प्रथम भाव- 11 से 17 दिसम्बर के मध्य जब बुध और शुक्र का लक्ष्मीनारायण योग बनेगा यहां आप किसी भी इंटरव्यू की ओर जा रहे हैं या फिर व्यापारिक जीवन में किसी भी निर्णायक डील को फाइनलाइज करने की ओर जा रहे हैं। ये समय विशेष छह से सात दिनों में बेहतर आधार निर्मित कर रहा है। यहां समझौता करने की आवश्यकता नहीं रहेगी। अच्छे से प्रजेंट कर पा रहे हैं, सोच में सकारात्मकता रख रहे हैं, गणनाएं स्पष्ट है जिससे व्यक्ति बातचीत से प्रभावित हो रहा है ये आधार 11 से 17 दिसम्बर के मध्य बना रहेगा। किन्तु ये ध्यान रखें कि 1 से 11 दिसम्बर के मध्य आप किसी भी इंटरव्यू की ओर जा रहे हैं अपनी सोच में जड़वादिता बिलकुल भी नहीं रखियेगा। सिच्येएनशल पोजीशन निर्णय लेने में जो व्यक्ति सक्षम नहीं होता है वो व्यक्ति आए हुए मौके गंवाता चला जाता है। कोशिश करें कि 1 से 11 दिसम्बर के मध्य कोई भी निर्णायक कार्य टाला जाए। 11 दिसम्बर के बाद उसमें जा सकते हैं। आवश्यक है तो गणपति आराधना उपासना के साथ चलना चाहिए।
द्वितीय भाव- व्यापारिक जीवन में कमीशनिंग संबंधित कामकाज में जुड़ाव है और 1 से 11 दिसम्बर तक जब शुक्र द्वादश भाव में रहेंगे तो ये ध्यान रखें कि ऐसे किसी भी कामकाज जो मध्यस्थ की भूमिका के साथ चलता है। रुपया-पैसा खर्च भी करना पड़े उसमें संकुचित होने की आवश्यकता नहीं है। परिणामों में सकारात्मकता रहेगी। राशि भाव के यहां आधिपति है वो भी पंचम में चलायमान रहने वाले होंगे। नवम पंचम का संयोग बनेगा प्रमुख तौर पर ध्यान रखें जो शिक्षा हासिल की अब वो आत्मविश्वास में बदलकर सहयोग करने वाली होगी। वहीं आकस्मिक धन लाभ प्रत्येक क्षेत्र विशेष में चमत्कृत तौर पर आपका सहयोग करने वाला रहेगा। इसी वजह से जो ये पोजीशन बनी हुई है त्वरित गति में आप कोई भी निर्णय लेने से बचते हैं, आत्मविश्वास की झलक के साथ चलते हैं। 11 से 31 दिसम्बर के मध्य इंट्यूशन का सहयोग लेकर बढ़ते हैं तो एटमोस सपोर्टिव एप्रोच बनी रहने वाली है। सूर्य देव 15 दिसम्बर के बाद मल मास शुरू हो जाएगा धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे ये द्वितीय भाव रहेगा वृश्चिक राशि के आधार पर। कुटुम्बीजनों के साथ जो मेल-मिलाप होता है वो आप बनाकर रखियेगा। छवि कोई भी व्यक्ति विशेष दुषित करने का कार्य कर रहा है तो उसे पहचानना आवश्यक है, उसके साथ चर्चा करना आवश्यक है। 1 से 17 दिसम्बर तक जो धनागमन है वो ठीकठाक बना रहेगा। 1 से 11 दिसम्बर के मध्य जब लक्षाधिपति योग रहेगा, तो फाइनेंसियल गेन मिलेंगे, किन्तु खर्चे भी संभावित तौर पर सामने रहने वाले होंगे। द्वितीय भाव सूर्य देव की स्थिति जब बुध भी 17 दिसम्बर के बाद द्वितीय भाव में प्रवेश कर जाएंगे तो वाणी का प्रमुख आधार रहता है उसके अंदर स्पष्टता और लचीलापन भी साथ में रहेगा। जो हिडन प्रोबलम्स सता रही थी, वो साइड लाइन होती चली जाएगी। पैतृक संपत्ति का विवाद चल रहा था, वहां समाधान के साथ में आप चलने वाले होंगे। सोलर संबंधी कामकाज में आपने निवेश कर रखा है तो यहां पर ये समय जब सूर्य अष्टम भाव को देख रहे होंगे, धन भाव के साथ जुड़े रहेंगे, कर्मेश द्वितीय भाव में है, द्वितीयेश पराक्रम भाव से भाग्य भाव को देख रहे हैं ये कोम्बीनेशन प्रकाश संबंधी कामकाज में आपके लिए फाइनेंसियल गेन को दर्शाने वाला हो जाता है। फाइनेंसियल गेन रहेंगे, किन्तु खर्चे भी साथ में है। किस तरह से धन को संचय की ओर ले जा पाते हैं खुद की स्थितियों पर निर्भरेगा। सिच्यूएनल स्तर पर फैशीनेस से बचते हैं तो लाभ प्राप्त करते चले जाएंगे।
