दिसम्बर महीने का राशिफल धनु राशि के जातकों के लिए

धनु राशि के जातकों के लिए दिसम्बर माह का राशिफल किस तरह की गतिविधियां लेकर आ रहा है, इसका एक विवेचन। ग्रह गोचरीय व्यवस्थाओं का अध्ययन तथा साथ ही प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी हुई चर्चाओं का विश्लेषण बारह ही भावों के माध्यम से होने वाले परिवर्तनों को जानने का प्रयास करते चले जाएंगे। चन्द्रमा यहां राशि स्थान पर प्रतीकात्मक तौर पर दिखाया गया है। प्रस्तुत राशिफल चन्द्र राशि के ऊपर आधारित होता है।

प्रथम भाव- आत्मविश्वास की कमी से आप जूझ रहे थे। किसी भी कार्य के साथ में हम आगे बढ़ रहे हैं, भीतर का उत्साह बना हुआ नहीं है। वहीं पर जो भी कार्य सामने आ रहा है लगता है कि यहां कभी सफल नहीं हो पाएंगे, किन्तु भीतर से एक आवाज आती है और कहती है फिर से प्रयास करना चाहिए। 15 दिसम्बर के बाद से वही समय आपके सामने रहेगा। यदि आप थक चुके हैं, हार चुके हैं, संघर्ष के साथ चलते-चलते ऐसा लगता है अब तो हासिल नहीं कर पाएंगे, ये समय फिर से बाउंस बेक करवाने की ओर ले जाएगा। सूर्य का प्रवासकाल यहां जो संक्रमित काल है वही स्पष्ट निर्देश देता है। व्यापारिक जीवन में ये समय तीव्रता निक्षेपित करने वाला होगा। भाग्य भाव के आधिपति वो भी राशि भाव के भीतर अब चलायमान रहेंगे। भाग्य का सहयोग, आध्यात्मिक स्पंदन के साथ मिलता है, इसका अर्थ है जैसे ही किसी कामकाज की शुरुआत की हमको लगा कि यहां तो सफलता मिल ही जानी चाहिए वहीं भाग्य को कोसना शुरू कर दिया, हमको कुछ हासिल ही नहीं हुआ। किन्तु आप लगातार कर्मशील हैं, सोचते हैं कहीं न कहीं ऐसा स्तर आधार सामने आ जाएगा जो जीवन को बदलने के लिए काफी है। यही स्थितियां आपके सामने वर्णित होती नजर आ रही है। मैनेजमेंट में किसी कंपनी में बड़ी पोजीशन के साथ चल रहे हैं, और बड़ा ओहदा मिलना था, जहां पर स्पष्टता नहीं आ पा रही थी, आपने संघर्ष किए हैं पिछले पांच से छह साल, उसका रिवार्ड मिलना है, रिवार्ड केवल फाइनेंसियल बेस पर नहीं है, तो 17 से 31 दिसम्बर के मध्य का अंतराल आपके अनुभव को आप पूरे तरीके गेनफुल एप्रोच में लेकर आ सकता है। नौकरी पेशा जीवन में आप कन्फर्ट जोन से बाहर निकलना चाहते हैं, लगता है आने वाले तीन चार महीनों में मेरे बेस में नेगेटिविटी आ सकती है, जिस रोल के साथ चल रहे हैं उसकी आवश्यकता आगे नहीं रह जाएगी तो आप ध्यान रखें हमें परिवर्तन की ओर जाना चाहिए। ये समय परिवर्तन की स्पष्टता को निर्देशित कर रहा है। धनागमन भी बना रहेगा। काम्प्रोमाइज करना नहीं रहेगा। एक लेवल को एचीव भी करते चले जाएंगे। 1 से 15 दिसम्बर का समय यहां थोड़े से धीमेपन के साथ, दूसरा पखवाड़ा कान्फिडेंस एप्रोच के साथ चलता चला जाएगा।

