और अष्टम भाव के आधिपति हैं, वो देव गुरु वृहस्पति के राशि स्थान में है। ग्रहों के सेनापति मंगल यहां 24 दिसम्बर तक मीन में राशि में ही चलायमान रहने वाले होंगे।

ग्रह गोचरीय व्यवस्थाओं की स्थितियों के चलते सैकिंड हाउस में राहू की पोजीशन है, 23 सितम्बर के बाद से यहीं, 18 महीनों तक यही रहने वाली रहेगी। बुध की स्थितियां वृश्चिक 17 दिसम्बर तक रहेगी तो उसके बाद यह ग्रह धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे। अष्टम भाव में ही शुक्र 11 दिसम्बर की स्थितियों के बाद से प्रवेश करने वाले होंगे। इन 31 दिनों में बुध की स्थितियां ज्यादातर दिनों के लिए वृश्चिक में ही रहने वाली रहेगी। वहीं शुक्र की स्थितियां वृश्चिक में 11 दिसम्बर से 3 जनवरी 2021 तक रहने वाली है इसीलिए इस पॉसिबल एप्रोच को हमने यहां दिखाया है। नवम भाव जो कि आध्यात्म, भाग्य, अनुभव और वहीं धार्मिक कार्यों की स्थितियों से जुड़ा हुआ भाव है, वहां पर सूर्य की स्थितियां 15 दिसम्बर के बाद से प्रवेश कर जाने वाली रहेगी जैसा मैंने आपको पहले भी बताया शश योग बना हुआ है। देव गुरु वृहस्पति यहां राहू की जो पोजीशन को भी नियंत्रित किए हुए है अपने उच्च राशि स्थान को भी देख रहे हैं। वहीं नवमी दृष्टि से षष्ट भाव को भी देखने होंगे देव गुरु। यह एक महत्वपूर्ण स्थिति। ग्रहों में सेनापति मंगल की स्थितियां मार्गी होने के साथ ही 24 दिसम्बर, 2020 तक यहां द्वादश भाव में ही चलने वाली रहेगी।

प्रथम भाव के साथ शुरुआत करते हैं। जो कामकाज में विश्वास की स्थिति होती है, वह तो बनी रहेगी। किन्तु प्रत्येक कार्य ऊर्जा बहुत अधिक मांगेगा जहां आप एक प्रयास के साथ में सफल हो रहे थे, वहां दो से तीन बार आपको प्रयास करने हो सकते हैं। मार्केटिंग जॉब का उदाहरण लेते हैं, कोई उससे जुड़ा हुआ है। एक बार व्यक्ति विशेष से मुलाकात होती है किन्तु संभावित तौर के ऊपर सकारात्मकता नहीं आती, पुन: प्रयास करते हैं, पुन: एक बार जाते हैं तब सफलता सामने होती है। ये महीना कुछ ऐसी ही स्थितियों को सामने लाने वाला रहेगा। तो वहीं यदि इन्फोर्मेशन टेक्नालॉजी संबंधी फील्ड से जुड़े हुए हैं भागदौड़ के साथ स्थान परिवर्तन भी संभव है। प्रोफाइल चेंज की मशक्कत कर रहे थे या फिर टीम लीडर के साथ फस्र्टेशन थे, वहां पर आप रियेक्टिव होने से बचियेगा। मंगल जो कि राशि भाव के आधिपति हैं, निर्णायक मौकों के ऊपर अति आत्मविश्वास दे देते हैं। मन के भीतर की फस्र्टेशन पर नियंत्रण नहीं रह पाता। हालांकि जब भी आप किसी प्रजेंटेशन की ओर जाएंगे वहां बहुत बेहतर तरीके से अपने संवाद कौशल को रखने वाले होंगे क्योंकि मंगल की चौथी दृष्टि पराक्रम भाव के ऊपर है। ये स्थितियां परिस्थितियां निरन्तर तौर पर निर्मित होकर व्यक्ति के लिए एक अच्छा स्तर क्रियेट करने वाली होती है। कई बार आपने देखा होगा कि काफी लोग मिलकर एक प्रजेंटेंशन की तैयारी करते हैं, किन्तु निर्णायक मौके के अंदर वो व्यक्ति अधिक सफल सिद्ध हो जाता है, जिसने इतनी तैयारी नहीं की थी, किन्तु लोगों के सामने आया और पुराना अनुभव था, उसका संवाद कौशल था, ग्रहीय व्यवस्था सपोर्ट कर रही थी, वहीं से उसके लिए नया आयाम निकल कर आता है। ये सारी ही प्रवृतियां रहेगी किन्तु व्यापारिक जीवन के अंदर त्वरित गति में कोई भी निर्णय लेने से बचियेगा। प्रत्येक निर्णय में दो से तीन का समय जरूर लगाएं। आपको लग रहा है कि यहां पर प्रोफिटेबल स्थिति आ सकती है मुझे तत्काल हां भी भर देनी चाहिए, किन्तु वहीं एक बार रुककर जांचे-परखें उसके बाद ही आगे बढ़ते हैं तो ज्यादा बेहतर।

