दिसम्बर महीने का राशिफल मीन राशि के जातकों के लिए

मीन राशि के जातकों के लिए दिसम्बर माह का राशिफल किस तरह की गतिविधियां लेकर आ रहा है, इसका एक विवेचन। ग्रह गोचरीय व्यवस्थाओं का अध्ययन तथा साथ ही प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी हुई चर्चाओं का विश्लेषण बारह ही भावों के माध्यम से होने वाले परिवर्तनों को जानने का प्रयास करते चले जाएंगे। चन्द्रमा यहां राशि स्थान पर प्रतीकात्मक तौर पर दिखाया गया है। प्रस्तुत राशिफल चन्द्र राशि के ऊपर आधारित होता है।

प्रथम भाव- नौकरी पेशा जीवन के अंदर जिस ऊर्जा की आवश्यकता होती है वो ऊर्जा पूर्णतया आपके साथ बनी रहेगी। संशय चल रहे थे, वो दूर होते चले जाएंगे। वर्किंग एक्सपरर्टीज की आवश्यकता थी, वह भी सहयोग देने वाली होगी। नौकरी पेशा जीवन में सक्रिय नहीं हो पा रहे थे, कोई भी इंटरव्यू कॉल आता है, खुद के लिए रिजेक्शन देखने की वजह से मन में हताशा हो चुकी है, यहां फिर से बाउंस बेक कर सकते हैं। इस महीने के 24 दिन अतिमहत्वपूर्ण तौर पर भाग्य का सहयोग भी ला रहे हैं। भाग्येश की स्थितियां यहां प्रथम भाव के साथ में जुड़ी रहेगी। धनेश की स्थितियां भी भले ही स्वयं से द्वादश हो किन्तु ऊर्जा को बढ़ाएगी। व्यापारिक जीवन में रोटेशन नहीं बन पा रहा था, कोई ऐसी भूमि पहले पर्चेज की थी, वहां से लिक्विडिटी रेज हो सकती है, हम फिर से रोटेशन में आ सकते हैं। मंगल जो भूमि सूत है, चौथी दृष्टि से भूमि भाव को और वाणिज्य के राशि स्थान को देखने वाले होंगे तो इसी वजह से यहां फिर से केलकुलेशन आपके लिए सुधार की ओर जाने का कार्य करने वाली होगी। सर्विस इंडस्ट्री संबंधी कामकाज में लम्बे समय से लग हुए थे, सफलता नहीं मिल पाई, ये महीना शुरुआती 15 दिनों के लिए बेहतर स्थितियां ला सकता है। ये महीना आत्मविश्वास से लवरेज कहा जा सकता है।

द्वितीय भाव- धन भाव के आधिपति है वो राशि भाव में रहेंगे। धनागमन होगा भी तीव्र गति से तो खर्चे भी तीव्र गति से निकल कर आएंगे। मंगल आठवीं दृष्टि से शुक्र के राशि स्थान को देखेंगे। 1 से 11 दिसम्बर तक शुक्र यहां अष्टम भाव में ही रहेंगे इसी वजह से अज्ञात रूप से कुछ खर्चे आप करने वाले हो सकते हैं। जहां किसी एसेसरीज की आवश्यकता नहीं थी, लग्जरी की आवश्यकता नहीं थी, मन कहता है ऐसे खर्चों के साथ चला जाए, व्यक्ति वहीं से उलझना शुरू कर देता है। जब धनागमन है तब उसको सहेजना आवश्यकता है, उसको संचित करके निवेश की ओर ले जाना आवश्यकता है। इसका ध्यान रखें। मन को रोककर रखना, गति नियंत्रण करना संभव नहीं किन्तु थोड़ा रोके और मन की गति किस ओर फैशीनेसन के साथ डाइवर्ट कर देते हैं जो बेहतर रहेगा। वाणी संबंधित कामकाज में आत्मविश्वास के साथ चल रहे हैं, इंस्टेट एप्रोच के साथ चल रहे हैं, कोई भी ऐसा कोई भी कमीटमेंट वाणी के साथ नहीं करें जो लम्बे समय के लिए पछतावे के सिरे जोडऩे वाला हो जाए, ध्यान रखें। कुटुम्बीजनों के साथ संवाद में सरलता रखियेगा। माता स्थान के साथ कामकाज को आगे बढ़ा रहे हैं वहां पर भी जितना मृदुभाषिता के साथ चलते हैं उतना ही जीवन के अंदर बेहतरी निक्षेपित करते चले जाएंगे। अन्यथा कोई भी पैतृक संपत्ति कोई विवाद चल रहा है, वहां मुस्कुरा कर चलना, जो निर्णय ले रहे हैं उसके साथ सहज स्वीकारोक्ति बनाकर रखना रिश्तों को भी बचाता है, रुपयों में 19-20 हो रहा है तब भी छोड़ दें, चिंताओं के साथ नहीं चलेंगे तो संबंध के साथ फाइनेंसियल गेन होता चला जाएगा।