द्वितीय भाव- द्वितीयेश यानि कि जो द्रव्य भाव के आधिपति वो द्रव्य भाव में ही स्वराशि स्थान में चल रहे हैं। देव गुरु वृहस्पति की स्थितियां कर्म को पूरी तरह से सपोर्ट कर रही है। स्थायित्व संबंधी कामकाज में धनागमन बढ़ेगा। एक व्यक्ति पांच साल से बिजनस के अंदर लगातार प्रयास कर रहा था, किन्तु सफलता आसपास भी नहीं थी, अब सोच रहे हैं या तो फिर से नौकरी की ओर चला जाऊं या फिर अपने लिए कोई प्रयास करूं जिससे बिजनस चल पाए। एडोन करके कुछ नया करते हैं, जो ये संबंध बना हुआ है आपके लिए फाइनेंसियल गेन दे सकता है। एक ग्रह अपने उच्च राशि स्थान को देखते हुए हिडन प्रोबलम को हटा रहा है। खर्चों पर नियंत्रण ला रहा है। दूसरा ग्रह अपने उच्च राशि स्थान को दसवीं दृष्टि से देखते हुए जीवन में पुण्य फलों का उदय कर रहा है, जो आपके हाल ही के कर्म हैं, वो अब वो संभावनाओं को जाग्रत करते हैं, वहीं से जीवन नई राह पकड़ लेगा। ये समय लिक्विडिटी के फ्लो को बढ़ाने वाला होगा। वाणी में बार-बार रियेक्टिव हो रहे थ, समझौते की उम्मीद नहीं थी, साढ़े साती ने इतने अनुभव दे दिये हैं जिससे मुलाकात करते हैं तो पहले संशय सामने होते हैं, उसके बाद में अंततोगत्वा उस पर विश्वास करते हैं, किन्तु जैसे ही देव गुरु वृहस्पति आए आपकी बातों में संशय के साथ में एक विश्वास भी जाग्रत रहता है, जिसको हम जिज्ञासा का नाम देते हैं। जिज्ञासा संपूर्ण रूप से तेजवान रूप में चल रही है। पैतृक संपत्ति का कोई भी विवाद चल रहा था वहां से हमको रुपये और पैसे की आवश्यकता है जो अभी तक नहीं मिल पा रही थी, थोड़े से काम्प्रोमाइज के साथ चलिये, कर्ज की वजह से परेशानियां देख रहे हैं, उस पैतृक संपत्ति विवाद सुलझते ही रिलीफ बन जाएगा।

तृतीय भाव- तृतीयेश स्वयं से द्वादश होकर चलायमान रहेंगे, किन्तु देव गुरु वृहस्पति के साथ है। भले ही आप प्रमोशन नहीं मिले, किन्तु एक्स्ट्रा जिम्मेदारी मिल सकती है, आपको आगे जाकर फाइनेंसियल गेन और प्रमोशन देने वाली रहेगी। दूसरे लोगों के साथ में सहज उपलब्धता में चलने वाले होंगे। छोटी-छोटी यात्राएं बहुत ज्यादा फायदा नहीं देने वाली है, जहां स्पष्टता हो वहीं यात्रा बढ़ाए, अन्यथा धीमेपन के साथ चलना चाहिए। महत्वाकांक्षाएं उजागर होगी, उनको वाणी के भीतर नहीं आने दें। जो लोग सहयोगी के रूप में साथ है, व्यापार में काम्पीटेटर है, ऐसे व्यक्ति के सामने आप अपनी महत्वाकांक्षाओं को जग जाहीर करते हैं वो उस बात का फायदा उठाता है और चारों तरफ आपकी चर्चा नकारात्मकता के साथ करने लगता है। स्वयं का नुकसान है इसी वजह से महत्वाकांक्षाएं भीतर रहेगी, वो ऊर्जावान करती रहे इसको ध्यान रखियेगा। भाइयों के साथ अब संबंधों के सुधरने की अपेक्षाएं पूरी तरीके से बनी हुई है।

चतुर्थ भाव- 1 से 24 दिसम्बर का समय अति महत्वपूर्ण है। कोई बहुत पुरानी प्रोपर्टी अटकी हुई थी, पैतृक संपत्ति छोड़ दीजिये, जिसके एक्सपेक्टेड गेन चाह रहे थे, किन्तु नहीं मिल पा रहा था। शनि देव की तीसरी दृष्टि यहां वृहस्पति के राशि स्थान में है। वृहस्पति स्वयं चतुर्थेश होकर द्वितीय भाव में है वहीं मंगल भूमि भाव में चल रहे हों व्यक्ति अपनी एग्रेसिवनेस को छोड़ता है। व्यापारिक प्रबंधन को स्वीकार करता है। इस पूंजी की आवश्यकता कैसे है, कैसे समाधान लाऊंगा यह सब कुछ सोचता है वहीं से खुद के लिए अच्छी एप्रोच लाता है। एग्रीकल्चर संबंधी कामकाज में आप अपने जीवन को नया अवसर देना चाहते हैं, नवाचार की ओर जाना चाहते हैं, तब भी मंगल की ये प्रधानक स्थितियां सपोर्टिव रहेगी। माता स्थान के साथ जुड़ाव बढऩे वाला रहेगा। माता के साथ संबंधों में परेशानियां थी, वहां सुधार होगा। उनके स्वास्थय का बहुत ज्यादा ख्याल रखकर चलियेगा। कोई व्हीकल संबंधी कामकाज में त्वरित गति से एजेंसी लाइन का निर्णय लेने से यहां पर आप बचियेगा।