तृतीय भाव- शनि देव पराक्रम भाव के साथ है। जिससे लम्बे समय से प्रमोशन में स्पष्टता नहीं हो पा रही थी, ये समय विशेष स्पष्ट संकेत देता हुआ नजर आ रहा है। एंग्जीस्टिंग आर्गेनाइजशन से निकलकर कोई और आर्गेनेजाइशन की ओर जाना है, लम्बे समय से 10 से 15 वर्ष हो गया, जो बहुत लम्बे समय हो जाता है सिच्यूएशन की पोजीशन पहुंच चुकी है, परिवर्तन की आवश्यकता है, मन में डर आ गया है कि मिड 50 के आसपास है, परिवर्तन की ओर कैसे जाएं। जो अनुभव भीतर केलकुलेट किया है वो यही दर्शाता है उस आधार की ओर जरूर जाना चाहिए। चेंजेंज की स्वीकारोक्ति बनाकर रखियेगा। कन्फर्ट जोन जल्दी बनेगा। आपकी स्वीकारोक्ति बहुत अच्छे से बनने वाली होगी। कंस्ट्रक्शन, रियल स्टेट और जो भी बिल्डिंग मेटिरियल के आइटम के साथ चल रहे हैं, ये समय आपके लिए भाग्य के अच्छे संकेत लेकर आ रहा है। परिवर्तन की स्वीकारोक्ति वहां पर भी आप जरूर बनाकर रखियेगा। हालांकि ऐसे कार्यों में मानसिक खर्च की स्थितियां बढ़ती चली जाएगी। पराक्रम में आध्यात्मिक चिंतन मौजूद है। भाइयों के साथ तल्खियां बनी हुई थी, छोटी छोटी बातों को लेकर जो वाद-विवाद सामने आ रहे थे, वहां से भी आप मुक्त होते चले जाएंगे।
चतुर्थ भाव- चतुर्थेश यानि की शनि देव की मूल त्रिकोण है उसके आधिपति के साथ शनि देव रहते हैं स्वयं से द्वादश होकर पराक्रम भाव में रहेंगे। भूमि संबंधित कार्यों में काफी हद तक जोर लगाने के बाद में ही आपके लिए स्पष्टता आ पाएगी। सर्विस इंडस्ट्री संबंधी कामकाज में आपके लिए वृद्धि के स्पष्ट संकेत भी बने रहेंगे। माता स्थान के साथ कोई भी कामकाज की शुरुआत करनी है, आपको दिसम्बर और साथ ही साथ लगभग-लगभग 15 फरवरी तक के समय अंतराल में इंतजार करना चाहिए, उसके बाद में ही ऐसे कार्य प्रयोजन को स्पष्ट करके चलते हैं तो ज्यादा बेहतर स्वयं के लिए रहेगी। कामर्शियल व्हीकल संबंधी कामकाज में नया व्हीकल आता है, आपके पास में लगातार आर्डर की पोजीशन है, आप उस क्षेत्र के अंदर उस व्हीकल के बारे में कितना अध्ययन करके चल रहे हैं, इस पर भी गौर कीजियेगा। किन्तु मानसिक सुख में कमी बनी रहेगी।
पंचम भाव- मंगल मीन राशि स्थान में चल रहे हैं। जो भी महानुभाव इन्फोर्मेशन टेक्नोलाजी संबंधी क्षेत्र में जॉब करते हैं किसी शोर्ट टर्म कोर्स के लिए एप्लाई की है, और उम्मीद है कि यहां से जो सीखेंगे वो जीवन को आधार देता चला जाएगा, आप बिलकुल सही है। विदेश संबंधित कामकाज में आउट सोर्सिंग चल रही हो, आप अपने कंसेप्ट के साथ चलते हैं, फ्री लांसिग के साथ काम कर रहे हैं मंगल की आठवीं दृष्टि शुक्र के राशि स्थान पर रहेगी शुरुआती 11 दिनों के लिए शुक्र द्वादश में ही चलने वाले होंगे जो आपकी प्रजेंटेबल एप्रोच है, जो व्यक्तित्व के साथ कार्य कौशल जुड़ा हुआ है, आपका अनुभव ज्ञान के साथ समाहित होकर सामने आ रहा है वो अच्छे खासे स्तर पर सहयोग देने वाला होगा। शार्ट टर्म की ओर जाते हुए कोई भी