द्वितीय भाव धनभाव की स्थितियां दर्शाता है। शुक्र की जो पोजीशन्स रहेगी वो 11 दिसम्बर के बाद से अपने राशि स्थान को देखने वाली होगी। आप देखें कि 17 नवम्बर से 11 दिसम्बर तक शुक्र का सफल चलेगा वो है अपने ही राशि भाव के साथ में। शुरुआती स्तर के अलावा हटकर बात करें तो आप पाएंगे कि धनागमन की जो संभावनाएं हैं और वो भी आकस्मिक धन लाभ का क्षेत्र विशेष है वहां वृद्धि के सरोकार रहेंगे। इसमें 11 दिसम्बर से 17 दिसम्बर 2020 तक का समय अंतराल है यह अति महत्वपूर्ण कहा जा सकता है। वजह है बुध और शुक्र की जो स्थिति है कहीं-न-कहीं वाणी को, धन को, कुटुम्ब को सहयोग करने वाली है। जो एक हिटन प्रोबल्म का बेस रहता है प्रत्येक कार्य के साथ, वहां पर भी एक रिलीफ आ पाती है। तो इसी वजह से धनागमन रहेगा। नौकरी पेशा जीवन में कोई रुपया-पैसा लम्बे समय से अटका हुआ था। मान लीजिये एक जॉब छोड़ी वहां पर जो एरियर थे, या कुछ और ऐसी चीजें थी जो बोनस थी, अटकी हुई थी, वहीं पर ये समय अंतराल आपके द्वारा किए गए प्रयासों के साथ में आपको निरन्तरता दे सकता है। और बेनिफिट की सिच्यूएशन सामने आएगी। कटुम्बीजनों के साथ कोई भी कामकाज चल रहा है, वहां बहुत ज्यादा धैर्य रखकर चलने का प्रयास कीजियेगा। आप कहीं पर भी जल्दबाजी नहीं दिखाएं। वाणी संबंधित कामकाज में जो शुरुआती 17 दिन है वो अच्छे कहे जा सकते हैं, किन्तु व्यापारिक जीवन में जहां वाणी का बहुत अधिक सहयोग लेकर चलना होता है, आप मृदूभाषिता के गुण को बनाकर रखियेगा। कोई व्यक्ति आपको फस्र्टेड करने का कार्य कर रहा है, बार-बार प्रश्न पूछकर, किन्तु आप उसमें उलझें नहीं इसका ध्यान रखते हैं तो सरलता का अनुभव लाने वाले रहेंगे। शुरुआती 11 दिन चमक-दमक संबंधी जो कामकाज है, जहां आप फैशन टेक्नोलॉजी, रेस्टोरेंट या फिर ऐसा क्षेत्र विशेष जो कि टैक्सटाइल के साथ जुड़ा हुआ हो ऐसे सारे ही क्षेत्रों के अंदर बेनिफिट की पोजीशन निकल कर आ सकती है। घर-परिवार के साथ संवाद रख रहे थे, उसके अंदर भी बहुत ज्यादा धीमापन रखकर चलें, जल्दबाजी दिखाने वाले नहीं रहे। देव गुरु वृहस्पति की जो दृष्टि है शिक्षा संबंधित कामकाज, वक्ता संबंधित कामकाज में आपको बेनिफिट देती हुई नजर आएगी। स्थायित्व के साथ में धन वृद्धि होगी। किन्तु जब भी धनागमन हो हम थोड़ा सा रुककर चलने वाले भी रहें।