पंचम भाव- पंचमेश स्वयं से द्वादश होकर चतुर्थ भाव में रहेंगे। भले ही स्वयं से द्वादश है किन्तु शिक्षा संबंधित स्थितियां जो यांत्रिक गतिविधियों के साथ चलती है, मेडिको फील्ड के साथ चलती है, ऐसे सारे क्षेत्रों के अंदर वृद्धि के आधार स्थापित रहेंगे। निरन्तर कर्मशील होंगे। जो रिलेशन आपको डिस्ट्रेक्शन के साथ लेकर चल रहे थे, वहां से दूरी बनती चली जाएगी। शेयर मार्केट संबंधी कामकाज में 1 से 11 दिसम्बर तक का समय अतिमहत्वपूर्ण है। एकादशेश एकादश भाव में चलायमान रहेंगे और जो पूर्वाभास देने वाले ग्रह हैं वो पंचम भाव को देख रहे हों। ये याद रखा जाना आवश्यक है, पंचम, अष्टम और एकादश का काम्बीनेशन आकस्मिक धन लाभ को दर्शाता है। उसका संचय कैसे होगा, धन के प्रारूप को कैसे दिखायेगा। 1 से 11 दिसम्बर का समय शेयर मार्केट में महत्वपूर्ण होने की वजह से बढ़ सकते हैं। संतान पक्ष के साथ जुड़ाव है वो यहां पर बढ़ता चला जाएगा। जो महिलाएं फैमिली वे की ओर है, उनको अपने खान-पान पर नियंत्रण रखना चाहिए। यात्राएं आवश्यक हो तभी जीवन के भीतर लाएं, अन्यथा टालकर चलते चले जाएं।

षष्ट भाव- राहू षष्ट भाव में है इनका 23 दिसम्बर के बाद संचरण होता है। ऑफिस में कोई दुराव रख रहे थे या पालिटिक्स के साथ आपको लेकर चलने का कार्य कर रहे थे, ऑफिस पॉलिटिक्स मानसिक स्तर पर हावी हो जाती है जिससे कार्य गौण हो जाते हैं। राहू जैसे ही आए ऐसे जितने भी नकारात्मक चेतनाएं है। प्रत्येक व्यक्ति अपने भीतर भय को लेकर जीता है अगर उसे दूर करता चला जाए तो सिर्फ संभावनाएं सामने देखता है। स्वास्थ्य में परेशानियां चल रही थी, राहू वहां से भी आपको काफी हद तक रिलीफ देने का कार्य करेंगे। जहां नकारात्मकता के साथ है राहू वहां पोजिटिव करते हैं, जहां पोजिटिव स्थिति होती है वहां संशय देने का काम करते हैं। ऋण संबंधी समस्याएं सता रही थी, 1 से 11 दिसम्बर के मध्य वहां रिलीफ तो वहीं 11 से 31 दिसम्बर के मध्य आपको काफी हद तक फिर से संभलकर चलने की आवश्यकताएं रहेगी।

सप्तम भाव- सप्तमेश यहां द्वादश भाव में 17 दिसम्बर तक रहेगे।। कमीशनिंग संबंधी कामकाज में शुरुआती 17 दिन आपके लिए परेशानियां दे सकते हैं। मानसिक तौर पर बहुत ज्यादा खर्च सामने निकलकर आने वाले होंगे। बार-बार जो डिस्टरबेंस की एप्रोच सामने आ सकती है, किन्तु 17 से 31 दिसम्बर के मध्य का अंतराल चलेगा, आपके प्रयास सार्थकता को हासिल करेंगे और आप नियत और निश्चित तौर पर ऐसे कार्यों में जहां मध्यस्थ की भूमिका निभानी होती है, वहां विजय पताका स्थापित कर पाएंगे। 17 से 31 दिसम्बर का समय है यहां आत्मविश्वास के साथ में जो गणनाएं होती है वो भी अच्छे से निकलकर आएगी। किसी इंटरव्यू की ओर जा रहे हैं, वहीं से टेबल टाक पैकेज के बारे में होने लगती है, खुद को वहीं पर आत्मविश्वास के साथ चलता हुआ अपने बारे में प्रशंसा सुनकर भूल जाते हैं, हमारा मूल उद्देश्य अर्थ तंत्र की प्रधानता से जुड़ी हुई है। बुध ऐसी स्थितियों को भूलने नहीं देते। आपके वाणिज्यिक स्तर को बनाए रखते हैं। गृहस्थ जीवन के अंदर पूरा ही महीना ये उतार-चढ़ाव भरा कहा जा सकता है। कोई भी सपरेशन का मोड़ पहुंच चुका है, इस रिश्ते के साथ हमारी यादें जुड़ी हुई है उसको सामने रखे तो ऐसी पोजीशन में सेल्फ जस्टिफिकेशन सताने वाला नहीं होगा। व्यापारिक साझेदारियों में 11 से 17 दिसम्बर का समय महत्वपूर्ण कहा जा सकता है। किसी के साथ जुडऩा है या अलग होना है, दोनों ही आधार अच्छे से बने रहेंगे।