संशय मन में जबरदस्ती नहीं रखें। ये समय लाभ के आधार को निक्षेपित कर रहा है जीवन में। संतान पक्ष के साथ क्लेसेज निकल कर आ सकते हैं। फस्र्टेशन बढ़ती नजर आए, ऐसा लग रहा है, व्यक्ति विशेष हमारे अनुसार नहीं चल रहा है, इस शब्द और वाक्य के साथ में ही सब कुछ स्पष्ट हो जाता है कहीं पर भी रोबर्ट जैसी एप्रोच नहीं चलती है। हमको स्पटता के साथ चलना होता है रिश्तों में। उससे बातचीत कीजिये और हमारे अनुसार चलवाने की आवश्यकता नहीं वो जीवन में अपने मार्ग के अनुसार चलने वाला रहे, विशेषकर संतान पक्ष। आकस्मिक धन लाभ के क्षेत्र विशेष के अंदर जो शेयर मार्केट संबंधी गतिविधियां, टेंडर से रिलेट वर्क या किसी ऐसे क्षेत्र विशेष में जहां आपने लगातार प्रयास किए हैं, उसके बाद जो परिणाम आते हैं, ऐसे सारे ही क्षेत्र में पोजीटिव एप्रोच बनी रहेगी। यांत्रिक विधा संबंधी काकामज में ये समय वृद्धि का है। जो भी महिलाएं फैमिली वे की ओर अग्रसर है, यात्राएं 1 से 24 दिसम्बर के मध्य बहुत ज्यादा समझदारी के साथ में ही करनी चाहिए। ठहराव बनाकर जरूर रखियेगा।
षष्ट भाव- ऋण संबंधी गतिविधियां आप लम्बे समय से जीवन के अंदर उतारना चाहते थे। व्यापार में वृद्धि की ओर जाना है और पर्सनल लोन की ओर जाना है। 1 से 24 दिसम्बर का समय आप अपने अनुभव के आधार पर ऐसे ऋण लेने की ओर जा सकते हैं। शत्रु कर्मशीलता की वजह से साइड लाइन होंगे। किन्तु स्वास्थ्य में यहां पर रक्त संबंधी विकार, स्नायु तंत्र की निर्बलता आपको सताने वाली हो सकती है। यात्राएं करते समय भी आप सावधानी बरतियेगा। मेजर बेसस के ऊपर जो भी व्हीकल है उसको अच्छे से चैक करें फिर बाद में लम्बी दूरी की यात्रा की ओर जाने वाले रहेंगे। रोगेश है वो स्वयं पंचम भाव में चौथी दृष्टि से अष्टम भाव को हिडन प्रोबलम्स के साथ द्वितीय त्रिक के साथ जुड़ा रहता है उसको देख रहे हैं।
सप्तम भाव- राहू गतिमान है। बुध और शुक्र जैसे ग्रहों का प्रभावी स्तर पर दृष्टि निक्षेपण रहेगा। गृहस्थ जीवन में कोई भी संशय निकलकर आता है, किसी भी तरह की डाउटफुल एप्रोच आती है तो आपको वहां सावधान रहने की आवश्यकताएं रहेगी। मन में संशय है, हम स्पष्ट करें उसको चलती स्थितियों के साथ नहीं रखें, चलता है, कोई दिक्कत नहीं है, ये तो अनर्गल स्थिति है, ऐसा बिलकुल नहीं, स्पष्ट होकर चलना होगा। केमिकल संबंधी कामकाज के साथ जुड़ाव है वहां समय प्रभावशाली है। कमीशनिंग संबंधी कामकाज में एक अलग आधार को लगातार के साथ चल रहे हैं। व्यापारिक साझेदारियों में जहां पर भी संशय होता है, वहां पर भी उस संशय को क्लियर करने की आवश्यकता है। दोनों ही साझेदारियों की बात कर रहा हूं एक जीवन की साझेदारी जो गृहस्थ के साथ चलती है। एक व्यापारिक साझेदारी जो भरोसे के साथ चलती है, दोनों ही जगह संशय नाम का शब्द घातक हो सकता है, ध्यान रखें। व्यापार में अनुशासन की आवश्यकता होती है। अनुशासन पर शासन पूर्ण रूप से है वो जीवन की विजय हासिल करता चला जाता है। ये आधार यहां आपके लिए रहेगा। ग्रहीय व्यवस्थाएं है ये कहीं-न-कहीं यहां सपोर्टिव बेस करती हुई नजर आ रही है। सप्तमेश राशि भाव के साथ हो जाएंगे और ज्यादा स्थिरता मिलती चली जाएगी।