तृतीय भाव- तृतीयेश बुध की स्थितियां है वो यहां शुरुआती 17 दिनों के लिए अष्टम भाव में है। महत्वकांक्षाएं होती है लोगों को देखकर बहुत ज्यादा उजागर होने वाली होती है। व्यापारिक जीवन में भी दूसरे लोगों को देखकर अपनी महत्वाकांक्षाएं लेकर आता है और कहीं-न-कहीं गफलत में उलझता चला जाता है, ऐसी प्रवृतियों से पूर्णरूपेण बचने का प्रयास करना होगा। कम्युनिकेशन-टेक्नोलाजी के साथ जुड़े हुए हैं खुद को थोड़ा संभलकर चलना चाहिए। कोई भी ऑफर में फैशीनेशन कितना है, स्थायित्व कितना है ये सब कुछ जानकर ही आपको आगे बढऩा चाहिए, अन्यथा अपनी रफ्तार को रोककर रखें। भाइयों के साथ कोई कामकाज चल रहा है, अलग होने के बारे में या कुछ और व्यापार जोडऩे के बारे में सोच रहे हैं तो वहां भाइयों को आप क्लीयरिटी के साथ जरूर चलने पर गफलत से मुक्त होने का कार्य कर सकते हैं। आप प्रमोशन की राह देख रहे थे, किन्तु वो स्थितियां सामने नहीं आ पा रही थी, ध्यान रखिये यह महीना ऐसी स्थितियों के साथ थोड़े से धीमेपन को लिए हुए है। बहुत ज्यादा प्रयास हितकर नहीं है।

चतुर्थ भाव- अपनी वाणी के ऊपर धैर्य स्थापित करके चलते है और लोगों से डिस्ट्रेक्शन नहीं रखते हैं तो इस महीने में वृहस्पति आपके लिए मानसिक सुख की स्थितियों को लेकर आ सकते हैं। मानसिक सुख जब भी व्यक्ति के जीवन में आधार बनकर उतरता है तो वहीं से उसके लिए खुशियों के स्तर भी निरन्तर तौर के ऊपर निकलकर आने वाले होते हैं। ये प्रवृतियां रहेगी। भूमि संबंधित कामकाज में यहां वृद्धि के पूर्णकालिक स्तर आपके लिए बने हुए रहेंगे। लिक्विड संबंधी कार्य क्षेत्र में जुड़ाव रहा है आप निर्णायक तौर पर वृद्धि की ओर जा सकते हैं। माता स्थान के साथ में जुड़ाव बढ़ेगा। कामर्शियल व्हीकल, इश्योरेंस, शिक्षा से कोई भी वर्किंग स्पेश में आप खुद के लिए नए अवसरों को तलाशकर बढऩे का कार्य भी कर सकते हैं। हृदय संबंधी रोग होते हैं, जो लम्बे समय से परेशान कर रहे थे, वहां पर भी रिलीफ मिलने की पूरी-पूरी उम्मीद आपके लिए यहां बनी हुई है। चिंतित होने की दरकार नहीं है।

पंचम भाव- पंचमेश है वो लगभग-लगभग 15 दिसम्बर के अंतराल से देव गुरु वृहस्पति के राशि स्थान में प्रवेश कर जाएंगे। उच्च शिक्षा हो, चाहे शिक्षा की स्थितियां हो, एक सपोर्ट बना हुआ है। आप लोगों से डिस्ट्रेक्ट हुए बिना अपनी शिक्षा के अंदर काफी कुछ एचीव करते चले जाएंगे। संतान पक्ष के साथ में जुड़ाव होना चाहिए था, अधिकार के साथ में सहज होकर उनको कोई बात कहना और उनको अपने एक तरह से सोच के साथ में लेकर चलना ये सारे ही प्रभाव आपके स्वभाव के साथ में नजर आ रहे हैं। आकस्मिक धन लाभ संबंधी क्षेत्र विशेष में भाग्य, पराक्रम आपकी केलकुलेशन ये सब कुछ सपोर्टिव एप्रोच में यहां पर रहने वाली रहेगी। पारिवारिक स्तर पर निर्णय ले चुके हैं तो इस बात को ध्यान रखें कि ये समय आपके लिए बेहद अच्छा कहा जा सकता है यात्रा आदि के लिए वहीं प्रोफेशनल लाइफ में एक्टिव होना चाहते हैं तब भी समय सम्यक है, दुविधाओं वाली बात नहीं है। यदि आप इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिक के क्षेत्र में जुड़ाव रखते हैं, अपनी शिक्षा की ओर अग्रसर है, उच्च शिक्षा के साथ जॉब को लेकर चलना चाहते हैं तब भी समय सहयोगी बना हुआ है।