अष्टम भाव- रिसर्च और ऐनेलेसिस संबंधी कामकाज आपके लिए निरन्तर प्रखर स्तर को छूते चले जाएंगे। मैटल संबंधी कार्य क्षेत्र में भी आप तीव्रगामी होकर चल रहे हैं। भीतर का हुनर सामने आता है और उसी के साथ में आपका जीविकोपार्जन भी बनता चला जाता है। विदेश संबंधी कार्यों के साथ में चल रहे हैं, रिसर्च आपकी बाहर के देशों में चल रही है, इन्कम के सोर्सेज डवलप के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, ये समय विशेष प्रवाह देता चला जाएगा।

नवम भाव- शुरुआती 15 दिन भाग्य कर्म का व्यय करवाएगा उसके बाद भाग्य का पूरा-पूरा सहयोग मिलता चला जाएगा। आध्यात्मिक चिंतन भी विकसित है इसी वजह से व्यक्ति अपनी स्मृतियों के साथ में भी आता है और किसी रिश्ते को बचाने की जद्दोजहद भी कर पाता है। कंटेम्पररी पोजीशन में कोई व्यक्ति विद्रोही हो चुका है, किन्तु आप ये सोचते हैं कि पास्ट में मैंने इस व्यक्ति ने मेरे लिए कुछ किया है तो वहीं से आप रिश्ता बचाने की ओर जाते हैं। किसी भी नकारात्मकता की ओर नहीं जाते, अगले व्यक्ति की सुनते हैं, स्वीकार करते हैं, ये आधार आपके लिए सूर्य की वजह से बना रहेगा। अनुभव की प्रखरता पूर्णरूप से स्थापित है। उच्च शिक्षा में शुरुआती 15 दिन रहेंगे। 1 से 15 दिसम्बर तक बहुत ज्यादा सपोर्ट वाले कहे जा सकते हैं।

दशम भाव- कर्मेश व्यय भाव में है। भाग्येश और कर्मेश का शुरुआती स्तर पर होना यह दर्शाता है आप सफलता की ओर जा रहे हैं। शुरुआत में भले ही सफलता नहीं मिले, किन्तु संकेत मिलने वाले रहेंगे। वर्किंग एक्सपर्टीज पनपती चली जाएगी, इसमें कोई दो राय नहीं है। कम्युनिकेशन प्लस टेक्नोलाजी संबंधी कामकाज में ये समय ग्रोथ की बेहतर स्थितियां मिलती चल जाएगी, किसी परिवर्तन के लिहाजा भी आधार बना हुआ है।

एकादश भाव- एकादशेश एकादश में रहेंगे तो सर्वांगीण लाभ का उदय होगा। संतान पक्ष का सहयोग मिलता चला जाएगा। संतान को व्यापार में संलग्न करना चाहते हैं तब भी ये समय का आधार बेहद खास कहा जा सकता है। किसी भी रिलेशन के साथ चल रहे है तो वो कामकाजी, शिक्षा से डिस्ट्रेक्ट करने वाला नहीं रहे। 1 से 11 दिसम्बर के मध्य शेयर मार्केट में निवेश हितकर कहे जा सकते हैं।

द्वादश भाव- 11 से 31 दिसम्बर के मध्य धनागमन बढ़ेगा। चमक-दमक संबंधी कामकाज में जुड़े हुए हैं वहां पर भी वृद्धि के संकेत बने हुए हैं। 11 से 17 दिसम्बर या 11 से 15 दिसम्बर का समय महत्वपूर्ण निवेश के आधार पर, डील को फाइनल करने के आधार पर बेहद अच्छा कहा जा सकता है। व्यवस्थित तौर पर थोड़ा सा झुककर कोर्ट कचहरी मामलात में कोई समाधान की ओर जाना चाहते हैं, ये समय वहां पर भी सकारात्मकता देने वाला रहेगा। खर्चों पर नियंत्रण रखने का प्रयास आप जरूर कीजियेगा। शुरुआती स्तर पर अनिद्रा रोग सता सकते हैं इसी वजह से आदित्यम् हृदय स्रोत का श्रवण और योगा-प्राणायाम करने की ओर जरूर जाना चाहिए।

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