तृतीय भाव- राहू चलायमान है और जब पराक्रम में प्रथम उच्चय में राहू रहेंगे जो प्रमोशन किसी न किसी पालीटेक्निक यानि की ऑफिस में लोग पालिटिक्स खेलते हैं, जिससे परेशान होते हैं, जिससे आप जिम्मेदार रहे, किन्तु जैसे ही प्रमोशन की बारी आती है कोई और चेहरा सामने आ गया, आप पीछे आ गए। राहू ऐसी पालिटिक्स खेली जाती है उसको साइड लाइन करने वाले होते हैं। षडयंत्रण रचे जा रहे थे, ईश्वर ने आपके लिए रचा है, वो आपके लिए यहां तीव्रगामी स्तर के ऊपर बेहतर परिणामों को देंगे। जो प्रमोशन, जो धनागमन साथ ही भाग्य के संकेत नहीं मिल पा रहे थे, जो पराक्रम भाव है, एकादश भाव है ये नितांत तौर पर यही बता रहा है कि आप अवश्यम्भावी तौर पर ऐसी सफलताओं की ओर जाते नजर आएंगे। एग्जेस्टिंग जॉब के अंदर आपको ग्रोथ नहीं नजर आ रही है, कोई ऑफर दे रहा है, शुरुआत है, कोई कंपनी है जहां से अपनी संभावनाओं को लेकर जा सकते हैं, जोखिम का सिरा  बीस प्रतिशत जिसने आपको चिंतित करके रखा हुआ है, उसको हटाइये, अस्सी प्रतिशत संभावनाओं के साथ चलते चले जाएं। भाइयों के साथ संबंधों में ख्याल रखकर चलने की आवश्यकता रहेगी। यात्राओं में सावधानी स्वास्थ्य को लेकर पूर्णतया बरतकर चलियेगा।

चतुर्थ भाव- कमीशनिंग संबंधी कामकाज, सर्विस इंडस्ट्री संबंधी या फिर कोई भी ऐसा कार्य क्षेत्र जो कि बैंकिंग के साथ जुड़ा होता है चतुर्थेश होकर बुध की स्थितियां नवम भाव के भीतर रहेगी ये समझकर चलना होगा कि जो द्वितीय केन्द्र के आधिपति है, जब वो तृतीय त्रिकोण के भीतर रहेंगे तो आपके लिए ऐसे कार्यों में भाग्य सहयोग देने वाला हो जाता है। माता के साथ में जुड़ाव बढऩे वाला होता है। 17 दिसम्बर के बाद से बुध की स्थितियां जब दशम भाव में होगी सूर्य और बुध दोनों ही चतुर्थ भाव को देखने वाले होंगे, हृदय के भीतर साहस पनप पाएगा, जिससे सभी क्षेत्रों में वृद्धि की ओर जा पाएंगे। ओवर कान्फिडेंट होकर कोई भी करने वाले नहीं हो। कामर्शियल व्हीकल के कामकाज में ध्यान रखें कि जो परिवर्तन लाना चाहते हैं तो 1 से 15 दिसम्बर का समय ठीक है, उसके बाद दूर रहना बेहद आवश्यक रहेगा।

पंचम भाव- देव गुरु वृहस्पति अपने उच्च राशि स्थान को देख रहे हैं इसी वजह से शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में स्थायित्व नहीं मिल पा रहा था, वहां पर एक स्टेबल मोड आ पाता है। शिक्षा संबंधी गतिविधियों के अंदर परेशानियां निकल कर आ रही थी, और हम कभी रिलेशन, मित्रों के साथ समय जाया कर रहे थे, जो समय जीवन को बनाने का है वो तथाकथित तौर पर ऐसे आनंद दे रहा था, जो लम्बे समय तक नहीं चलते, यहां से दूरी बनने वाली रहेगी। मन कहता है कि हम क्या कर रहे हैं, वहीं से परिवर्तन की ओर लेकर जाता है। ये स्पंदन दशाओं के माध्यम से जीवन के भीतर, आंतरिक स्तर पर प्रवेश करते हैं तो जीवन नया रास्ता पकड़ता है। ये स्थितियां क्षमताओं के साथ जुड़ी हुई है। महिलाएं फैमिली वे की ओर है आपके लिए समय बेहद अच्छा है। यात्रा करना, प्रोफेशनल लाइफ, धार्मिक गतिविधियों में बढऩा सुकून देने वाला रहेगा। संतान पक्ष के साथ किसी और कामकाज में जोडऩा चाहते हैं, ऐसा निर्णय ले सकते हैं, किन्तु 1 से 15 दिसम्बर का समय ज्यादा ठीक कहा जा सकता है।