षष्ठ  भाव - ऋण भाव का आधिपत्य है। व्यापार के अंदर कर्ज की स्थितियां चलती है उसमें आपको शुरुआती 17 दिनों में संभलकर चलना होगा। लोग बारम्बार आपसे कोई निवेदन कर रहे हैं, निवेदन से वो आदेशात्मक भाषा आ जाती है, आदेश आपको फस्र्टेड करने लगता है। इन 17 दिनों में आप पेसेंस रखकर चलियेगा। बुध की स्थितियां परिवर्तित होगी तो आपके लिए समाधान के सम्यक स्तर मौजूद रहेंगे। धनागमन बढ़कर ऋण को निचले स्तर पर लेकर आता है वहां पर भी आपके लिए प्रोफिटेबल एप्रोच रहने वाली है। शत्रु आपको शुरुआती स्तर पर परेशान कर सकते हैं। सहयोगी है, उनसे संभलकर रहें कि वो अगर आपके साथ में लम्बे समय से कुछ रंजिश लेकर चल रहे थे, वहां समाधान कैसे सामने आ सकता है। दूसरे स्तर में आपने अपने कामकाजी क्षेत्र विशेष के अंदर किसी व्यक्ति विशेष का बहुत ज्यादा मदद का सिरा अपनाया था वो आपका व्यक्ति आपके समर्थन में रहेगा किन्तु परोक्ष रूप से सहयोग भी मिलेगा जो शत्रुओं को साइड लाइन करने वाले होंगे। किन्तु ये पशोपेश वाली स्थिति रहने वाली रहेगी जिससे सावधान रहना होगा। थाइराइड और त्वचा जनित रोग अधिक परेशान कर सकते हैं। षष्टेश की स्थितियां अष्टम में है। मंगल जो कि रक्त की स्थितियों के आधिपति हो जाते हैं वो सातवीं दृष्टि से यहां षष्ट भाव को देखने वाले हो जाएंगे इसी वजह से आपके लिए त्वचा संबंधी रोग को लेकर आ सकता है, सावधान रहें। ब्लडप्रेशर जैसी समस्या से जूझते रहे हैं उसमें भी हायर साइड रही है तो खान-पान पर नियंत्रण तथा उचित दवाओं के साथ चलना चाहिए। व्यायाम आदि अपनाकर चलना चाहिए।

सप्तम भाव - शुरुआती 11 दिन सपोर्टिव रहेंगे। किन्तु गृहस्थ जीवन में संभलकर चलियेगा। समय प्रोपर बेस पर दें। कोई भी संशय उत्पन्न होता हुआ नजर आ रहा है। हाव-भाव बता देते हैं कि गृहस्थ की स्थितियां क्या है। आप उस संकेत को समझ रहे हैं तो किसी भी पोजीशन को इग्नोर नहीं करें। समझें स्थितियां क्या है, फिर आगे बढऩे का प्रयास करें। जो भी कामकाज शुक्र संबंधी है उसमें भी टैक्सटाइल प्रमुखता से। आप 11 दिनों में जो भी निर्णय लेते हैं फायदा रहने वाला रहेगा। व्यापारिक साझेदारियों में 11 दिसम्बर के बाद ख्याल रखने की आवश्यकताएं है। किसी भी तरह के आप काम्प्रोमाइज के साथ चलने वाले नहीं रहें।