अष्टम भाव- अष्टमेश यहां राशि भाव के साथ शुरुआती 17 दिनों के लिए जुड़ेंगे। हिडन प्रोबलम्स आई, साथ में समाधान भी लाई। आपके लिए जीवन में स्पष्टता आती चली गई। मन में बोझ लेकर चल रहे थे, नौकरी में संशय बने हुए हैं, एक चिंता का चर्मोत्कर्ष आ जाता है वहां से मालूम चल जाता है हम सेफ है। हम जिस हुनर के साथ, जिस अनुभव के साथ चल रहे हैं, उसकी आवश्यकता रहेगी। रिसर्च एनेलेसिस के कामकाज में आपकी वाणी प्रखरता के साथ चलने वाली होगी। लेखन संबंधी विधा के साथ चल रहे हैं मन के भीतर जो विचार आते है, व्यापार में भी आइडिया के साथ चलते हैं, मन के भीतर के विचार को कलमबद्ध करते चले जाए। जो विचार आए गौण बहुत जल्दी हो जाएंगे। विदेश संबंधित कामकाज कम्युनिकेशन मुख्य आधार बनकर चलने वाला होगा।
नवम भाव- देव गुरु वृहस्पति का दृष्टि संबंधी है ये भी आपके लिए एक तरह से भाग्य के अच्छे संकेत लेकर आ रहा है। भावुक होकर कोई भी निर्णय आप यहां पर नहीं ले। अनुभव के साथ चलता हुआ व्यक्ति बहुत कुछ हासिल करता चला जाएगा। प्रत्येक कार्य में स्थायित्व की नींव भी बहुत अच्छे से यहां पर बनेगी। विदेश संबंधी स्तर के साथ में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, स्थायित्व के साथ में जो सम्मान की गतिविधियां होती है, वो भी आपके सामने रहेगी। उसको भी आधारभूत स्तर बनाकर चलते चले जाइयेगा।
दशम भाव- दशमेश यहां धन भाव के साथ में है। आप जितने कर्मशील है 15 से 31 दिसम्बर के मध्य उतना ही धनागमन खुद के लिए देते चले जाएंगे। शुरुआती 15 दिन प्रखर आत्मविश्वास के साथ में, उसके बाद 16 दिन प्रखर रूप से आत्मविश्वास और धनागमन दोनों ही स्थितियों को सम्मुख दृष्टि निक्षेपित करने वाले होंगे। नौकरी पेशा जीवन में प्रोफाइल चेंज के साथ चलना चाहते हैं, तब भी संघर्ष कम रहेंगे, बहुत अच्छे से अपनी पोजीशन को रिस्टेबलिश करते चले जाएंगे। प्रबंधन के कामकाज में थोड़ी सी कमी रह सकती है। वर्किंग एक्सपर्टीज बढ़ेगी और एक रिकगनेशन का लेवल बढ़ती चली जाएगी।
एकादश भाव- दो कोम्बीनेशन रहेंगे। लाभेश शुरुआती स्तर पर राशि भाव में फिर धन भाव में। यहां कर्म और लाभ का धन के साथ जुड़ाव शानदार है। आकस्मिक धन लाभ की स्थितियों से इंकार नहीं किया जा सकता। संतान पक्ष के साथ में भी यहां लाभ के स्तर लगातार जुड़े रहेंगे, किन्तु कम्युनिकेशन गेप को पनपने नहीं दें। स्वास्थ्य संबंधित स्थितियों में लाभान्वित होना चाहते हैं तो अपने स्वयं के जीवन को अपनी हैबिट्स को ओब्जर्व कीजियेगा। ये ही समय कोई एडिकशन छोडऩा चाहते हैं, तब भी समय अच्छा है। 17 से 31 दिसम्बर के मध्य का समय आप अपनी संकल्प शक्ति के साथ में है, ऐसे संकल्पित होने की स्थिति जीवन में उतार दी तो स्पष्टता लेते चले जाएंगे।
द्वादश भाव- शुरुआती में लक्षाधिपति योग धन लाभ भी बने रहेंगे, किन्तु खर्चे भी बने रहेंगे। विदेश संबंधित कामकाज में आपकी प्रजेंबल स्किल बहुत ज्यादा काम आएगी। अनुभव से भी सपोर्ट बना रहेगा। इंटयूशन के साथ चलते हैं विदेश संबंधी कामकाज में वृद्धि रहने वाली रहेगी। लोगों को लग रहा है खर्चे कर रहे हैं, किन्तु आप भविष्य के लिए निवेश कर रहे हैं तो स्वयं पर विश्वास करके चलते चले जाएं।
Excellent
ReplyDeleteNeeta Ji Dhanyawad.
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