षष्ट भाव- षष्टेश सूर्य देव की स्थितियां है वो 15 दिसम्बर के बाद से कर्म भाव में जुड़ी होगी। जो ऋण संबंधी स्थितियां परेशान कर रही थी, जिसका समाधान नहीं आ पा रहा था, ये जो प्रवृति बनेगी प्रमुख तौर पर आपकी कर्मशीलता की वजह से ऋण कम होते चले जाएंगे। लोग भरोसा नहीं कर रहे थे, आपके कामकाज, ऊर्जा को देखते हैं तो वो मदद करने के लिए तैयार होने वाले रहेंगे। आशाओं का अनंत आकाश लाती स्थितियां है। शत्रु साइड लाइन होंगे। षष्टेश की स्थितियां यहां शुरुआत में नवम भाव में रहेगी, थोड़े बहुत शत्रु डराएंगे फिर वो साइड लाइन होते चले जाएंगे। थाइराइड जनित रोग, अस्थि जनित विकार और बैक पेन प्रोबलम वो भी परेशान करने वाली हो सकती है। सावधानी बरतें।

सप्तम भाव- सप्तमेश जब शुरुआती 17 दिनों के लिए भाग्य भाव में रहेंगे, ये स्थिति बेहतर है। व्यापारिक जीवन के अंदर भाग्य सहयोग देने वाला होगा। आप कर्मशील होते चले गए, निर्णय में गति आई, मन की तीव्रता शांत हुई बेहतरी आने लगती है। कम्युनिकेशन प्लस टेक्नोलाजी, रिसर्च प्लस टेक्नोलाजी के कामकाज में पूरे महीने बेहतर वृद्धि देने वाले रहेंगे। कमीशनिंग कामकाज में जहां महीनों से प्रयास था, विश्वास था परिणाम लाएंगे, ये समय परिणाम को दर्शाने वाला रहेगा। व्यापारिक साझेदारियों में धीमेपन के साथ चलने का प्रयास करें। गृहस्थ में छोटी-छोटी परेशानियां चल रही थी, मनमुटाव का स्तर सामने आ रहा था, वहां से मेजर रिलीफ मिलता चला जाएगा।

अष्टम भाव- शुरुआती 11 दिनों के लिए शुक्र अष्टम भाव में रहेंगे तो हिडन प्रोबलम को नियंत्रण में रखने का प्रयास करें। कोई भी ऐसे स्तर को निमंत्रित नहीं करें जो और ज्यादा डिस्टरबेंस को बढ़ाने वाला होगा। व्यापारिक जीवन में बाहरी क्षेत्र से जुड़े कामकाज में अनजान व्यक्ति के ऊपर भरोसा करने से बचना होगा। फैशन टेक्नोलाजी कामकाज में रुपया-पैसा लगाना चाहते हैं, तब भी रफ्तार को रोककर करना चाहिए।

नवम भाव- शुरुआती स्तर पर सूर्य बुध का बुद्धादित्य बनेगा ये पराक्रम में वृद्धि करेगा। भाग्य का सहयोग इस पूरे महीने साथ है। अनुभव धोखा दे सकते हैं, सावधान रहियेगा। 11 से 17 दिसम्बर के मध्य का समय आकस्मिक तौर पर धनागमन को सामने लेकर आने वाला हो सकता है। आध्यात्मिक चिंतन शुरुआती 11 दिनों के अंदर सहयोग देगा उसके बाद में मेटेरियलिस्ट हावी रहेगी।

दशम भाव- 15 दिसम्बर के बाद से जो स्थितियां आपके सामने है। नौकरी पेशा जीवन के अंदर आप एक अलग एफीसियेंट एप्रोच के साथ चलने वाले होंगे। वर्किंग एक्सपर्टीज बढ़ती चली जाएगी। प्रबंधन संबंधी कामकाज में 17 से 31 दिसम्बर के मध्य का समय जब बुध यहां दशम के साथ चलने वाले होंगे आपको सहयोग देंगे। पिता के साथ कामकाज में आप अधिकार के साथ चलें। जिम्मेदारी को लेकर चलें। समय को बढ़ाकर चलें, किन्तु डोमीनेट करने के प्रयास के साथ नहीं चलें।

एकादश भाव- सर्वांगीण लाभ में वृद्धि है। वृहस्पति कारक भाव की हानि जरूर कर रहे हैं, किन्तु दो समगत ग्रह जब एकादश में रहेंगे वहां से सकारात्मक संकेत निकलकर आने वाले होते हैं। क्षमताओं में वृद्धि होती चली जाएगी। कोर्ट-कचहरी संबंधी मामलता लाभ नहीं आ रहे थे, द्वादश के साथ में भी देखते हैं तो द्वादश और एकादश का काम्बीनेशन आपके लिए बेहतरी देगा। संतान पक्ष के साथ ये समय सहयोग का है। सर्वांगीण लाभ के लिए वृद्धि होती चली जाएगी। विदेश संबंधी कामकाज में यहां पर लाभ के सिरे और स्थायित्व संबंधी लाभ के सिरे जुड़ाव रखने वाले हैं।

द्वादश भाव- व्यय जितने भी होंगे वो कहीं न कहीं निवेश की शक्ल में सामने आएंगे। आपको लगा गलत खर्चा कर दिया, अगले दिन ही पता चलता है सही किया है। छवि सुधरती चली जाएगी। टेक्नोलाजी से जुड़े कामकाज में विधि संबंधित कामकाज के अंदर समय का निवेश करने वाले होंगे। समय को व्यय करने वाले होंगे वहीं से जीवन का एक नया आधार देखता चला जाएगा।

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