अष्टम भाव- अष्टमेश का आधिपत्य है वो द्वादश में है। ये एक कॉम्बीनेश ऐसा है कि आपको विदेश संबंधी कार्यों में स्थायित्व देने वाला होता है। वीजा संबंधी इश्यूज लम्बे समय से परेशान कर रहे थे और आपके लिए समाधान नहीं निकलकर आ पा रहा था। आप पी.आर. जैसे प्रोसेस का इंतजार कर रहे थे, वहां भी धुंधलके के साथ था, लग रहा था कि दिसम्बर और जनवरी में दिल्ली में धुंधलका रहता है उसी तरह की स्थिति जीवन में भी बनी हुई है। यहां आपके लिए समय विशेष समाधान की स्थितियों को अपने साथ में लेकर आने वाला होगा। त्वरित गति में कोई भी निर्णय लेना हो वहां धीमेपन के साथ चलें, रफ्तार नहीं दिखाएं। रिसर्च संबंधी कामकाज के अंदर डिस्ट्रेक्शन रहेंगे। रिलेशन प्रमुख तौर के ऊपर डिस्ट्रेक्ट करने का कार्य कर सकते हैं। ऐसी प्रवृतियों से सावधान रहना चाहिए। मैटल संबंधी कामकाज में भी अनावश्यक तौर पर निवेश करने से आप बचियेगा।

नवम भाव- ये समय आध्यात्मिक चेतना से परिपूर्ण है। आध्यात्मिक प्रोगेस होती है, वहां एक नवीनता को हासिल करने वाले होंगे। वहीं पर जीवन के भीतर का जो स्पंदन हमारी आध्यात्मिकता के साथ जुड़ा होता है, जो जीवन के अनुभव प्राप्त हुए वहां से लगा कि सुकून और संतुष्टि का अनुभव है, वहीं जुड़ते चले गए वो अनुभव आपको प्राप्त होंगे। वहीं दर्शन जो कि जीवन का रस है वहां पर भी आपका श्रेणीबद्ध क्रम में विकास होता चला जाएगा। प्रत्येक कार्य जहां भाग्य के सहयोग की आवश्यकता होती है, उसमें निरन्तरता बनी रहेगी। पहले संशय थे, किन्तु कार्य इतनी आसानी से पूर्ण हुआ कि समझ ही नहीं पाए। पराक्रम में वृद्धि रहेगी। लोगों बहुत ज्यादा हावी होने वाले नहीं रहेंगे क्योंकि पराक्रम पर मंगल का प्रभाव 24 दिनों के लिए, सूर्य देव का प्रभाव 15 दिसम्बर से अच्छी स्थिति कही जा सकती है।

दशम भाव- ये समय भागदौड़ लेकर आएगा। कंस्ट्रक्शन संबंधी कामकाज के साथ हस्तक्षेप है तो वहां वृद्धि रहेगी। नौकरी पेशा जीवन में भी देव गुरु वृहस्पति की पोजीशन भले ही नीचस्थ हो किन्तु आपके लिए पोजीटिव एप्रोच को लेकर आ रही है। धनागमन बढ़ेगा। किन्तु वसा जनित रोगों से आप सावधान रहकर चलियेगा। डाइजेस्टिव के अंदर कहीं-न-कहीं परेशानियां आपके लिए गाहे-बगाहे आ सकती है। इच्छाशक्ति का अभाव दूर दूर तक भी नहीं है। वर्किंग एक्सपरटीज सबकांसयस के साथ बढ़ती चली जा रही है। कहीं पर भी सोचने की आवश्यकताएं नहीं रहेगी। पिता के साथ कामकाज कर रहे हैं तो यहां जुड़ाव बढ़ता चला जाएगा।

एकादश भाव- यहां कर्म भाव के भीतर है। लाभ और कर्म का अद्भुत समागम है यहां। जितना कर्म आपने किया उतना लाभान्वित होते चले गए। पुराने लाभ रिश्तों से मिले वो भी कर्म में हमारे सहयोगी बनते चले गए ये आधारभूत तथ्य रहेगा। लॉ संबंधी किसी कामकाज के साथ हस्तक्षेप रखते हैं यहां नाम की प्रखरताएं पूर्णकालिक स्तर पर बनी रहेगी।

द्वादश भाव- विदेश में आप रह रहे हैं तब भी खर्चे अधिक होंगे। अपने शहर से किसी दूसरे शहर में रह रहे हैं तब भी खर्चे लगातार चलने वाले रहेंगे। गृहस्थ भी आपके कामकाज में आपका सहयोग देने वाला होगा। स्वास्थ्य को लेकर खर्चे निकल कर आते है वो आवश्यक है, उनको टालने का प्रयास बिलकुल भी नहीं करें।

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